Stock और Share Market मे क्या अंतर है ज्यादातर लोग यही नहीं समझ पाते हैं. आइए जानते हैं, स्टॉक मार्केट कैसे शेयर मार्केट से अलग है.
भले ही इन शब्दों को एक दूसरे के स्थान पर उपयोग किया जाता है, लेकिन वे अपने संचालन के तरीकों में भिन्नता होता है. अगर समानता की बात की जाए तो Stock Market एवं Share Bazaar, एक ऐसा बाजार है जहां पर कंपनियां अपना शेयर जारी करता है और निवेशक उसे खरीद या बेच सकता है.
Quick View: शेयर बाजार बाजारों का एक संग्रह है जहां निवेशकों के बीच शेयरों (व्यवसायों में स्वामित्व के टुकड़े) का कारोबार होता है। शेयर बाजार के बारे में सबसे महत्वपूर्ण जानकारी इसका ऐतिहासिक प्रदर्शन है: इसने अतीत में कैसा व्यवहार किया है।
यह जानकारी निवेशकों को यह अनुमान लगाने में मदद कर सकती है कि भविष्य में शेयर बाजार कैसा व्यवहार करेगा और शेयरों में निवेश करने या न करने के बारे में निर्णय ले सकता है। इसके अतिरिक्त, विश्लेषक रुझानों की पहचान करने और भविष्य के प्रदर्शन की भविष्यवाणी करने के लिए विभिन्न शेयरों और उद्योगों को ट्रैक करते हैं। |
अगर टेक्निकली देखा जाए तो जब कई शेयरों को एक साथ रखा जाता है, तो इसे स्टॉक कहा जाता है. एक कंपनी सीधे शेयर जारी कर सकती है, लेकिन वह इस तरह से स्टॉक जारी नहीं कर सकती है. याद रखिएगा की शेयर का मूल्य बहुत कम भी हो सकता है किंतु स्टॉक का मूल्य हमेशा ज्यादा होता है.
कंपनी के लाखों-करोड़ों शेयर को स्टॉक के तौर पर देखा जाता है, यही कारण है कि दुनिया के ज्यादातर शेयर मार्केट को स्टॉक एक्सचेंज के नाम से जाना जाता है. भारत मैं मुख्य रूप से दो स्टॉक एक्सचेंज है जिसका नाम नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और दूसरा नाम मुंबई स्टॉक एक्सचेंज है.
दूसरे शब्दों में यह कहा जा सकता है कि शेयर मार्केट का सबसे बड़े प्लेटफार्म को स्टॉक एक्सचेंज कहा जाता है. जहां पर करोड़ों की संख्या में निवेशक निवेश करते हैं और कंपनियां अपना शेयर, स्टॉक एक्सचेंज के माध्यम से जारी करता है.
Stock Market Kaise Kam Karta Hai?
एक बार प्राइमरी शेयर (IPO) में नई प्रतिभूतियों के बेचे जाने के बाद, उनका सेकेंडरी शेयर बाजार में कारोबार किया जाता है. जहां एक निवेशक दूसरे निवेशक से मौजूदा बाजार मूल्य पर या जिस भी कीमत पर खरीदार और विक्रेता दोनों सहमत होते हैं, शेयर खरीदता है
सेकेंडरी शेयर बाजार या स्टॉक एक्सचेंज नियामक प्राधिकरण द्वारा नियंत्रित होते हैं। भारत में, प्राइमरी और सेकेंडरी बाजार भारतीय सुरक्षा और विनिमय बोर्ड (SEBI) द्वारा शासित होते हैं.
एक स्टॉक एक्सचेंज में स्टॉक ब्रोकरों को कंपनी के शेयरों और अन्य प्रतिभूतियों का व्यापार करने की सुविधा देता है. किसी स्टॉक को केवल तभी खरीदा या बेचा जा सकता है जब वह किसी एक्सचेंज में सूचीबद्ध हो.
इस प्रकार, यह स्टॉक खरीदारों और विक्रेताओं का मिलन स्थल है. भारत के प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज हैं.
Stock Market Trading कैसे करते हैं?
जब कई शेयरों को एक साथ रखा जाता है, तो इसे स्टॉक कहते हैं. मार्केट वह प्लेस होता है, जहां पर शेयर या स्टॉक को बेचेया खरीदे जाते हैं. ट्रेडिंग का सीधा सा मतलब होता है कि मुनाफा लेकर के खरीद-फरोख्त करना होता है.
भारत में दो Stock Market मार्केट है जिसका नाम मुंबई स्टॉक एक्सचेंज है दूसरा नाम नेशनल स्टॉक एक्सचेंज है जहां पर आप ऑनलाइन Trading कर सकते हैं.
