पीरियड में प्रेगनेंसी हो सकती है या नहीं? महिलाओं के लिए पीरियड एक मासिक रूप से आने वाला प्राकृतिक प्रक्रिया है जो एक माहवार चक्र में होती है। इस दौरान, शरीर में हॉर्मोनों के स्तर में बदलाव होता है और गर्भधारण की संभावना रहती है।
क्या पीरियड के दौरान संबंध बनाने से प्रेगनेंसी हो सकती है? क्या पीरियड के दौरान संबंध बनाने से गर्भधारण हो सकता है? इस विषय में कई सवाल और संदेह हो सकते हैं। इसलिए हम इस लेख में इन सभी प्रश्नों का समाधान करेंगे।
साथ ही ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (AIIMS) चर्चित गायनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर प्रेरणा गुप्ता से भी इस प्रश्न पर राय जानेंगे।
क्या पीरियड के दौरान संबंध बनाने से प्रेगनेंसी हो सकती है?
डॉक्टर प्रेरणा गुप्ता की राय: “पीरियड के दौरान संबंध बनाने से गर्भधारण की संभावना ज्यादा नहीं होती है। यह इसलिए है, क्योंकि आपका ओव्युलेशन का समय कुछ दिन दूर होता है, जिससे गर्भधारण की संभावना कम हो जाती है“।
मेरे अनुसार, यह बात उन महिलाओं पर लागू होती हैं जिनका पीरियड 28 से 20 दिनों या इससे लंबा होता है।
लेकिन अगर आपका चक्र 21 से 24 दिन का है, तो आपका ओव्युलेशन चक्र के पहले ही दिनों में हो सकता है। क्योंकि शुक्राणु आपके शरीर के अंदर 5 दिनों तक जिंदा रह सकते हैं, इससे हो सकता है कि आप पीरियड के अंत में संबंध स्थापित करें और तब पांच या चार दिनों बाद जल्दी ओव्युलेशन हो जाए।
पीरियड के दौरान गर्भधारण की संभावनाएं कम होती हैं, लेकिन यहां कुछ अपवाद हैं। पीरियड के बाद तुरंत गर्भधारण हो सकता है।
सामान्यतः 28 से 30 दिन के मासिक धर्म के चक्र में उत्तेजना विंडो (फर्टिलिटी विंडो) 11वें से लेकर 21वें दिनों तक होती है। मेडिकल साइंस में, फर्टिलिटी विंडो उस समय को बोला जाता है जिस चक्र में महिला के सबसे अधिक प्रेग्नेंट होने के चांस होते हैं। कुछ जानकार, मासिक धर्म के 11 से 21 दिनों के पीरियड को Unsafe Day भी कहते हैं।
याद रखें, शुक्राणु 5 दिन तक जिंदा रह सकते हैं। यदि आपके पीरियड (रक्तस्राव का समय) 5 से 7 दिन तक रहते हैं, और आप उसके तुरंत संबंध बनाती हैं, तो आप अपनी फर्टिलिटी विंडो की ओर बढ़ रहे हैं।
Period Kitne Din Chalta Hai?
पीरियड की अवधि महिला से महिला अलग हो सकती है, लेकिन आमतौर पर पीरियड (मासिक धर्म) का अवधि 3 से 7 दिनों तक होता है। यह अवधि विभिन्न कारणों पर निर्भर करती है, जैसे कि महिला के शारीरिक स्वास्थ्य, हार्मोनल बदलाव, उम्र, और अन्य मेडिकल कारण हो सकते हैं।
आमतौर पर, एक सामान्य पीरियड का चक्र 28 से 35 दिनों का होता है, जिसमें 3 से 7 दिन तक खून बहता है। पहले दिन आम तौर पर अधिक खून बहता है, और फिर धीरे-धीरे ब्लीडिंग कम होती जाती है।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि पीरियड के दिनों की गिनती मासिक धर्म की शुरुआती दिन से होनी चाहिए, और यह विभिन्न महिलाओं के लिए अलग-अलग हो सकती है।
यदि मासिक धर्म की अवधि आपके अंदरूनी स्वास्थ्य या शारीरिक समस्याओं के कारण बदल रही है, तो आपको एक चिकित्सक से परामर्श लेना उचित होगा। वे आपको सही जानकारी और सलाह देंगे।
पीरियड के पहले दिन संबंध बनाने से क्या होता है?
