अस्सलाम अलैकुम वरहमतुल्लाहे व बरकातहू, इस्लामिक मसनून दुओं को याद करने में, आपको आसानी हो, इसलिए हमारी टीम ने अरबी से हिंदी में सही ढंग से ट्रांसलेट किया गया है.
हिंदी में याद करने बाद अल्फाज को सही करने के लिए किसी ने किसी अच्छे जानकार को जरूर सुनाएं। सही प्रनंसीएशन में किसी भी दुआ को पढ़ना चाहिए।
Masnoon Dua In Hindi जैसे बहुत सारे शब्दों से इंटरनेट पर आप लोग सर्च करते हैं। आपको दुआ हिंदी में लिखा नहीं मिलता होगा। आपका search यहां पर खत्म होता है। अब सभी दुआएँ आप हिंदी में पढ़ सकते हैं।
Islamic Dua In Hindi – अपने हिंदी भाषा में पढ़िए
दुआओं को अरबी में पढ़ना अफ़ज़ल माना जाता है। अगर आप अभी अरबी में पढ़ने में सक्षम नहीं है तो इसे आप हिंदी में पढ़ सकते हैं। अल्लाह से दुआ मांगने का सही इस्लामिक तरीका सीखिए.
लेकिन इसी अरबी जानने वाले से दुआ की तलफ़ुज को सही करवा लें। अगर आप हिंदी में भी Arabic दुआ याद नहीं कर सकते हैं, तो कम से कम उनका हिन्दी तर्जुमा ज़रूर पढ़ लें।
मैंने कई इस्लामिक स्कॉलर से पूछा, अगर किसी को यह दुआ जल्दी से याद ना हो पाए तो क्या वह उसे बार-बार देख कर पढ़ने से सवाब मिलेगा? उसका जवाब हां था.
मैं आपसे इलतेजा कर सकता हूं कि आपको जब तक याद ना हो जाए आज इसे देखकर पढ़िए. अल्लाह ताला आपको इसका बराबर सवाब देगा.
51 मसनून दुआओं पढ़े और याद़ करें
1 – सुबह हो तो यह दुआ पढ़ें
अस्बाहना व् अस्बहल मुल्कु लिल्लाहि रब्बिल आलामीन अल्लाहुम्मा-इन्नी अस्अलुका खैईरा हाज़ल यौऊमि फत्हहु व् नस्सरहू व् नूरा-हु व् ब-र-क-तहू व् हुदाहू व् आऊज़ु-बिका मिन-शर्री मा फ़ीही व् शर्रिमा बअद-हू।
या यह पढ़े
अल्लाहुम्मा बिका अस्बहना व् बिका अम्सैईना व् बिका नह्या व् बिका नमुतु व् इलैईकल मसीरुहु।
2 – जब सूरज निकले तो यह दुआ पढ़ें
अलहम्दु लिल्लाहिल्लजी अका-ल-ना यौ-म-ना हाजा व लम् युहिलक्ना बिजुनूबिना।
3 – शाम हो तो यह दुआ पढ़ें
अम्सैना व अम्सल मुल्कु लिल्लाहि रब्बिल आलमीन अल्लाहुम-म इन्नी अस् अकु-क खै-र हाजिहिल्लैलति फत-ह हा व नस-रहा व नु-र हा व ब-र क-तहा व हुदाहा व अअूजु
बि-क मिन शर्री मा फ़ीहा व शर्री मा बअ्-द हा।
या यह दुआ पढ़ें
अल्लाहुम-म बि-क अम्सैना व बि-क अस्बह्नना व बि-क नह्यय व बि-क नमूतु व इलैकन्नशूर।
4 – मग़रिब की अज़ान हो तो यह दुआ पढ़ें
अल्लाहुम-म इन-न हाज़ा इक्बालु लैलि-क व इद् बारु नहारि-क व अस्वातु दुआति-क फग्फिरली।
5 – शाम सुबह पढ़ने की कुछ तथा दुआ
बिस्मिल्लाहहिल्लज़ी ला यज़ुर्रू मअस्मिही शैउन
