शब ए बारात कब है? 2025 में यह त्यौहार कब मनाया जाएगा। शबे बारात का महत्व क्या है? इस त्यौहार में कौन-सी इबादत की जाती है?
ए टू जेड हंड्रेड पर्सेंट ऑथेंटिक इंफॉर्मेशन, आपको इस आर्टिकल में मिलेगा. आप लोगों से गुजारिश है कि नीचे तक Scroll करके चेक करें.
प्रश्न – भारत में शब ए बारात कब है?
- उत्तर – 13 या 14 फरवरी 2025
वर्ष 2024 का 25 फरवरी को शबे बरात हो चुका है। आप तो जानते ही होंगे रज्जब (सातवां) महीने के बाद, शआबान (आठवां) महीना होता है. हिजरी कैलेंडर के अनुसार, शाबान महीने के 14 तारीख की शाम से 15 तारीख के सुबह तक शब ए बारात त्यौहार दुनिया भर में मनाया जाता है.
Shab-e-Barat In India – Shab-e-Barat, the “Night of Forgiveness,” falls on the 14th night of Sha’ban. In 2025, it will be observed on the night of 13/14 February. Muslims believe this night is when Allah (SWT) decides the fate of people for the coming year. |
शबे बारात 13 फरवरी को कैसे हो सकता है?
शआबान महीने की शुरुआत अगर 31 जनवरी 2025 को होती है तो, 13 फरवरी 2025 को शबे बरात का त्यौहार होगा।
कैसे ???
- 1 शआबान – 31 जनवरी
- 2 शआबान – 01 फरवरी
- 3 शआबान – 02 फरवरी
- 4 शआबान – 03 फरवरी
- 5 शआबान – 04 फरवरी
- 6 शआबान – 05 फरवरी
- 7 शआबान – 06 फरवरी
- 8 शआबान – 07 फरवरी
- 9 शआबान – 08 फरवरी
- 10 शआबान – 09 फरवरी
- 11 शआबान – 10 फरवरी
- 12 शआबान – 11 फरवरी
- 13 शआबान – 12 फरवरी
- 14 शआबान – 13 फरवरी
- 15 शआबान – 14 फरवरी.
शबे बारात 14 फरवरी को कैसे हो सकता है?
शआबान मैंने की पहली तारीख अगर 1 फरवरी 2025 होता है तो ऐसी स्थिति में 14 फरवरी 2025 को शबे बरात का त्यौहार होगा।
कैसे ???
- 1 शआबान – 01 फरवरी
- 2 शआबान – 02 फरवरी
- 3 शआबान – 03 फरवरी
- 4 शआबान – 04 फरवरी
- 5 शआबान – 05 फरवरी
- 6 शआबान – 06 फरवरी
- 7 शआबान – 07 फरवरी
- 8 शआबान – 08 फरवरी
- 9 शआबान – 09 फरवरी
- 10 शआबान – 10 फरवरी
- 11 शआबान – 11 फरवरी
- 12 शआबान – 12 फरवरी
- 13 शआबान – 13 फरवरी
- 14 शआबान – 14 फरवरी
- 15 शआबान – 15 फरवरी.
14 शआबान कब है?
14 शआबान 1446, 13 या 14 फरवरी 2025 को हो सकता है. इस बात की पूरी तरह पुष्टि चांद देखे जाने के बाद होगी.
15 शआबान कब है?
15 शआबान 1446, 14 या 15 फरवरी 2025 को हो सकता है। कंफर्म डेट 12 फरवरी 2025 को चांद देखने के बाद पता चलेगा.
16 शआबान कब है?
16 शआबान 1446, 15 या 16 फरवरी 2025 को हो सकता है. कंफर्म डेट 12 फरवरी 2025 को चांद देखने के बाद पता चलेगा. हम मुसलमान शबे बरात का रोज इसी दिन रखते हैं.
पिछले 10 सालों के रिकॉर्ड के अनुसार
2016 से 2025 के बीच होने वाले यह त्यौहार का लिस्ट नीचे दिया गया है। लिस्ट को देखने से साफ पता चलता है कि, प्रत्येक वर्ष 11 से 12 दिन पहले यह त्यौहार मनाया जाता है।
- 2016 – 21 मई
- 2017 – 12 मई
- 2018 – 1 मई
- 2019 – 20 अप्रैल
- 2020 – 9 अप्रैल
- 2021 – 28 मार्च
- 2022 – 18 मार्च
- 2023 – 7 मार्च
- 2024 – 25 फरवरी
- 2025 – 13/14 फरवरी.
कब है जानिए ?
रमजा़न, ईद उल फितर, ईद उल अजहा, मिलादुन्नबी, All Muslim Festivals Dates.