पीरियड के पहले दिन संबंध बनाने से कई महिलाओं को शारीरिक और मानसिक बदलाव महसूस होते हैं। इस समय में कुछ लोगों को यह अनुभव हो सकता है:
- राहत मिलती है: कुछ महिलाएं पीरियड के पहले दिन दर्द और तनाव के कारण परेशान होती हैं। संबंध बनाने से उन्हें आराम मिलता है और शरीर के दर्द को कम करने में मदद मिलती है।
- रक्तस्राव बढ़ सकता है: पीरियड के पहले दिन जन्म द्वार से अधिक रक्तस्राव हो सकता है। संबंध बनाने से रक्तस्राव बढ़ सकता है, जिससे कुछ महिलाएं असहज महसूस कर सकती हैं।
- मूड परिवर्तन: पीरियड के पहले दिन महिलाओं के मूड में परिवर्तन हो सकता है। वे उदास और चिढ़चिढ़ी हो सकती हैं। संबंध बनाने से मूड में सुधार हो सकता है और वे खुश और सकारात्मक महसूस कर सकती हैं।
- रिलीफ: पीरियड के पहले दिन शारीर में अधिक खिचाव होता है और दर्द का सामना करना पड़ता है। संबंध बनाने से शारीर में राहत मिलती है और तनाव कम होता है।
- आराम: पीरियड के पहले दिन सोने में और आराम करने में परेशानी हो सकती है। संबंध बनाने से आराम मिलता है और आपको नींद भी आती है।
यह सभी व्यक्तिगत होता है और इसमें किसी का भी अभिप्रेत नहीं होता है। कुछ महिलाएं पीरियड के पहले दिन संबंध बनाने को आरामदायक महसूस करती हैं जबकि कुछ को इसे असहजता महसूस होती है।
इसलिए, संबंध बनाने का फैसला करने से पहले आपको अपने स्वास्थ्य और तनाव की स्थिति को ध्यान में रखना चाहिए। यदि आपको किसी भी प्रकार की शारीरिक समस्या है या आप अपने स्वास्थ्य से संबंधित चिंतित हैं, तो सबसे अच्छा होगा कि आप एक चिकित्सक से परामर्श लें।
पीरियड के दूसरे दिन संबंध बनाने से क्या होता है?
पीरियड के दूसरे दिन संबंध बनाने से निम्नलिखित बातें हो सकती हैं:
- रक्तस्राव कम: पीरियड के दूसरे दिन रक्तस्राव ज्यादा कम होता है जिससे संबंध बनाने के दौरान आपको आराम मिल सकता है।
- गर्भावस्था का खतरा कम: यह दौरान गर्भावस्था का खतरा कम होता है क्योंकि अवधि के बाद गर्भनिरोधक प्रभावी होते हैं।
- शारीरिक सुख: कुछ महिलाएं पीरियड के दूसरे दिन अधिक शारीरिक सुख महसूस करती हैं, जिससे संबंध उत्साहजनक हो सकते हैं।
- हार्मोनल परिवर्तन: पीरियड के दौरान हार्मोन्स के स्तर में परिवर्तन होता है, जो संबंध बनाने के लिए उत्साह पैदा कर सकता है।
कृपया ध्यान दें कि यह विभिन्न महिलाओं के लिए अलग-अलग हो सकता है और यह एक जन्मनिर्धारित नियम नहीं है। संबंध बनाने से पहले और दौरान संभावित स्वास्थ्य समस्याओं और गर्भनिरोध के विकल्पों को समझने के लिए एक डॉक्टर से सलाह लेना महत्वपूर्ण है।
पीरियड के तीसरे दिन संबंध बनाने से क्या होता है?
पीरियड के तीसरे दिन संबंध बनाने से निम्नलिखित बातें हो सकती हैं:
- रक्तस्राव कम: पीरियड के तीसरे दिन रक्तस्राव ज्यादा कम होता है जिससे संबंध बनाने में आसानी हो सकती है।
- अधिक शारीरिक सुख: कुछ महिलाएं इस दौरान अधिक शारीरिक सुख महसूस करती हैं, जिससे संबंध उत्साहजनक हो सकते हैं।
- गर्भावस्था का खतरा कम: यह दौरान गर्भावस्था का खतरा कम होता है क्योंकि अवधि के बाद गर्भनिरोधक प्रभावी होते हैं।
- शारीरिक तंदुरुस्ती: पीरियड के तीसरे दिन, कुछ महिलाएं अधिक तंदुरुस्त महसूस करती हैं, जिससे संबंध आसानी से किये जा सकते हैं।
पीरियड के चौथे दिन संबंध बनाने से क्या होता है?