फ़िल अर्जि व ला फ़िस्समाइ वहुवस्समीअुल अलीम।
या यह पढ़े
फ़ सुब्हानल्लाहि ही-न तुम्सू-न व ही-न तुस्बिहू न व लहुल हम्दु फि़स्समावाति वल अर्ज़ि व अशीयंव-व-ही-न तुज़्हि रुन युख्रिजुल हय-य मिनल मय्यिति व युख्रिजुल मय्यि-त मिनल हय्यि व युहियल अर-ज़ बअ द मौ ति हा व कजा़लि-क तुख-र जून।
या यह पढ़े
हामीम तंजीलुल किताबि मिनल्लाहिल अज़ीजिल अलीम गा़फ़िरिज्जम्बि व का़बि-ल त्तौ बि शदीदिल अ़िकाबि ज़ित्तौलि ला इला-ह इल्ला हु-व इलैहिल मसीर।
6 – आयतल कुर्सी
अल्लाहु ला इला-ह इल्लल्लाहु-वल हय्युल
क़य्यूमु ला तअ् खुज़ुहू सि-न तुंव-व ला नौम लहू मा
फि़स्समावातिं व मा फ़िल अर्ज़ि मन ज़ल्लज़ी यश् फ़उ
अिन-द-हू इल्ला बिइज़्निही यअ्लमु मा बै-न एेदीहिम
व मा ख़ल-फ़ हुम व ला युहीतू-न बि शैइम मिन
अिल्मि ही इल्ला बि-मा शा-अ व सि-अ
कुर्सि-युहूस्समावाति वल अर्ज़ि व ला यऊदु हू
हिफ़्जुहुमा व हुवल अ़लीयुल अज़ीम।
7 – सोते समय यह पढ़े
अल्लाहुम-म क़िनी अ़ज़ा-बक यौ-म तज्मअु इबा-द क।
या यह दुआ पढ़ें
बिस्मि-क रब्बी व ज़अ्तु जंबी व बि क अर्फ़अुहू इन अम्सक-त नफ्सी फ़र्हम्हा व इन अर्सल-तहा फ़ह्फ़ज़्हा बिमा तह़्फज़ु बिही अ़िबा-द-कस्सालिहीन।
या यह दुआ पढ़ें
अल्लाहुम-म बिस्मि-क अमूतु व अह् या।
या यह दुआ पढ़ें
अल्लाहुम-म अस्लम्तु नफ़्सी इलै-क वज्जह्तु वज्ही इलै-क व फ़व्वज्तु अम्री इलै-क व अल-जअतु ज़हरी इलै-क रग़्बतंव-व रह्ब-तन इलै-क ला मल् ज-अ व ला मन-ज-अ मिन-क इल्ला इलै-क आमन्तु बिकिताबि-कल्लज़ी अन्ज़ल-त व बि नबीयि-कल्लज़ी अर्सल-त।
8 – सोते समय नींद ना आने पर यह दुआ पढ़ें
अल्लाहहूम-म गा़र-तिन्नुजूमु व ह-द-अतिल अुयूनु
व अन-त हय्युन क़य्यूमुन ला तअखुज़ु-क सि-न-तुंव-व
ला नौमुन या हय्यु या क़य्यूमु अहदि लैली व अनिम अैनी।
9 – सोते में डर घबराहट या नींद उचटने पर
अअूज़ु बिकलिमातिल्लाहि त्ताम्मति मिन ग़-ज़बिही व अिक़ाबिही व शर्रि अ़िबादिही व मिन ह-म-ज़ातिश्श्यातीनि व अंय्य हज़ुरुन।
10 – जब सो कर उठे तो यह दुआ पढ़ें
अल् हम्दु लिल्लाहिल्लज़ी अह्याना बअ-द मा अमा-तना व इलैहिन्नुशूर।
या यह पढ़े
अलहम्दु लिल्लाहिल्लज़ी युहियल मौता व हु-व अला कुल्लि शैइन कदीर।
11 – पाख़ाने जाने से पहले की दुआ
दुआ से पहले बिस्मिल्लाह पढ़ें
अल्लाहुम-म इन्नी अअूज़ु बि-क मिनल खुबुसि वल ख़बाइसि।
इन इस्लामिक आर्टिकल को आर्टिकल को जरूर पढ़ें
- मुस्लिम निकाह के कानून और मुस्लिम मैरिज एक्ट
- सफर की दुआ हिंदी में पढ़िए
- दुआ ए कुनूत हिंदी इंग्लिश एवं अरबी में पढ़िए
- दुआ मांगने का सही तरीका क्या है?
