सर्दी जुकाम की दवा को सर्च कर रहे हैं क्योंकि आप सर्दी और जुकाम से परेशान हैं. लेकिन भारत सरकार ने इससे जुड़े कुछ दवाइयों पर प्रतिबंध लगा दिया है।
इस लेख में सर्दी और जुकाम के लक्षणों को विस्तार लिखा गया है, पहले इसे पढ़कर तय कर लें कि आपको सर्दी जुकाम की दवाई की आवश्यकता है भी याद नहीं।
सबसे पहले ठंड लगने के लक्षणों को जान लीजिए
- नाक से पानी बहना व छींक
- सिर में भारीपन व सिरदर्द
- हलका बुखार व थकान
- शरीर में दर्द व थकान
- शुरूआत में ठंड लगना
- गले में खराश
- गले में या सीने में भारीपन व खांसी
- सांस लेने में परेशानी
- आवाज भारीपन
- आँखों में पानी व खुजली
मुझे सबसे पहले यह पता कीजिए कि सर्दी एलर्जी से या सर्दी इंफेक्शन से हुआ है
सर्दी और जुकाम एलर्जी एवं इंफेक्शन दोनों से हो सकता है ज्यादातर सर्दियों में वायरस के इंफेक्शन से होता है। ज्यादा गर्म या ठंड, धूल मिट्टी एवं पोलूशन से भी सर्दी होती है जिसे एलर्जी से सर्दी कहते हैं। दोनों प्रकार की सर्दियों के लक्षण, आमतौर पर एक सप्ताह के भीतर खत्म हो जाता है। कैसे एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है –
- त्वचा से त्वचा से संपर्क (हैंडशेक या गले मिलने से )
- लार से (चुंबन या साझा पेय)
- दूषित सतह के इस्तेमाल (कंबल या दरवाज़े)
- हवा श्वसन के बूंदों से (खांसी या छींक)
सर्दी जुकाम की दवाओं के बारे में यह जान लीजिए
सर्दी जुकाम की अंग्रेजी दवा मार्केट में उपलब्ध है लेकिन यह कम काम करता है। सर्दी जुकाम का घरेलू उपचार भी हो सकता है। 1 सप्ताह के भीतर इसका इलाज हो जाता है लेकिन कम से कम 3 दिनों तक इसका लक्षण रहता है।
अंग्रेजी दवा
अंग्रेजी दवा का प्रयोग हमेशा डॉक्टरी सलाह से करना चाहिए, कुछ दवाई जो कोल्ड के लिए बहुत कॉमन हैं –
- एनाल्जेसिक
- एंटी एलर्जिक
- कफ सिरप आदि
Sardi Kukam Ke Gharelu Nuskhe in Hindi
एक बार आप भाप / स्टीम लेकर देखिए
यह सब से बेहतर सर्दी-जुकाम का घरेलू उपचार है, जिसका प्रयोग करते ही आपको इसका फायदा दिखेगा। मार्केट में स्टीम इनहेलर मिलता है जिसके प्रयोग से आप आसानी से भाप अपने नाकों में ले सकते हैं या यह घरेलू विधि अपना सकते हैं।
बड़े कटोरे में पर्याप्त मात्रा में साफ पानी डाल दें और उसमें के कुछ हर्बल जैसे तुलसी के पत्तों का उपयोग करेंगे तो बेहतर रहेगा। हल्के आंच में डाल दें और भाप आने का इंतजार करें।
अपने सिर को किसी हल्के तौलिये से डक लें, नाक को कटोरी के पास ला कर भाप को नाक और मुंह से अंदर ले। 2 से 3 मिनट तक ऐसा करने के बाद ब्रेक लें, उसके बाद फिर दोबारा करें।
तुलसी पत्ता और अदरख का काढ़ा सेवन कर सकते हैं
तुलसी पत्ता और अदरख का काढ़ा बनाना बिल्कुल आसान है । तुलसी के ⅚ पत्तियां और अदरख के एक छोटे टुकड़े को एक कप पानी में डाल कर उसे कुछ देर तक उबलने दें । जब पानी आधा हो जाए और पीने योग्य ठंडा हो जाए तो उसे पी सकते हैं।