पीरियड के चौथे दिन संबंध बनाने से निम्नलिखित बातें हो सकती हैं:
- रक्तस्राव कम: पीरियड के चौथे दिन रक्तस्राव और गर्मी कम होती है, जिससे संबंध बनाने में आसानी हो सकती है।
- अधिक उत्साह: कुछ महिलाएं पीरियड के इस दौरान अधिक उत्साह महसूस करती हैं, जिससे संबंध बनाने का मन कर सकता है।
- गर्भावस्था का खतरा कम: पीरियड के चौथे दिन गर्भावस्था का खतरा कम होता है, क्योंकि अवधि के बाद गर्भनिरोधक प्रभावी होते हैं।
- शारीरिक सुख: कुछ महिलाएं इस दौरान अधिक तंदुरुस्त महसूस करती हैं, जिससे संबंध बनाने में और भी आनंद हो सकता है।
पीरियड के पांचवें दिन संबंध बनाने से क्या होता है?
पीरियड के पांचवें दिन संबंध बनाने से निम्नलिखित बातें हो सकती हैं:
- रक्तस्राव कम: पीरियड के पांचवें दिन रक्तस्राव और कम गर्मी होती है, जिससे संबंध बनाने में आसानी हो सकती है।
- अधिक शारीरिक उत्साह: कुछ महिलाएं पीरियड के इस दौरान अधिक शारीरिक उत्साह महसूस करती हैं, जिससे संबंध बनाने का बहुत ज्यादा मन कर सकता है।
- गर्भावस्था का खतरा कम: पीरियड के पांचवें दिन गर्भावस्था का खतरा कम होता है, क्योंकि अवधि के बाद गर्भनिरोधक प्रभावी होते हैं।
- शारीरिक सुख: कुछ महिलाएं इस दौरान अधिक तंदुरुस्त महसूस करती हैं, जिससे संबंध बनाने में और भी आनंद हो सकता है।
कृपया ध्यान दें कि यह विभिन्न महिलाओं के लिए अलग-अलग हो सकता है और यह एक जन्मनिर्धारित नियम नहीं है। Relation बनाने से पहले और दौरान संभावित स्वास्थ्य समस्याओं और गर्भनिरोध के विकल्पों को समझने के लिए एक डॉक्टर से सलाह लेना महत्वपूर्ण है।
प्रेग्नेंट होने के लिए पीरियड के 14वें दिन संबंध स्थापित करें
प्रेग्नेंट होने के लिए पीरियड के 14वें दिन संबंध स्थापित करने की बात सामान्यतः जानी-मानी मान्यता है। यह दर्शाता है कि महिलाओं के ओव्यूलेशन अवधि अम्लवशामकीय होती है और महिला के शरीर से अंडा उत्पन्न होता है।
यदि संबंध इस समय होता है, तो उस अंडे को शुक्राणु से जीवंत बनाने की संभावना ज्यादा होती है।
यह सत्य है कि प्रेग्नेंट होने का चांस सबसे अधिक पीरियड के 13वे, 14वें और 15वे दिन होता है, लेकिन यह सभी महिलाओं के लिए एक जन्मनिर्धारित नियम नहीं है। महिलाओं की ओव्यूलेशन अवधि व्यक्तिगत होती है और हर महिला के शरीर में इसके समय के बारे में थोड़ा भेदभाव हो सकता है।
गर्भावस्था की योजना बनाने से पहले, और विशेष रूप से अनुभवी या विशिष्ट स्वास्थ्य समस्याओं वाले जोड़ों को एक ग्यनेकोलॉजिस्ट से मिलकर चर्चा करना सुनिश्चित करना चाहिए।
यदि आपको संतुष्टि होती है कि आप एक प्रेग्नेंट होने का योजना बना रहे हैं, तो आपको संबंध स्थापित करने के लिए अनुचित समय निर्धारित करने में मदद कर सकता है।
क्या पीरियड में संबंध बनाना चाहिए?