12 – पाख़ाने जाने के बाद की दुआ
पाख़ाने निकलते समय गुफ़्रा-न-क कहे तथा यह दुआ पढ़ें
अल् हम्दु लिल्लाहिल्लज़ी अज़्ह-ब अन्निल अज़ा व अा फ़ानी।
13 – वुज़ू की दुआ
जब वुज़ू करना शुरू करें तो पहले – बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम – कहे तथा वुज़ू के दरमियान यह दुआ पढ़ें।
अल्लाहुम-मग्फ़िर ली ज़बी व वस्सि-अ ली फ़ी दारी व बारिक ली फ़ी रिज़्क़ी।
वुज़ू करने के बाद की दुआ, यह दुआ आसमान की तरफ मुंह करके पढ़ें।
अशहदुअल्ला इला-ह इल्लल्लाहु वह्दहू ला शरी-क लहू व अश्हदु अन-न मुहम्मदन अब्दुहू व रसूलुहू।
14 – मस्जिद में दाखिल होने की दुआ
रब्बिग्फ़िर ली ज़ुनूबी वफ़्तह ली अब्वा-ब रहमति-क।
मस्जिद से निकले तो हुज़ूर सल्ल० पर दरुद व सलाम के बाद यह पढ़े।
रब्बिग़्फिरली ज़ुनूबी वफ़्त ह ली अब्वा-ब फ़ज़्लि-क।
15 – जब अज़ान की आवाज़ सुने तो यह पढ़े
अश्हदु अल्ला इला-ह इल्लल्लाहु वह्दहू ला शरी-क लहू अश्हदु अन-न मुहम्मदन अब्दुहू व रसूलुहू रज़ीतु बिल्लाहि रब्बन व बिमुहम्मदिन रसूलन व बिल इस्लामि दीनन०
16 – जब घर में दाखिल हो तो यह पढ़े
अल्लाहुम-म इन्नी अस्अलु-क खैरल मौलजि व खैरल मख्रजि बिस्मिल्लाहि व लज्ना बिस्मिल्लाहि खरज्ना व अलल्लाहि रब्बिना तवक्कल्ना०
17 – जब घर से निकले तो यह पढ़े
बिस्मिल्लाहि तवक्कल्तु अलल्लाहि ला हौ-ल व ला क़ू-व-त इल्ला बिल्लाहि०
18 – जब बाज़ार में दाख़िल हो तो यह पढ़े
ला इला-ह इल्लल्लाहु वह्दहू ला शरी-क लहू लहुल मुल्कु व लहुल हम्दु युहयी व युमीतु व हु-व हय्युन ला यमूतु बि-य-दि-हिल खैरु व हु-व अला कुल्लि शैइन कदीर०
19 – अगर बाजार में कुछ बेचना या ख़रीदना हो तो यह भी पढ़े
बिस्मिल्लाहि अल्ला हुम-म इन्नी अस्- अलु-क खै-र हाजिहिस्सूक़ि व खै-र मा फीहा व अअूज़ु बि-क मिन शर्रि हा व शर्रि मा फ़ी हा अल्लाहुम-म इन्नी अअूज़ु बि-क अन उसी-ब फ़ीहा यमीनन फ़ाजि-र-तन अौ सफ़्क़तन ख़ासिरतन०
20- जब खाना शुरू करे तो यह पढ़े
बिस्मिल्लाहि व अला ब-रकतिल्लाह।
21 – बिस्मिल्लाह याद आने पर पढ़े
बिस्मिल्लाहि अव्वलहू व आख़ि रुहू०
22 – जब खाना खा चुके तो यह दुआ पढ़े
अल हम्दु लिल्लाहिल्लज़ी अत-अ-म-ना व सक़ाना व