Shab e Barat का A to Z इस पेज पर मिलेगा। यह त्यौहार कब है? यह त्यौहार पहली बार कब मनाया गया था? Shab e Barat भेजे जाने वाले संदेश (sms, greetings & quote)। इबादत से लेकर महत्व और भी बहुत कुछ आपको इस आर्टिकल में मिलेगा।
अगर आपके पास वक्त हो तो जरूर पढ़िए
- हमबिस्तरी (इरादा और मनी निकलने) की दुआ
- इफ्तार व शेहरी की दुआ तीनों भाषा में
- आयतल कुर्सी अरबी हिंदी एवं अंग्रेजी में पढ़िए
- इस्लामिक कैलेंडर (हर महीने चांद का अपडेट)
शब-ए-बारात दो शब्दों के मेल (शब और बारात) से बना है। शब मतलब रात होता है। जबकि बारात का सही अर्थ बरी होना होता है।
इसे इबादत और गुनाहों का माफी का रात कहा जाता है। मुसलमान अपने गुनाहों की माफी अल्लाह से मांग कर बरी हो सकता है। अगले दिन रोजा रखा जाता है।
India ही नहीं दुनिया भर के मुसलमान शबे बारात की रात को कब्रिस्तान जाकर अपने बुजुर्गों की कब्र पर फातिहा पढ़ते हैं। यही नहीं मज़ारों पर हाज़िरी भी देते है।
मर्द मुसलमान शबे बरात की रात में मस्जिदों में रात भर जाग कर अल्लाह की इबादत करते हैं। यही नहीं जगह-जगह जलसे और महफ़िल ए मिलाद़ की महफ़िल सजती है।
इस साल सादगी के साथ इस त्यौहार को मनाएं और दुआ करें कि भारत के लोगों को अल्लाह ताला कोरोना जैसी बीमारी से बचाए।
Shab e Barat in Hindi Aur kab hai
Shab e Barat kab hai? सभी धर्म मानने वाले इस प्रश्न का उत्तर को गूगल पर सर्च करते हैं। ऊपर दिए गए लिस्ट से अंदाजा लगा सकते हैं।
Shab e Barat in Hindi जैसे शब्द को भी आप गूगल पर सर्च करते हैं। आपको इस त्यौहार से संबंधित ए टू जेड इनफॉरमेशन इस लेख में मिलने वाला है।
शब-ए-बारात क्यों मनाया जाता है?
Subrat kab hai? यह तो आप जान चुके होंगे लेकिन आपको यह भी जान लेना चाहिए कि दुनिया वालों ने पहली बार इस त्यौहार को कब मनाया था।
अल्लाह के नबी पैगंबर हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का जन्म में से लेकर पालन-पोषण तक मक्का में हुआ। आपने लोगों को इस्लाम अपनाने के लिए कभी मजबूर नहीं कये थे।
लेकिन आपके कामों ने लोगों को शांति के धर्म के बारे में सोचने पर मजबूर कर दिया। जैसे-जैसे दिन गुजरता गया, वह काफी प्रसिद्ध हो गये। उसकी शिक्षाओं ने एक धर्म के तहत पूरे अरब प्रायद्वीप के एकीकरण को प्रेरित किया।
मक्का के तत्कालीन राजनीतिक शासकों खतरा महसूस होने लगा। आप पर दबाव बनना शुरू हुआ। जिसने इस्लाम के दूत को पवित्र शहर – मक्का को 622 शताब्दी में छोड़ने के लिए मजबूर किया और मदीना चले गये।
पैगंबर हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के अभियान के दौरान, उन्होंने रक्तपात से परहेज किया और कई लोगों को माफी दे दी।
आप 630वीं शताब्दी में मक्का लौटने की यह विशेष रात को मुसलमानों के द्वारा शब ए बारात मनाई जाती है। दुनिया भर में रहने वाले मुसलमानों का मानना है कि दुनिया वालों ने पहली बार 630वीं शताब्दी यह त्यौहार मनाया।
शब-ए-बारात के सही नाम को जान लें
शब ए बारात और शबे बरात, के नाम से इंटरनेट पर खोजा जाता है। लेकिन सही नाम क्या है यह आप जान लें। भारतीय उपमहाद्वीप में यह त्यौहार शब-ए-बारात के नाम से जाना जाता है। इस त्यौहार का अरबी नाम लैलतुन निसफे मीन शाबान या लैलतुल बराह कहते हैं।
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अक्सर लोग यह जानना चाहते हैं कि मुसलमान शब ए बारात क्यों मनाते हैं ? शब-ए-बारात दो शब्दों के मेल (शब + बारात) से बना है।
