क्या आप Humbistari Ki Dua In Hindi को सर्च कर रहे हैं? हमबिस्तरी की दुआ के साथ आपको इस आर्टिकल में बताया जाएगा कि, मनी निकलने पर कौन सी दुआ पढ़ा जाता है। यही नहीं जब हमबिस्तरी का इरादा किया जाए तो, कौन सी दुआ पढ़ना चाहिए?
कौन इंसान नहीं चाहेगा कि, उसका औलाद खिदमतगार और फरमाबरदार हों और सोहबत समय तक मजेदार रहे? स्कोर हासिल करने के लिए आपको हमबिस्तरी के मसरूम तरीका अपनाना होगा.
कुछ ही लोग हैं जो लड़की से हमबिस्तरी की दुआ को पढ़ते हैं। लेकिन जो लोग भी इस दुआ को पढ़ते हैं, अल्लाह ताला उसे नेक दिल और मां-बाप के वफादार औलाद से नवाजते हैं।
हमबिस्तरी की दुआ इन हिंदी का अब आपका सर्च यहां पर पूरा होता है। दुआ को अरबी में भी पढ़ें। क्योंकि मेरे चाहने से भी हंड्रेड परसेंट सही हिंदी में लिखा नहीं जा सकता है।
जरूर पढ़ें |
सोहबत की दुआ बीवी से हम-बिस्तरी के इरादे के वक़्त पढ़ें। इस समय आप अल्लाह ताला को याद करते हैं तो, आपको और सवाब मिलता है। इससे ज्यादा देर रुक पाएंगे.
कब है जानिए
शब ए बारात, रमजा़न, ईद उल फितर, ईद उल अजहा, मिलादुन्नबी, All Muslim Festivals Dates.
बीवी से हम-बिस्तरी के इरादे के वक़्त यह दुआ पढ़ें
तर्जुमा – मैं अल्लाह का नाम लेकर यह काम करता हूं। ऐ अल्लाह! हमें शैतान से बचा और जो औलाद तू हमको दे, उससे भी शैतान को दूर रख।
फायदा – किसी भी दुआ को पढ़ने से हमें सवाब मिलता है। यह दुआ हर मुसलमान को पढ़ना चाहिए क्योंकि हमबिस्तरी के वक्त अल्लाह का नाम ना लेने से शैतान का नुत्फ़ा भी मर्द के नुत्फ़े के साथ अंदर चला जाता है।
इन इस्लामिक आर्टिकल को आर्टिकल को जरूर पढ़ें
- मुस्लिम निकाह के कानून और मुस्लिम मैरिज एक्ट
- सफर की दुआ हिंदी में पढ़िए
- 51 मसनून दुआएं हिंदी में जानिए
- दुआ ए कुनूत हिंदी इंग्लिश एवं अरबी में पढ़िए
- दुआ मांगने का सही तरीका क्या है?
मनी निकलने पर दिल में यह दुआ पढ़ें
अल्लाहुम-म ला तज-अल लिश्शैतानि फ़ीमा रज़क़्त-नी नसीबा०
तर्जुमा – ऐ अल्लाह! जो औलाद तू मुझे दे, उसमें शैतान का कुछ हिस्सा ना कर।
Conclusion Points
मैं राइटर के तौर पर इसको लिखने के बाद संतुष्ट हूं. आप बताइए humbistari ki dua in hindi का आर्टिकल आपको कैसा लगा. अगर आपके दिलो-दिमाग में कोई भी सवाल हो तो, बेझिझक होकर मुझे पूछिए. आपको जवाब कमेंट बॉक्स में दूंगा.
एक बात याद रखेगी बिना मर्जी के अपने बीवी से जो हमबिस्तरी करता है, वह गुनाह का हकदार हो सकता है. कोशिश करें कि हमबिस्तरी के बाद, तुरंत पाक हो जाएं.
अगर आपके पास वक्त हो तो जरूर पढ़िए
- इफ्तार व शेहरी की दुआ तीनों भाषा में
- शबे बरात कब है?
- आयतल कुर्सी अरबी हिंदी एवं अंग्रेजी में पढ़िए
- इस्लामिक कैलेंडर (हर महीने चांद का अपडेट).