ज-अ-ल-ना मिनल मुस्लिमीन०
या यह पढ़े
अल् हम्दु लिल्लाहिल्लज़ी हु-व अश-ब-अ- ना व अर्वाना व
अन-अ-म अलैना व अफ़-ज़-ल।
या यह पढ़े
अल्लाहुम-म बारिक लना फ़ीहि व अत् अि म्ना ख़ैरम मिन्हु०
या यह दुआ पढ़े
अल् हम्दु लिल्लाहिल्लज़ी अत-अ-म-नी हाज़त्तआ-म व
र-ज़-क़नीहि मिन ग़ैरि हौलिम मिन्नी व ला क़ूव तिन०
23 – जब किसी के यहां दावत खाये तो यह पढ़े
अल्लाहुम-म अतअिम मन अत-अ-म-नी वस्क़ि मन सक़ानी०
24 – ज़मज़म का पानी पीकर यह दुआ पढ़े
अल्लाहुम-म इन्नी अस् अलु-क इल्मन नाफ़ि अंव व रिज़्क़वं वासिअंव व शिफ़ाअम मिन कुल्लि दाइन०
25 – अगर किसी के यहां इफ़्तार करे तो पढ़े
अफ़्त-र अिन-द कुमुस्साइमू न व अ-क-ल तआ-म कुमुल अब् रा-रु व सल्लत अलैकुमुल मलाइकतु०
26 – दूल्हा को यों मुबारकबाद दी जाए
बा-र-कल्लाहु ल-क व बा-र-क अलैकुमा व ज-म-अ बै-न-कुमा फ़ी ख़ै रिन०
27 – बीवी से हम-बिस्तरी के इरादे के वक़्त
बिस्मिल्लाहि अल्लाहुम-म जन्निब् नश्शैता-न व जन्निबिश्शैता-न मा रज़क़्त्त-ना०
28 – मनी निकलने पर दिल में यह पढ़े
अल्लाहुम-म ला तज-अल लिश्शैतानि फ़ीमा रज़क़्त-नी नसीबा०
29 – जब चांद पर नज़र पड़े तो यह दुआ पढ़े
अअूज़ु बिल्लाहि मिन शर्रि हाजा०
30 – नया चांद देखे तो यह दुआ पढ़े
अल्लाहुम-म अहिल-ल हू अलैना बिल युम्नि वल ईमानि वस्सलामति वल इस्लामि वत्तौफ़ीक़ि लिमा तुहिब्बु व तर्ज़ा रब्बी व रब्बुकल्लाहु०
31 – जब किसी को रुख़्सत करे तो यह पढ़े
अस्त्तौदिअुल्ला-ह दी-न-क व अ मा-न-त-क व ख़्वाती-म
अ-म-लि-क०
32 – जब सफ़र का इरादा करे तो यह पढ़े
अल्लाहुम-म बि-क असूलु व बि-क अहूलु व बि-क असीरु०
33 – किसी मंज़िल (रेलवे स्टेशन या मोटर स्टैंड) पर उतरे तो पढ़े
अअूज़ु बिकलिमातिल्लाहित्ताम्माति मिन शर्रि मा ख-लक०
34 – किसी शहर या बस्ती में दाखिल होने लगे, तो तीन बार पढ़े
अल्लाहुम-म बारिक लना फ़ीहा ०
फिर यह पढ़े
अल्लाहुम-मर्ज़ुक़्ना जना हा व हब्बिब्ना इला अहिल हा व हब्बिब सालिही अहिलहा इलैना ०
35 – जब किसी को मुसीबत, परेशानी या बुरे हाल में देखे तो यह दुआ पढ़े
अल् हम्दु लिल्लाहिल्लज़ी आफ़ानी मिम्मब्तला-क बिही व फ़ज़्ज़-ल-नी अला क-सी रिम मिम्मन ख़-ल-क़ तफ़्ज़ीला ०
