अस्सलाम अलैकुम वरहमतुल्लाहे व बरकातहू। दोस्तों आप लोगों की दिलचस्पी को देखते हुए कुल्हैया. कॉम ने दुआ ए क़ुनूत इन हिंदी टेक्स्ट में पब्लिश किया है। ताकि इसको आप आसानी से पढ़ सकें।
Dua e Qunoot in Hindi अल्फाज़ के जरिए आपने बहुत सर्च किया होगा। लेकिन आप को एक साथ हिंदी, अंग्रेजी एवं अरबी text में नहीं मिला होगा। यहां पर आपका सर्च पूरा होता है। बराय मेहरबानी इस आर्टिकल को Conclusion Point तक जरूर पढ़ें।
किसी भी दुआ को अरबी में पढ़ना सही तथा अफ़ज़ल माना जाता है। क्योंकि अन्य भाषाओं में इसका उच्चारण सटीक नहीं हो सकता है। मैंने कोशिश किया है। आप अंदाजा लगाइए।
Dua e Qunoot In Arabic
اَللَّهُمَّ إنا نَسْتَعِينُكَ وَنَسْتَغْفِرُكَ وَنُؤْمِنُ بِكَ وَنَتَوَكَّلُ عَلَيْكَ وَنُثْنِئْ عَلَيْكَ الخَيْرَ وَنَشْكُرُكَ وَلَا نَكْفُرُكَ وَنَخْلَعُ وَنَتْرُكُ مَنْ ئَّفْجُرُكَ اَللَّهُمَّ إِيَّاكَ نَعْبُدُ وَلَكَ نُصَلِّئ وَنَسْجُدُ وَإِلَيْكَ نَسْعأئ وَنَحْفِدُ وَنَرْجُو। رَحْمَتَكَ وَنَخْشآئ عَذَابَكَ إِنَّ عَذَابَكَ بِالكُفَّارِ مُلْحَقٌ
दुआ ए क़ुनूत इन हिंदी text में पढ़िए
अल्लाहुम-म इन्ना नस्तईनु-क व नस्तग्फिरु-क व नुउ मिनु बि-क व न-त-वक्कलु अलै-क व नुस्नी अलैकल खै-र व नश्कुरू-क व ला नक्फुरू-क व नख्लउ व नतरूकु मंय्यफजुरू-क। अल्लाहुम-म इय्या-क नअबुदु व ल-क नुसल्ली व नस्जुदु व इलै-क नसआ व नहि्फदु व नर्जू रहम-त-क व नख्शा अजा-ब-क इन-न आजा-ब-क बिल कुफ्फारि मुलहिक।
Dua e Qunoot In English Text
Allah humma inna nasta-eenoka wa nastaghfiruka wa nu’minu bika wa natawakkalu alaika wa nusni alaikal khair, wa nashkuruka wala nakfuruka wa nakhla-oo wa natruku mai yafjuruka, Allah humma iyyaka na’budu wa laka nusalli wa nasjud wa ilaika nas aaa wa nahfizu wa narju rahma taka wa nakhshaa azaabaka inna azaabaka bil kuffari mulhik।
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Dua E Qunoot in Hindi Tarjuma
दुआ ए क़ुनूत का हिंदी तर्जुमा भी ज़रूर पढ़ें। अगर आप ऊपर लिखे अरबी आयतों को याद नहीं कर सकते हैं तो कम से कम इस के तर्जुमा को ज़रूर पढ़ें। ताकि आप भी सवाब का हक़दार हो जाए।
तर्जुमा – ऐ अल्लाह, हम तुझ से मदद चाहते हैं तथा तूझ से माफी मांगते हैं तुझ पर ईमान रखते हैं तथा तुझ पर भरोसा करते हैं तथा तेरी बहुत अच्छी तारीफ करते हैं तथा तेरा शुक्र करते हैं तथा तेरी ना सुकरी नहीं करते तथा अलग करते हैं तथा छोड़ते हैं, इस शख्स को जो तेरी नाफरमानी करें।
ऐ अल्लाह, हम तेरी ही इबादत करते हैं तथा तेरे लिए ही नमाज़ पढ़ते हैं तथा सजदा करते हैं तथा तेरी तरफ दौड़ते तथा झपटते हैं तथा तेरी रहमत के उम्मीदवार हैं तथा तेरे आजाब़ से डरते हैं, बेशक तेरा आजाब़ काफिरों को पहुंचने वाला है।
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Dua E Qunoot Conclusion Point
मैं अपने आप को बहुत खुशकिस्मत मानता हूं कि, आप हाजरात दुआ ए क़ुनूत पढ़ने के लिए हमारे वेबसाइट तक तशरीफ लाए। मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि, जब आपको Dua E Qunoot याद हो जाए तो किसी जानकार को इसे सुनाएं। ताकि आपका अल्फाज एवं तलफुज सही हो जाए।
दुआ ए कुनूत याद होना बहुत ही लाजमी है क्योंकि ईसा की वितर नमाज के तीसरी रकात में इसे पढ़ना जरूरी है. मेरा मशवरा होगा कि इसे आप जल्दी से पहले हिंदी में याद कर लें, उसके बाद आप किसी अच्छे जानकार से तलफुज सही करा लें.
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