Period के दौरान संबंध बनाने के बारे में जानकारी देने से पहले यह जरूरी है कि आप एक स्वस्थ व्यक्ति हों और आपको इस समय के लिए तैयारी हो। यदि आपके शारीर में किसी भी प्रकार की बीमारी या स्वास्थ्य समस्या है, तो आपको संबंध बनाने से पहले एक चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।
अब हम बात करते हैं पीरियड में संबंध बनाने के नुकसान के बारे में:
- संक्रमण की संभावना: पीरियड के दौरान, महिला के जन्म द्वार में रक्तचाप बढ़ जाता है और जन्म द्वार की प्राकृतिक अस्वच्छता के कारण संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है। यदि आपका साथी स्वस्थ नहीं है या संबंध बनाने से पहले तैयारी नहीं किया है, तो संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है।
- दर्द और असहनीयता: कुछ महिलाएं पीरियड के दौरान गर्भाशय के आसपास के इलाके में दर्द और असहनीयता महसूस करती हैं। संबंध बनाने से यह दर्द और असहनीयता बढ़ सकती है।
- मूड स्विंग संबंधी समस्याएं: कुछ महिलाएं पीरियड के दौरान बदलती हॉर्मोनल स्तर के कारण विभिन्न मूड स्विंग संबंधी समस्याएं जैसे कि डिप्रेशन, चिंता और बदलते मूड का सामना करती हैं। संबंध बनाने से इन समस्याओं का सामना करना और भी मुश्किल हो सकता है।
- विरासती रोग: कुछ विशेष विरासती रोग ऐसे होते हैं जिनके कारण पीरियड के दौरान संबंध बनाने से समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए यदि आप ऐसे रोग के शिकार हैं, तो आपको विशेषज्ञ की सलाह लेनी चाहिए।
- गर्भधारण की संभावना: पीरियड के दौरान गर्भधारण की संभावना तो कम होती है, लेकिन गर्भधारण को पूरी तरह इनकार नहीं किया जा सकता है।
Period के Cycle को आसान भाषा में समझिए
मासिक धर्म के साइकिल को समझने के लिए, हम फर्टिलिटी विंडो और नॉन फर्टिलिटी विंडो के बारे में सरल भाषा में विवरण दे रहे हैं:
- फर्टिलिटी विंडो:
फर्टिलिटी विंडो वह समय होता है जब महिला गर्भधारण के लिए सबसे संभावित होती है, जो मासिक धर्म के 11 से 21 दिनों के बीच होती है।
इसी चक्र के दौरान ओव्युलेशन होता है, जिसमें एक निर्मित अंडा ओवारी में निकलता है और फैलोपियन ट्यूब के एम्पुलरी-इस्थमिक जंक्शन पर पहुंचता है।
एम्पुलरी-इस्थमिक जंक्शन पर अंडे 12-24 घंटे तक जीवित रह सकते हैं। इसी जंक्शन पर शुक्राणु और अंडा से टकराता है, जिसे फर्टिलाइजेशन (प्रेग्नेंसी) कहा जाता है।
अगर कोई लड़की इस दौरान संबंध बनाती है, उसके पार्टनर का शुक्राणु एम्पुलरी इस्थमिक जंक्शन पहुंच जाता हो और जीवित अंडे से टकराने में कामयाब हो जाता है तो, वह लड़की प्रेग्नेंट हो सकती है।
- नॉन फर्टिलिटी विंडो:
नॉन फर्टिलिटी विंडो वह समय होता है जब महिला गर्भधारण के लिए कम संभावित होती है। यह विंडो पीरियड, मासिक धर्म के पहले दिन से लेकर 10वें दिनों और 22वें दिन से लेकर 28वें दिनों तक होता है।
इस विंडो में अंडा ओवारी से नहीं निकलता है, इसीलिए फर्टिलाइजेशन का चांस नहीं होता है। अगर इस पीरियड में कोई महिला संबंध स्थापित करती हैं तो प्रेग्नेंट होने के चांसेस बहुत ही कम होते हैं।
Conclusion Points
पीरियड में प्रेगनेंसी हो सकती है? नहीं, पीरियड के दौरान संबंध बनाने से प्रेगनेंसी की संभावना ज्यादा नहीं होती है।
मेरे अनुसार, यह तभी हो सकता है, अगर आपका पीरियड 28 दिन या उससे अधिक का हो. अगर आपका पीरियड 28 दिनों से कम हो तो, आपको अच्छे गयनेकोलॉजिस्ट की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
ऐसे कई कारक हैं जो Period दौरान Pregnancy की संभावना को प्रभावित कर सकते हैं, जैसे कि महिला के मासिक पीरियड की लंबाई और नियमितता है।
अगर आप रिलेशनशिप या वैवाहिक जीवन में है तो आपको गर्भनिरोधक और परिवार नियोजन से संबंधित जानकारी अवश्य लेना चाहिए।
यदि इस अवधि के दौरान गर्भावस्था के संबंध में कोई चिंता या अनिश्चितता है, तो स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श करना हमेशा सबसे अच्छा होता है।
FAQs
Question – क्या आप मासिक धर्म के दौरान गर्भवती हो सकती हैं?