36 – जब दुश्मनों का डर हो तो यह पढ़े
अल्लाहुम-म इन्ना नज्अलु-क फ़ी नुहूरि-हिम व न अूज़ु बि-क मिन शुरुरिहिम ०
37 – अगर दुश्मन घेर लें तो यह दुआ पढ़े
अल्लाहुम-म मस्तुर अौ रातिना व आमिरौ-आतिना
38 – जब कोई परेशानी हो तो यह दुआ पढ़े
अल्लाहुम-म रहम-त-क अर्जू फ़ ला तकिल्नी इला नफ़्सी
तर्फ़-त एे निंव व अस्लिह शानी कुल्लहू ला इला-ह इल्ला
अन-त ०
या यह पढ़े
हस्बुनल्लाहु व नि अमल वकीलु ०
या यह पढ़े
अल्लाहु अल्लाहु रब्बी ला उश्रिकु बिही शैआ ०
या यह पढ़े
या हय्यु या क़य्यूमु बिरहमति-क अस्तग़ीसु ०
39 – हर क़िस्म की माली तरक़्क़ी के लिए यह दरुद शरीफ़ है
अल्लाहुम-म सल्लि अला मुहम्मदिन अब्दि-क व रसूलि-क व
अल-ल मुअ् मि नी-न वल मुअ् मिनाति व अलल मुस्लिमी-न वल मुस्लिमाति ०
40 – शबे क़द्र की दुआ यह है
अल्लाहुम-म इन्न-क अफ़ूवुन तुहिब्बुल अफ़ व फ़अ्फ़ु अन्नी ०
41 – अपने साथ एहसान करने वाले को यह दुआ दे
जज़ाकलाहु ख़ैरन ०
42 – जब क़र्ज़दार क़र्ज़ा अदा कर दे तो उसको यह दुआ दे
अौफ़ै तनी अौफ़ल्लाहु बि-क ०
43 – जब अपनी कोई महबूब चीज़ देखे, तो यह पढ़े
अल् हम्दु लिल्लाहिल्लज़ी बि नि अ मति ही ततिम्मुस्सालिहातु।
44 – जब गुस्सा आये या गधे या कुत्ते की आवाज़ सुने या बुरे वसवसे आयें, तो –
अअूज़ु बिल्लाहि मिन श्शैतानिर्र जी म ०
45 – बारिश के लिए तीन बार यह दुआ मांगे
अल्लाहुम-म अग़िस्ना ०
या यह पढ़े
अल्लाहुम-म अन्ज़िल अला अर्ज़ि ना ज़ी-न-त हा व
स-क-न-हा ०
46 – जब बादल आता हुआ नज़र पड़े तो यह पढ़े
अल्लाहुम-म इन्ना नअूज़ुबि-क मिन शर्रि मा उर्सि-ल बिही अल्लाहुम-म सय्यिबन नाफ़िअन ०
47- जब बारिश होने लगे, तो यह दुआ पढ़े
अल्लाहुम-म सय्यिबन नाफ़िअन ०
48 – अगर जब बारिश हद से ज़्यादा होने लगे, तो यह पढ़े
अल्लाहुम-म हवालैना व ला अलैना अल्लाहुम-म अलल आकामि वल आजामि वज़्ज़िराबि वल अौदियति व मनाबितिश्श-ज-रि ०
49 – जब क़ुर्बानी करे तो जानवर को क़िब्ला रुख़ लिटाकर यह दुआ पढ़े
इन्नी वज्जह्तु वज्हि-य लिल्लज़ी फ़-त-रस्समावाति वल
