रुपौली प्रखंड की संपूर्ण जानकारी और महत्वपूर्ण समाचार। Rupauli Nagar Block Purnea – रुपौली पूर्णिया जिले का धमदाहा अनुमंडल एक प्रखंड है। रुपौली प्रखंड में कुल पंचायतों की संख्या 20 है एवं गांव की संख्या 46 है।
रूपौली ब्लॉक धमदाहा अनुमंडल में स्थित पूर्णिया जिले का एक हिस्सा है। यह भारत के पूर्वी क्षेत्र में स्थित है। ब्लॉक की स्थापना 1 अक्टूबर 2014 को नेपाल की सीमा के पास स्थित एक छोटे से शहर रूपौली में मुख्यालय के साथ की गई थी।
रूपौली प्रखंड में रहने वाले लोगों का मुख्य व्यवसाय खेती और पशुपालन है. चावल और दालें यहाँ उगाई जाने वाली मुख्य फ़सलें हैं, जबकि मछली पालन, मुर्गी पालन और डेयरी गतिविधियाँ भी उनकी आय के पूरक के लिए व्यापक रूप से की जाती हैं। अन्य महत्वपूर्ण उद्योगों में खाद्य प्रसंस्करण संयंत्र, इमारती लकड़ी की मिलें और चमड़ा शोधन इकाइयां शामिल हैं।
रुपौली प्रखंड की जनसंख्या कितनी है?
रुपौली प्रखंड कुल जनसंख्या 234,686 है। जबकि पुरुषों की जनसंख्या 122,633 है एवं महिलाओं की जनसंख्या 112,053 है। इस प्रखंड का लिंग अनुपात 914 है।
इस प्रखंड के कुल जनसंख्या में 89.2 फ़ीसदी हिंदू जनसंख्या की भागीदारी है। जबकि 10.57 परसेंट मुस्लिम जनसंख्या की भागीदारी है।
रुपौली प्रखंड का साक्षरता दर कितना है?
2011 में संपन्न हुए जनगणना के अनुसार इस प्रखंड की कुल साक्षरता दर 50.34% है। जिसमें पुरुष साक्षरता दर 47.12% है जबकि महिला साक्षरता दर 31.79% है।
इस प्रखंड का साक्षरता दर भारत एवं बिहार के साक्षरता दर से बहुत नीचे है। इस दिशा में काम करने की आवश्यकता है।
रुपौली प्रखंड कितने गांव एवं प्रखंड हैं?
कृत्यानंद नगर प्रखंड में कुल पंचायतों की संख्या 20 है। जबकि गांवों की संख्या 46 है। इस प्रखंड का ज्यादातर आबादी गांव में अपना जीवन बसर करता है। रुपौली प्रखंड के पंचायतों का नाम निम्नलिखित है।
- बसंतपुर
- भौवा परवल
- भिखना
- बिजय लाल गंज
- धोबगिद्धा रुपौली
- धूसर टीकापट्टी
- डोभा मिलिक
- गोरियर ईस्ट
- गरियार पट्टी श्रीमत्ता
- गोरियर वेस्ट
- कैंप
- कोयली सिमरा ईस्ट
- कोयली सिमरा वेस्ट
- लक्समीपुर गिरधर
- लक्समीपुर छर्रापट्टी
- मटयलि खेमचन्द
- नाथपुर
- रामपुर परिहत
- सिंघपुर डेरा
- विजय मोहनपुर
रुपौली की संस्कृति एवं भाषा सबसे अलग है
यहां के संस्कृति में हिंदू एवं इस्लाम धर्म का मिश्रण देखा जाता है। इस प्रखंड के गांव में भी दोनों ही धर्मों के लोग एक साथ रहते हैं। इस प्रखंड में ज्यादातर लोग हिंदी भाषा का प्रयोग करते हैं।
कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में यहां के लोग मैथिली भाषा का भी प्रयोग करते हैं। इसकी संस्कृति पूरी तरह बिहार के संस्कृति से प्रेरित है।
Conclusion Point
रुपौली में रहने वाले लोगों की आय का मुख्य स्रोत खेती, मछली पकड़ना और व्यापार करना है। अधिकांश परिवार क्षेत्र के आसपास की उपजाऊ भूमि में उगाई जाने वाली गेहूं, दालों और तिलहन जैसी मौसमी फसलों पर निर्भर हैं। मुख्य रूप से छोटी जोत या सांप्रदायिक चरागाहों पर मवेशियों की देखभाल के साथ पशुधन पालन भी आम है।
सारांश – रुपौली पूर्णिया जिले का धमदाहा अनुमंडल एक प्रखंड है। रुपौली प्रखंड में कुल पंचायतों की संख्या 20 है एवं गांव की संख्या 46 है।