Answer: नहीं, आपके पीरियड के दौरान प्रेगनेंसी होने की अत्यधिक संभावना नहीं है क्योंकि गर्भाशय की परत झड़ रही होती है।
Question – यदि मैं मासिक धर्म के दौरान असुरक्षित संबंध बनाऊं तो गर्भवती होने की क्या संभावना है?
Answer: आपके पीरियड के दौरान असुरक्षित संबंध से प्रेगनेंसी होने की संभावना बहुत कम है, लेकिन शून्य नहीं है। शुक्राणु शरीर में पांच दिनों तक जीवित रह सकते हैं, इसलिए यदि आप अपनी अवधि समाप्त होने के तुरंत बाद ओव्यूलेट करती हैं, तो गर्भावस्था हो सकती है।
Question – क्या अनियमित मासिक धर्म मासिक धर्म के दौरान गर्भवती होने की संभावना को प्रभावित कर सकता है?
Answer: अनियमित पीरियड के कारण ओव्यूलेशन की सटीक भविष्यवाणी करना अधिक चुनौतीपूर्ण हो सकता है, जिससे मासिक धर्म के दौरान आकस्मिक गर्भधारण की संभावना बढ़ जाती है।
Question – क्या गर्भवती होने पर मासिक धर्म आना संभव है?
Answer: नहीं, गर्भवती होने पर नियमित मासिक धर्म होना संभव नहीं है। हालाँकि, कुछ महिलाओं को प्रारंभिक गर्भावस्था के दौरान हल्की ब्लीडिंग या स्पॉटिंग का अनुभव हो सकता है, जिसे गलती से मासिक धर्म समझ लिया जा सकता है।
Question – क्या शुक्राणु मासिक धर्म के रक्त में जीवित रह सकते हैं और गर्भावस्था का कारण बन सकते हैं?
Answer: शुक्राणु शरीर में पांच दिनों तक जीवित रह सकता है, लेकिन मासिक धर्म के रक्त में शुक्राणु के जीवित रहने और अंडे को निषेचित करने की अत्यधिक संभावना नहीं है।
Question – क्या मुझे मासिक धर्म के दौरान गर्भनिरोधक का उपयोग करना चाहिए?
Answer: आमतौर पर आपके पीरियड के दौरान गर्भनिरोधक का उपयोग जारी रखने की सिफारिश की जाती है क्योंकि प्रेग्नेंट होने की अभी भी बहुत कम संभावना है।
Question – कुछ महिलाओं को मासिक धर्म के तुरंत बाद ओव्यूलेशन और गर्भधारण का अनुभव क्यों होता है?
Answer: दुर्लभ होते हुए भी, कुछ महिलाओं को उनकी अवधि समाप्त होने के तुरंत बाद शीघ्र ओव्यूलेशन का अनुभव हो सकता है, जिससे गर्भधारण की संभावना बढ़ जाती है।
Question – क्या अनियमित पीरियड्स से मासिक धर्म के दौरान गर्भधारण का खतरा बढ़ सकता है?
Answer: अनियमित पीरियड ओव्यूलेशन को ट्रैक करना अधिक चुनौतीपूर्ण बना सकता है और मासिक धर्म के दौरान अप्रत्याशित ओव्यूलेशन होने का खतरा बढ़ सकता है।
Question – गर्भावस्था के लक्षण क्या हैं जो आपके मासिक धर्म के दौरान हो सकते हैं?
Answer: प्रारंभिक गर्भावस्था के कुछ लक्षणों में स्तन कोमलता, थकान, मतली और मासिक धर्म का न आना शामिल हैं। यदि आपको संदेह है कि आप गर्भवती हो सकती हैं तो गर्भावस्था परीक्षण करना महत्वपूर्ण है।
Question – यदि आपके मासिक धर्म के दौरान घरेलू गर्भावस्था परीक्षण किया जाए तो यह कितना विश्वसनीय है?
Answer: घरेलू गर्भावस्था परीक्षण आम तौर पर तब विश्वसनीय होते हैं जब उन्हें सही तरीके से लिया जाए, लेकिन सटीक परिणामों के लिए आपकी अपेक्षित पीरियड तिथि के बाद तक इंतजार करने की सलाह दी जाती है।
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आपका कोटि-कोटि धन्यवाद
कौन जानता था कि प्रकृति में समय की इतनी विकृत समझ है? जब आपने सोचा कि आप मासिक धर्म के दौरान सुरक्षित हैं, तो आश्चर्यचकित हो जाइए! गर्भावस्था अभी भी हो सकती है. यह आपके अंडाशय के साथ रूसी रूलेट खेलने जैसा है। सतर्क रहें, दोस्तों!