शब मतलब रात होता है। जबकि बारात का अर्थ बरी होना होता है। यह एक इबादत की रात है जिसमें मुसलमान अपने अल्लाह से गुनाहों की माफी मांगते हैं। गुनाहों की तौबा करते हैं। इस रात को अल्लाह पाक तौबा ज्यादा कबूल करते हैं।
अल्लाह पाक रहमतों व नेकियों के दरवाजे खोल देते हैं। दुनिया में रहमत के फरिश्तों को भेजते हैं। शबे बरात की रात अल्लाह पाक अपने बंदो के लिए रोजी रोटी व मौत हयात आदि का फेहरिस्त तैयार करते हैं।
इस्लाम के चार बड़ी रातों में से एक है शबे कद्र की रात, जान लीजिए
इस्लाम में इबादत करने के अनुसार पहले नंबर पर आशूरा की रात है, दूसरी शब-ए-मेराज, तीसरी शब-ए-बारात व चौथी शब-ए-कद्र होती है। इन रातों की इबादत काफी बेहतर माना जाता है।
शब ए बारात की रात में क्या पढ़े और रोजा कब है
शब ए बारात की इबादत कैसे करें? शब ए बारात की नमाज़ में मुख्यतः नफल व तहजूद है। शबे बारात की दुआ में अपने और परिवार के लोगों लिए माफी जरूर मांगना चाहिए।
शब ए बारात की रात इबादत की रात है। पूरी रात इबादत में ही गुजारना चाहिए। रात के पहले हिस्से में कब्रिस्तान जरूर जाना चाहिए। नफल व तहजूद के नमाज़ के इलावा जो अभी समय बचे उसे तिलावते कुरआन को देना चाहिए।
Shab E Barat के Ultimate Quotes & Greetings In Hindi Text And Images
“मेरे प्यारे दोस्त
अगर मैंने आपको अपने जीवन में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से चोट पहुंचाई हों। कृपया मुझे माफ कर दें। कृपया मुझे अपनी इबादतों में याद रखें। शब-ए-बारात मुबारक”।
“मैं आपको शब-ए-बारात के खास मौके पर Wish करता हूं, कृपया मुझे अपनी इबादतों में याद रखें। शब-ए-बारात मुबारक”।
” मैं आपको शब-ए-बारात के खास मौके पर Wish करती हूं, कृपया मुझे अपनी इबादतों में याद रखें। शब-ए-बारात मुबारक”।
” ए अल्लाह! मैं आपसे एक विशेष प्रार्थना करता हूं, कृपया मुझे माफ करें। शब-ए-बारात मुबारक”।
” ए अल्लाह! मैं आपसे एक विशेष प्रार्थना करती हूं, कृपया मुझे माफ करें। शब-ए-बारात मुबारक”।
” अल्लाह, आपने मुझे एक खूबसूरत जिंदगी और एक धन्य रात दी है, कृपया मेरे भविष्य को उज्ज्वल बनाएं। शब-ए-बारात मुबारक”।
” रहमतों की आई है रात, दुआ है आप सदा रहे आबाद, मुबारक हो आपको शब-ए-बारात। शब-ए-बारात मुबारक”।
” ए अल्लाह! मैं तुझसे मांगता हूं, ऐसी माफी की जिसके बाद गुनाह ना हो, ऐसी सिहत जिसके बाद बीमारी ना हों, ऐसी रजा जिसके बाद कोई नाराजगी ना हों – आमीन शब-ए-बारात मुबारक”।
Conclusion Points
आखिर में मैं पूरे संक्षेप से बता देता हूं, वर्ष 2024 का शबे बरात हो चुका है. अब 2025 में, 13 या 14 फरवरी को हो सकता है.
शाबान महीने का चांद 12 फरवरी को देखा जाएगा. उसके बाद ही कंफर्म होगा कि शबे बरात का त्योहार 2025 में 13 या 14 फरवरी को होगा.
FAQs
प्रश्न 1 – कब मनाया जाता है, शबे बारात?
उत्तर – इस्लामिक कैलेंडर या हिजरी कैलेंडर के अनुसार शाबान (आठवां महीना) महीने के 14 तारीख को सूर्यास्त के बाद, यह त्यौहार शुरू हो जाती है। जो पूरे रात से सुबह के फजर तक होता है।
प्रश्न 2 – भारत में शबे बारात कब है 2025 ?
उत्तर – शब ए बारात 2024 जैसे शब्द से आप सर्च करते हैं। आप यह जाना चाह रहे हैं कि शबे बारात कब है? वर्ष 2025 में से शबे बरात का त्योहार 13/14 फरवरी को हो सकता है.
प्रश्न 3 – 13 या 14 फरवरी 2025 को शबे बरात का त्यौहार होगा?
उत्तर – रज्जब महीना 30 दिनों का हुआ है, शबे बरात 14 फरवरी 2025 को होगा.
Nice
Ruyr