स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं? स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग मुख्य तौर पर तीन प्रकार से कर सकते हैं, जिनका विवरण निम्नलिखित है.
Intra-day Trading
इंट्राडे ट्रेडिंग एक प्रकार का स्टॉक या शेयर खरीदने और बेचने की प्रक्रिया है जो 1 दिन के ऑफिशियल आवर में पूरा कर लिया जाता है.
इंट्राडे ट्रेडिंग को ही सबसे ज्यादा लोग पसंद करते हैं. हर लोग इन दिनों जल्दी पैसा कमाना चाहते हैं वह सुबह सुबह कुछ शेयर को खरीद करके 3:00 बजे से पहले बेच करके बड़ा मुनाफा कमाने के चक्कर में रहते हैं.
Scalper Trading
स्कैपर ट्रेडिंग एक प्रकार का ट्रेडिंग है जिसमें कुछ ही मिनटों में शेयर एवं स्टॉक खरीदे जाते हैं और उसे बेच भी दिए जाते हैं. शेयर खरीदने हैं और बेचने के समय में मुश्किल से 10 से 15 मिनटों का अंतर होता है.
शेयर मार्केट के बड़े-बड़े दिग्गज इस तरह के ट्रेडिंग करना पसंद करते हैं. इस प्रकार के ट्रेडिंग में तुरंत बहुत बड़ा फायदा होने के चांसेस होते हैं किंतु उतना ही चांस होता है कि इतना बड़ा नुकसान हो जाए. यही कारण है कि इस तरह के ट्रेडिंग में स्टॉक मार्केट के दिग्गज खिलाड़ी ही भाग लेते हैं.
Swing Trading
स्विंग ट्रेडिंग उस तरह के निवेशक के लिए सबसे अच्छा माना जाता है जो लंबे समय तक स्टॉक मार्केट में अपना निवेश रखना चाहते हैं. स्विंग ट्रेडिंग में देखा जाता है कि जिस कंपनी का ट्रैक रिकॉर्ड बहुत अच्छा होता है उसी कंपनी के शेयर में इस तरह का ट्रेडिंग किया जाता है.
निवेशक अपने खरीदे हुए शेयरों को लंबे समय तक अपने पास रखते हैं. जब शेयरों का कीमत बढ़ जाता है तभी निवेशक उसे बेचते हैं.
स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करने का सही समय क्या होता है?
हमारे कुछ यूज़र पूछते हैं कि हमें शेयर कब खरीदना चाहिए और कब उसे बेच देना चाहिए? मेरा सीधा सा उत्तर होता है कि जब आपको शेयर सस्ता मिले तो उसे खरीद लीजिए. आपके द्वारा खरीदे गए शेयर का दाम अगर बढ़ जाता है तो उसे आप बेच दीजिए.
मैंने खुद शेयर मार्केट के एक बड़े एक्सपर्ट से पूछा कि, आखिरकार हमें कैसे पता चलेगा कि सस्ते शेयर का दाम आने वाले समय में उनका दाम बढ़ जाएगा?
एक्सपर्ट का उत्तर – सस्ते शेयर का दाम बढ़ेगा या नहीं यह आपको तभी पता चलेगा जब आप उनके पिछले कुछ सालों का ट्रेंड देखेंगे और उस कंपनी के एनुअल रिपोर्ट का एनालिसिस करेंगे तभी आप सही आकलन कर पाएंगे.
हमारे ज्यादातर यूजर यह सोचते हैं कि हम एक क्लिक से अपने डिमैट अकाउंट में शेर को खरीद लेते हैं और तुरंत ही एक दूसरे क्लिक पर उसे बेच देते हैं. मैं तो कहूंगा कि यह काम इतना आसान नहीं है.
Conclusion Points
स्टॉक मार्केट नॉलेज से संबंधित आर्टिकल को आपने पढ़ा होगा, जिससे आपको साफ साफ पता चल गया होगा कि आप शेयर या स्टॉक को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज एवं मुंबई स्टॉक एक्सचेंज से खरीद सकते हैं. जिसके लिए आप अपने डीमैट अकाउंट का इस्तेमाल कर सकते हैं.
कंपनी के एनुअल रिपोर्ट एवं शेयर के पिछले सालों के ट्रेंड को देख कर के आप शेयर खरीदने का फैसला ले सकते हैं. मैं मानता हूं किसी भी कंपनी के एनुअल रिपोर्ट का एनालिसिस करने के लिए आपके पास 3 से 4 घंटे का समय होना चाहिए और आपको ज्ञान भी होना चाहिए.