FAQs
हिंदी से संबंधित कुछ बेहद जरूरी प्रश्नों के उत्तर को पढ़ लीजिए जो आपके लिए बहुत जरूरी है.
प्रश्न – हमबिस्तरी की निय्यत क्यों जरूरी माना गया है?
उत्तर – हदीस के मुताबिक, हमबिस्तरी के लिए निय्यत करना जरूरी माना गया है. नियत करने से अज्र हजरत देता है. साथ ही अल्लाह ताला नेक दिल औलाद से नवाजेगा और दुनियावी व उख़रवी बरकतों से भी नवाज़ेगा.
प्रश्न – हमबिस्तरी करना क्यों जरूरी माना गया है?
उत्तर – सोहर और बीवी के फ़ितरी और जिस्मानी सुकून के लिए हमबिस्तरी को जरूरी है. इस्लाम में शादी का असल मकसद नस्ल को आगे बढ़ाना है. उसके लिए हमबिस्तरी जरूरी है.
प्रश्न – हमबिस्तरी कैसी जगह पर करना चाहिए?
उत्तर – हमबिस्तरी के लिए ऐसी जगह चुनें, जहां पर आवाज़ सुनने वाला और देखने वाला कोई आदमी ना हो यानी कि, जगह पूरी तरह पोशीदा होनी चाहिए.
प्रश्न – हैज़ की हालत में हमबिस्तरी करना चाहिए या नहीं?
उत्तर – इस्लाम में हज के समय हमबिस्तरी करना मना किया गया है. हदीस में कहा गया है कि, गलती से अगर आपने हैज की हालत में हमबिस्तरी कर लिया तो, आप को एक दीनार या निस्फ़ देना सदक़ा करना होगा.
प्रश्न – हमल के दौरान हमबिस्तरी करना जायज है या नहीं?
उत्तर – हमल के दौरान हमबिस्तरी करना जायज करार दिया गया है बशर्ते कि डॉक्टर इसकी इजाज़त दें.
प्रश्न – क्या शर्मगाह को छूना या देखना जायज है?
उत्तर – सोहर या बीवी के लिए एक दूसरे का शर्मगाह को छूना या देखना जायज है. हमबिस्तरी के दौरान शर्मगाह को चूसना या चाटना बे-हयाई करार दिया गया है.
प्रश्न – क्या पिछले हिस्से की शर्मगाह से हमबिस्तरी करना मना है?
उत्तर – औरत के पिछले हिस्से के शर्मगाह से हमबिस्तरी करना मना किया गया है.
प्रश्न – हमबिस्तरी किस वक्त करना चाहिए और किस वक्त नहीं करना चाहिए?
उत्तर – हमबिस्तरी करने के लिए कोई वक्त मुकर्रर नहीं है. आप किसी भी समय कर सकते हैं. सिर्फ रोजे की हालत में हमबिस्तरी करने के लिए मना किया गया.
प्रश्न – मर्दाना ताकत बढ़ाने वाली दवाई खाना जायज है या नहीं?
उत्तर – डॉक्टर अगर सलाह दें तभी दवा खाना जायज है.
प्रश्न – क्या मनी शर्मगाह के बाहर ख़ारिज करना जायज है?
उत्तर – हाँ, शर्मगाह के बाहर ख़ारिज करना जायज है.
प्रश्न – क्या गर्लफ्रेंड से हमबिस्तरी करना जायज है?
उत्तर – नहीं, बिना शादी के गर्लफ्रेंड से हमबिस्तरी करना नाजायज करार दिया गया है. यह बहुत बड़ा गुनाह है जिसे गुनाहे कबीरा कहा जाता है.
Much best for Islam perseption
Muslims
जहां आपने दुआ को हिंदी में लिखा वही उसके नीचे अरबी में भी लिखा चाहिए था। इससे होता ये कि कुछ लोग हिंदी में लिखी दुआ को पढ़ने के बाद अरबी में भी पढ़ने की कोशिश करते जो अरबी नही जानते। इससे हमारे मुआश्रे में आपकी वजह से अरबी पढ़ना भी सीख जाते और अरबी में दुआ को पढ़ना और भी अफ़ज़ल है। इसलिए कि कुरआन को अरबी जुबान में अल्लाह ने नाजिल किया।
शुक्रिया??