क्या आप व्हाट इस फिजिक्स इन हिंदी लैंग्वेज को इंटरनेट पर सर्च कर रहे हैं. आपको इस लेख में बेसिक फिजिक्स का ए टू जेड मिलेगा. साथ में शास्त्रीय और आधुनिक भौतिकी केेे बारे में भी बतााया जाएगा. कृपया स्क्रॉरोल करके नीचे तक चेक कर लीजिए.
सबसे सरल शब्दों में, भौतिकी पदार्थ और ऊर्जा और उनके बीच की बातचीत का अध्ययन है। इसमें सबसे छोटे कणों से लेकर ब्रह्मांड की सबसे बड़ी संरचनाओं तक सब कुछ समाहित है। भौतिकी के नियम सार्वभौमिक हैं और विभिन्न प्रकार की परिस्थितियों में पदार्थ और ऊर्जा के व्यवहार का वर्णन करते हैं।
जबकि भौतिकी को अक्सर विज्ञान की एक शाखा के रूप में माना जाता है जो भौतिक दुनिया से संबंधित है, इसमें उप-परमाणु स्तर पर होने वाली खगोलीय घटनाओं और घटनाओं का अध्ययन भी शामिल है।
फिजिक्स की परिभाषा क्या है?
Physics (फिजिक्स) शब्द का उदय, ग्रीक भाषा physis से हुआ था जिसका मतलब प्रकृति होता है।
फिजिक्स की प्राचीन परिभाषा में,
भौतिक विज्ञान विज्ञान का एक महत्वपूर्ण शाखा है जिसमें प्रकृति एवं उसके दर्शनों का अध्ययन किया जाता है.
फिजिक्स की आधुनिक परिभाषा में,
पदार्थ व ऊर्जा तथा उनके बीच संबंधों का अध्ययनों फिजिक्स कहा जाता है.
पदार्थ व ऊर्जा तथा उनके बीच संबंधों का अध्ययनों फिजिक्स कहा जाता है. आइए इस परिभाषा का सेंटिफिक एनालिसिस करते हैं.
फिजिक्स की परिभाषा से दो शब्द निकल कर आता है
- पदार्थ
- ऊर्जा.
भौतिकी विज्ञान का एक व्यापक और जटिल क्षेत्र है जो पदार्थ, ऊर्जा और उनकी परस्पर क्रियाओं के अध्ययन से संबंधित है। इसे प्राकृतिक विज्ञान की सबसे पुरानी और सबसे मौलिक शाखाओं में से एक माना जाता है जो यह समझने की कोशिश करती है कि ब्रह्मांड अपने सबसे बुनियादी स्तर पर कैसे काम करता है।
शब्द “भौतिकी” ग्रीक शब्द “फ़्यूसिस” से आया है, जिसका अर्थ है प्रकृति, और इसका उपयोग प्राचीन काल से प्राकृतिक घटनाओं के अध्ययन का वर्णन करने के लिए किया जाता रहा है।
भौतिकी का मुख्य लक्ष्य यह बताना है कि सभी भौतिक प्रणालियाँ गणितीय मॉडल और प्रायोगिक विधियों का उपयोग करके कैसे व्यवहार करती हैं।
इसमें उप-परमाण्विक कणों से लेकर संपूर्ण आकाशगंगाओं के साथ-साथ प्रकाश, ध्वनि, बिजली, चुंबकत्व और गुरुत्वाकर्षण जैसी सभी प्रकार की ऊर्जा शामिल है।
भौतिकी का उद्देश्य रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान जैसे अन्य विज्ञानों को उनके अंतर्निहित सिद्धांतों की व्याख्या करने के लिए एक आधार प्रदान करके समझने के लिए एक रूपरेखा प्रदान करना है।
भौतिक विज्ञान का अर्थ क्या है?
पदार्थ क्या है? पदार्थ उस वस्तु को कहा जाता है जिस में वजन हो तथा क्षेत्र को घेरे, उसे पदार्थ कहा जाता है इसका मतलब यह हुआ कि पृथ्वी से लेकर धूल मिट्टी तक पदार्थ हैं।
जिस किसी भी चीज़ में वजन नहीं होगा उसे पदार्थ नहीं कहा जा सकता है। पदार्थ को ना तो बनाया जा सकता है ना ही किसी प्रकार से बेकार किया जा सकता है, इसे सिर्फ एक अवस्था से दूसरी अवस्था में बदली जा सकती है।
ऊर्जा क्या है?
कार्य करने की क्षमता को ऊर्जा कहते हैं, ऊर्जा के बिना कोई भी कार्य संभव नहीं है। ऊर्जा को ना तो बनाया जा सकता है ना ही बेकार किया जा सकता है इसे सिर्फ एक फॉर्म से दूसरे फॉर्म में परिवर्तित किया जा सकता है।
भौतिकी की परिभाषा के संदर्भ में, पदार्थ तथा ऊर्जा में संबंध क्या संबंध है?