हल्दी व दूध का इस्तेमाल बहुत उपयोगी माना जाता है
गर्म में दूध में हल्दी मिलाकर पीने से काफी फायदा होता है, वायरल सर्दी एवं जुकाम के लिए रामबाण होता है ।
गरम पानी और नमक को मिलाकर गलगला कीजिए
गले में ख़राश कम करने का रामबाण है, गर्म पानी एवं नमक. गुनगुने पानी में चुटकी भर नमक डाल दें और उसे मुंह में लेकर गलगला करें फिर पानी को बाहर फेंक दें। इसको 10 से 12 बार गलगला करें। 24 घंटे में तीन चार बार ऐसा करें आपको तुरंत फायदा होगा।
जायफल और दालचीनी का उपयोग भी लाभकारी होता है
जायफल और दालचीनी का मिश्रण भी सर्दियों के लिए बेहतरीन इलाज माना जा है। दोनों को बराबर मात्रा में पीस कर मिला दें। दिन में 2 – 3 बार खाया जा सकता है।
चाय के साथ अदरख का प्रयोग करें
सर्दियों के मौसम में अगर सुबह शाम आप चाय में अदरक डालते हैं तो इसका भी फायदा ना सिर्फ थकान कम करता है बल्कि आपको सदियों से भी आप को दूर रखता है।
शहद को भी बहुत अच्छा माना जाता है
सर्दियों के मौसम में सेहत का प्रयोग करना काफी अच्छा माना जाता है अगर आप ऐसा करते हैं तो आप सर्दियों से काफी दूर रहेंगे।
लहसुन को पकाकर खाएं, इसका कमाल 2 दिन में दिखेगा
सर्दियों में लहसुन को पकाकर या सब्जियों के साथ खाने से। आप सर्दियों से दूर रहेंगे।
गर्म कपड़ों का प्रयोग सही तरीके से कीजिए
सर्दियों के मौसम में गर्म कपड़ों का उपयोग अच्छा माना जाता है। आप अपने बदन को पूरी तरह ढक कर ही रखें। ज्यादा गर्मी लगने पर अगर आप हटा देते हैं तो याद रखें कि आपको दोबारा उसे पहन लेना है।
खासकर के बच्चों के लिए यह बहुत जरूरी है। अगर आप सफर कर रहे हैं तो यह ध्यान रखें कि तेज हवा से अपने आप को भी बजाएं एवं अपने साथ सफर करने वाले बच्चों पर और ज्यादा ध्यान रखें। क्योंकि यह ठंडी हवा हमें बीमार करने के लिए काफी सक्षम होता है।
सोते समय भी यह ध्यान रखें कि आपको पर्याप्त गर्मी देने वाला रजाई कंबल है या नहीं। अक्सर लोग कमरे को पूरी तरह सील पैक कर देते हैं. अंदर में कुछ लकड़ी या कोयला को जलाते हैं गर्मी के लिए, यह खतरनाक हो सकता है।
क्योंकि ऑक्सीजन की कमी होने पर लकड़ी धीरे-धीरे जलता है लेकिन कार्बन मोनोऑक्साइड निकालता है जो एक जहरीला गैस है जिससे इंसान का मौत हो सकता है। पूरी तरह बंद कमरों में लकड़ी आदि को ना जलाएं।
गर्म पानी का उपयोग करना अनेक मामलों में बहुत लाभकारी हैं
सर्दियों के मौसम में गर्म पानी का उपयोग पीने और नहाने में करना हमेशा फायदेमंद सिद्ध हुआ है। खास करके दूध पिलाने वाली माताओं एवं बच्चों के लिए यह एक अच्छा नुस्खा है।
Conclusion Point
सर्दी जुकाम की दवा और घरेलू नुस्खे बहुत अपनाया होगा. लेकिन आपने यह नहीं पता क्या होगा कि यह ठंड लगने की वजह से है या एलर्जी से है.
सर्दी जुकाम की दवा और घरेलू नुस्खे से संबंधित लेख आपको अच्छा लगा होगा। कृपया इस घरेलू नुस्खे को एक बार ज़रुर उपयोग में लाएंगे तो आपको अंग्रेजी दवा खाने का झंझट खत्म हो जाएगा।