FAQs
1. शेयर बाजार और स्टॉक मार्केट में क्या अंतर है?
शेयर बाज़ार और stock market शब्द अक्सर एक दूसरे के लिए उपयोग किए जाते हैं, लेकिन इनमें थोड़ा अंतर है। शेयर बाजार विशेष रूप से व्यक्तिगत कंपनियों के शेयरों की खरीद और बिक्री को संदर्भित करता है, जबकि शेयर बाजार में स्टॉक, बॉन्ड, डेरिवेटिव और अन्य वित्तीय उपकरणों सहित प्रतिभूतियों की एक वाइड श्रृंखला शामिल होती है।
2. भारत में शेयर बाज़ार कैसे संचालित होता है?
भारतीय शेयर बाजार दो प्रमुख एक्सचेंजों के माध्यम से संचालित होता है: बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई)। ये एक्सचेंज निवेशकों को इलेक्ट्रॉनिक रूप से प्रतिभूतियों का व्यापार करने के लिए एक मंच प्रदान करते हैं। बाज़ार भागीदार अधिकृत दलालों के माध्यम से इन एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध स्टॉक खरीद या बेच सकते हैं।
3. भारतीय शेयर बाजार में मुख्य सूचकांक क्या हैं?
भारतीय शेयर बाजार में प्राथमिक सूचकांक बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी 50 हैं। सेंसेक्स बीएसई पर सूचीबद्ध विभिन्न क्षेत्रों में 30 अच्छी तरह से स्थापित कंपनियों का प्रतिनिधित्व करता है, जबकि निफ्टी 50 एनएसई पर सूचीबद्ध 50 लार्ज-कैप कंपनियों को ट्रैक करता है। ये ओवर ऑल इंडेक्स बाज़ार प्रदर्शन में अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं।
4. मैं भारतीय शेयर बाज़ार में कैसे भाग ले सकता हूँ?
भारतीय शेयर बाजार में भाग लेने के लिए, आपको एक पंजीकृत ब्रोकरेज फर्म के साथ एक ट्रेडिंग खाता खोलना होगा या सेबी (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) द्वारा अधिकृत ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का उपयोग करना होगा। आपको अपने शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक रूप से रखने के लिए एक डीमैट खाते की भी आवश्यकता होगी।
5. क्या शेयरों में निवेश जोखिम भरा है?
शेयरों में निवेश करने में अंतर्निहित जोखिम होते हैं क्योंकि उनकी कीमतें आर्थिक स्थिति, कंपनी के प्रदर्शन और निवेशक भावना जैसे विभिन्न कारकों के आधार पर उतार-चढ़ाव करती हैं। हालाँकि, उचित शोध, विविधीकरण और दीर्घकालिक निवेश रणनीतियों के साथ, आप इन जोखिमों को प्रभावी ढंग से प्रबंधित कर सकते हैं।
6. क्या विदेशी लोग भारतीय शेयर बाजार में निवेश कर सकते है?
हां, विदेशी व्यक्ति और संस्थाएं सेबी द्वारा निर्धारित कुछ नियमों के अधीन भारतीय शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं। वे विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) जैसी पंजीकृत पोर्टफोलियो निवेश योजनाओं या योग्य विदेशी निवेशक (क्यूएफआई) के रूप में निवेश के सरलीकृत मार्ग के माध्यम से ऐसा कर सकते हैं।
7. स्टॉक की कीमतों को प्रभावित करने वाले कुछ प्रमुख कारक क्या हैं?
स्टॉक की कीमतें कई कारकों से प्रभावित होती हैं, जिनमें कंपनी की वित्तीय स्थिति, उद्योग के रुझान, आर्थिक संकेतक, भू-राजनीतिक घटनाएं, बाजार की भावना और निवेशक व्यवहार शामिल हैं। निवेश संबंधी निर्णय लेने के लिए इन कारकों पर अपडेट रहना महत्वपूर्ण है।
8. मैं भारत में स्टॉक मार्केट अपडेट के बारे में कैसे सूचित रह सकता हूं?
भारत में स्टॉक मार्केट अपडेट के बारे में सूचित रहने के कई तरीके हैं। आप वित्तीय समाचार वेबसाइटों का अनुसरण कर सकते हैं, व्यावसायिक समाचार चैनल देख सकते हैं, प्रतिष्ठित स्रोतों से समाचार पत्रों या शोध रिपोर्टों की सदस्यता ले सकते हैं और मोबाइल एप्लिकेशन का उपयोग कर सकते हैं जो वास्तविक समय बाजार डेटा और विश्लेषण प्रदान करते हैं।