Murrah Bhains इतना पॉपुलर क्यों हो रहा है? मुर्रा भैंस के बारे में हर कोई जानना चाहता है? आखिर इस भैंस में ऐसा क्या है जिसके कारण लोगों के बीच में इतना ज्यादा प्रचलित हो चुका है।
राजस्थान सरकार ने टेंडर निकाल कर हरियाणा से 60 हजार मुर्रा भैंस खरीदना चाहता है। आइए अब इस भैंस के बारे में विस्तार से जानते हैं।
Murrah भैंस का साइंटिफिक नाम बुबालस बुबालिस है। इस भैंस को हरियाणा में काला सोना कहा जाता है। मूलतः इस भैंस का ओरिजिन अविभाजित पंजाब से हुआ था।
इस भैंस का वजन 650 kg के आसपास तक होता है। इस भैंस की ऊंचाई 4.7 फीट तक होता है। इस भैंस के प्रसिद्धि के पीछे उसके दूध में वसा का ज्यादा प्रतिशत होना है।
इस नस्ल की भैंसों में दूध देने की क्षमता सब से ज्यादा होती है। उसके साथ दूध में फेट की मात्रा भी ज्यादा होता है।
डेयरी वाले दूध में फैट की मात्रा के हिसाब से दूध का दाम तय करते हैं। आमतौर पर 10 प्रतिशत फैट वाले दूध की कीमत 50 से 60 रुपया तक होती है।
मुर्रा भैंस की कीमत किन बातों पर निर्भर करता है?
अब तक कितने बार बच्चों को जन्म दिया है, पहले बियान वाली भैंसों की कीमत ज्यादा होती है।
- प्रत्येक दिन कितने लीटर दूध देती है।
- दूध में फेट का परसेंटेज।
- भैंसों के स्वास्थ पर दाम निर्भर करता है।
आमतौर पर 2024 Mein, Murrah Buffalo Ki Price 60 हजार से 2 ₹ लाख के बीच में होती है। बिहार के अररिया जिला में मुर्रा भैंस की कीमत 80 हजार रूपया बताया गया जो भैंस प्रतिदिन 15 लीटर दूध दे सकती है।
अगर भैंस 15 लीटर से ज्यादा दूध देने में सक्षम है तो उसका कीमत 80 ₹ हजार से ज्यादा हो सकता है। भारत के अन्य राज्यों एवं जिलों में इस के दामों में अंतर हो सकता है।
मुर्रा भैंस प्रत्येक 15 से 32 लीटर तक दूध दे सकती है। कुछ मुर्रा भैंस के दूध में अत्यधिक वसा होने के कारण उसकी कीमत 2 लाख रुपये से भी अधिक होती है।
सबसे अच्छा और सस्ते दामों पर यह भैंस हरियाणा में उपलब्ध है। क्योंकि यहां पर इस भैंस का बायोलॉजिकल ओरिजिन हुआ था। यहां पर ज्यादातर लोग ऐसी नस्ल की भैंस को पालते हैं।
मुर्रा भैंस की पहचान करने का आसान तरीका जान लीजिए
देसी भैंसों की अपेक्षा इस नस्ल की भैंसों का आंख और सींग छोटे होते हैं। जिसको देखकर आप पहचान सकते हैं। इस नस्ल की भैंसों का सींग घुमावदार होता है और काफी छोटा होता है।
अगर हाथ से सींग को छुएंगे तो इसका किनारा आपको काफी पतला महसूस होगा। गर्दन लंबी होती है जबकि इसके पीठ काफी चौड़े होते है।
इस भैंस की चमड़ी काफी पतला होती है और इसका रंग काला एवं हल्के रंग का भी हो सकता है। पैर, पूँछ और सिर पर कुछ अलग दिखने वाले रंग के बाल होते हैं।
इस नस्ल की भैंसों का आयन काफी विकसित होता है और इसके पूँछ लंबी होती हैं।
मुर्रा भैंस पालन बिजनेस के फ़ायदे
मुर्राह भैंस पालन व्यवसाय एक आकर्षक उद्यम है जो किसानों को कई लाभ प्रदान करता है. इस व्यवसाय के प्राथमिक लाभों में से एक मुर्राह भैंस के दूध की उच्च मांग है.
मुर्राह भैंस अपने बेहतर दूध उत्पादन के लिए जानी जाती है, जिसमें अन्य नस्लों की तुलना में अधिक वसा, प्रोटीन और खनिज होते हैं.
मुर्राह भैंस पालन व्यवसाय का एक अन्य लाभ इसके साथ जुड़ी कम रखरखाव लागत है. इन जानवरों को न्यूनतम देखभाल की आवश्यकता होती है और वे विभिन्न पर्यावरणीय परिस्थितियों के अनुकूल हो सकते हैं.
यह कारक उन्हें उन किसानों के लिए एक आदर्श विकल्प बनाता है जो पशुपालन में निवेश करना चाहते हैं लेकिन उनके पास सीमित संसाधन या अनुभव है.
इसके अलावा मुर्राह भैंसों का जीवनकाल लंबा होता है, जिसका अर्थ है कि किसान कई वर्षों तक अपने झुंड से आय के निरंतर स्रोत की उम्मीद कर सकते हैं.
भैंस पालन करने में किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए
भैंस पालन एक लाभदायक व्यवसाय है, जिसमें बहुत अधिक ध्यान और देखभाल की आवश्यकता होती है.
अधिकतम उत्पादकता और लाभप्रदता सुनिश्चित करने के लिए भैंस पालने के दौरान कई कारकों को ध्यान में रखना आवश्यक है.
विचार करने वाली पहली बात यह है कि आप भैंस की किस नस्ल को पालना चाहते हैं क्योंकि यह समग्र उत्पादकता और दूध उत्पादन क्षमता को निर्धारित करता है.
दूसरे, अधिकतम आराम के लिए पर्याप्त वेंटिलेशन, पानी की आपूर्ति, खिला कुंड और साफ बिस्तर के साथ उचित आवास सुविधाएं प्रदान की जानी चाहिए.
इष्टतम विकास और दूध उत्पादन के लिए भैंस को प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, खनिज और विटामिन से भरपूर संतुलित आहार की भी आवश्यकता होती है।
इसके अतिरिक्त, किसी भी स्वास्थ्य समस्या के बढ़ने से पहले उसका पता लगाने के लिए नियमित पशु चिकित्सा जांच आवश्यक है.
नियमित रूप से खलिहानों की सफाई करके और स्वच्छ पेयजल प्रदान करके सख्त स्वच्छता मानकों को बनाए रखना भी आवश्यक है।
मुर्रा भैंस कितने दिनों के, बाद बच्चे को जन्म देती है?
मुर्रा भैंस की आयु लगभग 26 सालों की होती है। लगभग 6 सालों में पहले बच्चे को जन्म देती है। पहले और दूसरे बच्चों में लगभग 2 सालों का गैप होता है।
मुर्रा भैंस कितने लीटर तक दूध देती है?
एक रिपोर्ट के मुताबिक नेशनल लाइव स्टॉक कंपटीशन एक्सपो में मुर्रा भैंस से 26.335 kg दूध एक बार में दोया गया था।
Conclusion Points
आप मित्र से उम्मीद करता हूं कि Murra bhains ki jankari और मुर्रा भैंस की कीमत से अच्छा लगा होगा। इससे संबंधित अन्यय लेख के लिंक नीचे दिए गए हैं.
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Murray nasal ki Bhens mere pas pahle see hi mojood hai