न्यूटन तथा आइंस्टाइन को भौतिकी का जनक माना जाता है, इन दोनों को जनक माना जाता है। यह आपको हम बताने की कोशिश करूंगा।
बल तथा विस्थापन के गुणन को कार्य या ऊर्जा कहते हैं। किसी भी वस्तु में बल लगाया जाए तथा उसका विस्थापन हो जाए तो कहा जाता है कि उर्जा के कारण इसमें गति आया, इस ज्ञान को न्यूटन ने अपने गति नियम में समझाया है।
E इक्वल टू mc स्क्वायर में, आइंस्टाइन ने साफ तौर पर बताया है पदार्थ, ऊर्जा में कैसे परिवर्तित होता है। दोनों फिजिक्स के जनकों के कंसेप्ट से साफ पता चलता है कि पदार्थ तथा ऊर्जा में संबंध हैं। आज के समय जो फिजिक्स हम पढ़ते हैं उसमें हमें पदार्थ तथा ऊर्जा अध्ययन करना होता है।
यांत्रिक, ध्वनि, हिट ,विद्युत तथा लाइट ऊर्जा आदि की उत्पत्ति पदार्थ से होती है। ऊर्जा उत्पत्ति से लेकर उपयोग की फिलॉस्फी को भौतिक शास्त्र में अध्ययन किया जाता है। भौतिक विज्ञान को आज शास्त्रीय भौतिकी तथा आधुनिक भौतिकी में बांटा गया है।
शास्त्रीय भौतिकी किसे कहते हैं?
न्यूटोनियन यांत्रिकी, ऊष्मप्रवैगिकी, तथा मैक्सवेल की विद्युत चुम्बकीयता के सिद्धांत शास्त्रीय भौतिकी के सभी उदाहरण हैं। शरीर तथा बलों के शास्त्रीय भौतिकी में, विशेष रूप से न्यूटन के गति के नियमों तथा उन पर आधारित यांत्रिकी के सिद्धांतों को दर्शाता है।
आधुनिक भौतिकी (Modern Physics) किसे कहा जाता है?
आधुनिक भौतिकी के पिता अल्बर्ट आइंस्टीन एक 20 वीं सदी के वैज्ञानिक थे जो आधुनिक भौतिकी में कुछ महत्वपूर्ण विचारों जैसे कि सापेक्षता के सिद्धांत तथा प्रसिद्ध समीकरण ई = एमसी 2 के साथ आए थे।
“आधुनिक” भौतिक विज्ञान का अर्थ है बीसवीं शताब्दी के शुरुआती दो प्रमुख सफलताओं के आधार पर भौतिकी: सापेक्षता तथा क्वांटम यांत्रिकी।
सारांश: भौतिकी एक प्राकृतिक विज्ञान है जो पदार्थ और ऊर्जा के व्यवहार का अध्ययन करता है। इसमें खगोल विज्ञान से लेकर क्वांटम यांत्रिकी तक, बहुत छोटे से लेकर बहुत बड़े विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है।
भौतिकी एक रोमांचक विषय है जो हमें यह समझने में मदद करता है कि ब्रह्मांड में सब कुछ कैसे काम करता है। इसके मूल में, यह “कैसे ऊर्जा पदार्थ के साथ परस्पर क्रिया करती है?” जैसे प्रश्नों की पड़ताल करती है।
और “क्या होता है जब दो वस्तुएं टकराती हैं?” भौतिकी का अध्ययन करके, हम यह समझ सकते हैं कि हमारी दुनिया कैसे काम करती है।
भौतिकी की मुख्य शाखाएँ शास्त्रीय यांत्रिकी हैं, जो गति की गतिशीलता का अध्ययन करती हैं; ऊष्मप्रवैगिकी, जो गर्मी और तापमान की जांच करती है; विद्युत चुंबकत्व, जिसमें बिजली और चुंबकत्व शामिल हैं; प्रकाशिकी, जो प्रकाश की खोज करती है; सापेक्षता, जो समय और स्थान को देखती है; क्वांटम यांत्रिकी, जो परमाणु कणों पर केंद्रित है; और परमाणु भौतिकी।
Conclusion Points
सबसे बुनियादी अर्थ में, भौतिकी प्राकृतिक दुनिया का अध्ययन है। इसमें पदार्थ और ऊर्जा का व्यवहार शामिल है। भौतिकी ब्रह्मांड की संरचना को भी देखती है। यह समझाने की कोशिश करता है कि सब कुछ कैसे काम करता है।
Physics in hindi: कुछ लोग भौतिकी को उन चीजों का अध्ययन मानते हैं जो वास्तव में बड़ी हैं, जैसे तारे और आकाशगंगाएँ। अन्य लोग भौतिकी को उन चीजों का अध्ययन मानते हैं जो वास्तव में छोटी हैं, जैसे परमाणु और अणु।
आशा करता हूं कि आप को फिजिक्स इन हिंदी एवं फिजिक्स की परिभाषा दोनों ही बहुत बेहतर ढंग से समझ में आ गया होगा. इससे संबंधित अन्य लेख के लिंक नीचे दिए गए हैं. जिसे आप स्क्रॉल करके चेक कर सकते हैं.