अर-ज़ अला मिल्लति इब्राही- म हनीफ़ंव व मा अना मिनल मुश्रिकीन इन-न सलाती व नुसुकी व महया-य व ममाती लिल्लाहि रब्बिल आ ल मी न ला शरी-क लहू व बि ज़ालि-क उमिर्तु व अना मिनल मुस्लिमीन अल्लाहुम-म मिन-क व ल-क अन ०
50 – जब किसी मुसलमान से मुलाक़ात हो तो यों सलाम कहे
अस्सलामु अलैकुम व रह्मतुल्लाह ०
इसके जवाब में दूसरा मुसलमान यों कहे
व अलैकुमुस्सलामु व रह्मतुल्लाहि ०
अगर कोई मुसलमान सलाम भेजे तो जवाब में यों कहे
व अलैहिस्सलामु व रहमतुल्लाहि व ब-र- कातुहू ०
या सलाम लाने वाले को ख़िताब करके यों कहे
व अलै-क व अलैहिस्सलामु ०
जब छीक आये तो यों कहे
अल् हम्दु लिल्लाह ०
इसको सुनकर दूसरा मुसलमान यों कहे
यर्हमुकल्लाह ०
इसके जवाब में छीकने वाला यों कहे
यह्दीकुमुल्लाहु व युस्लिहु बालकुम ०
अगर ख़ामख़ाह बे-अख़्तियार बद-फ़ाली का ख़्याल आ जाए तो यह दुआ पढ़े
अल्लाहुम-म ला याती बिल-ह-स-नाति इल्ला अन-त व ला
यज़् हबु बिस्सइएआति इल्ला अन-त व ला हौ-ल व ला
क़ू-व-त इल्ला बि-क ०
51 – कोई मुसीबत पहुंचे, (अगरचे कांटा ही लग जाए) तो यह पढ़े
इन्ना लिल्लाहि व इन्ना इलैहि राजिअून अल्लाहुम-म अजिर्नी फ़ी मुसीबती व अख़्लिफ़ ली ख़ैरम मिन्हा ०
अगर आपके पास वक्त हो तो जरूर पढ़िए
- हमबिस्तरी (इरादा और मनी निकलने) की दुआ
- इफ्तार व शेहरी की दुआ तीनों भाषा में
- शबे बरात कब है?
- आयतल कुर्सी अरबी हिंदी एवं अंग्रेजी में पढ़िए
- इस्लामिक कैलेंडर (हर महीने चांद का अपडेट)
Conclusion Point
51 मसनून दुआ इन हिंदी आप पढ़ चुके हैं। इनमें से जिस दुआ को आप अच्छे से याद करना चाहते हैं। आप उसे अपने वेबसाइट kulhaiya.com पर अरबी एवं इंग्लिश text में भी पढ़ सकते हैं।
इनमें से ज्यादातर दुआओं का लिंक नीचे दिया गया है। कृपया एक बार जरूर चेक कर लें आपको पूरी तसल्ली हो जाएगी। अगर आपको अच्छा लगे तो इसे आप सोशल मीडिया पर शेयर करें! ताकि अन्य मुसलमान भाई एवं बहनों तक यह पहुंच सके।
कब्रिस्तान मे दाखिल,ओर बाहर, जाने की दुवा
लीखना जरुरी हे,
जी जरूर लिखा जाएगा
कब्रिस्तान में दाखिल होने की दुआ
السَّلَامُ عَلَيْكُمُ يَا أَهْلَ الْقُبُورِ يَغْفِرُ اللَّهُ لَنَا وَلَكُمْ أَنْتُمُ سَلَفُنَا وَنَحْنُ بِالْأَثَرِ