विधान परिषद, या एमएलसी जैसा कि आमतौर पर जाना जाता है, भारतीय विधायिका की एक महत्वपूर्ण शाखा है जो सरकार के कार्यों पर नियंत्रण और संतुलन के रूप में कार्य करती है। यह लेख बताता है कि विधान परिषद क्या है, इसका उद्देश्य और क्षेत्राधिकार क्या है।
यदि आप इस बारे में उत्सुक हैं कि विधान परिषद क्या है और भारत में कितने राज्यों में एक है, तो आप सही जगह पर आए हैं। यह लेख विधान परिषदों का अवलोकन प्रदान करेगा और भारत में कितने राज्यों में है। साथ ही एमएलसी का फुल फॉर्म भी जानेंगे।
विधान परिषद क्या है?
विधान परिषद राज्य विधान मंडल का अंग होता है जिसमें सदस्यों का चुनाव अप्रत्यक्ष रूप से होता है, जैसे राज्य सभा (केंद्र सरकार) का होता है। विधान परिषद के कुछ सदस्यों को राज्य के राज्यपाल भी मनोनीत करते हैं।
- MLC Full Form – Member of Legislative Council
- हिन्दी में – विधान परिषद सदस्य ( मेंबर ऑफ लेजिसलेटिव काउंसिल).
भारत के सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के विधान मंडल में विधान परिषद नहीं होता है। भारत में सिर्फ 6 राज्य से हैं जिसके विधान-मंडल में विधान परिषद है। भारत के पार्लियामेंट में जैसे राज सभा का रोल है इसी प्रकार राज्य में विधान परिषद का रोल होता है।
आने वाले समय में राजस्थान और असम में विधान परिषद बन सकता है क्योंकि इसके लिए भारत सरकार ने मंजूरी दे दिया है। पहले जम्मू कश्मीर में विधान परिषद हुआ करता था, अब राज्य नहीं बल्कि केंद्र शासित प्रदेश है। यही कारण है कि पहले के छपे हुए किताबों में, विधान परिषद वाले राज्यों की संख्या 7 लिखा गया है।
भारत के कितने राज्यों में विधान परिषद है? जानिए
- उत्तर प्रदेश – 100
- महाराष्ट्र – 78
- बिहार – 75
- कर्नाटक – 75
- आंध्र प्रदेश – 58
- तेलंगाना – 40.
भारत के 6 विधान परिषद वाले राज्यों में कुल विधान परिषदों की संख्या 351 है।
वर्ष 2026 के बाद, परिसीमन होने वाला है. परिसीमन के बाद ही एमएलसी की संख्या बढ़ सकती है. उससे पहले कोई भी उम्मीद नहीं है. |
भारत के सभी राज्यों से MLC की संख्या कितनी है?
भारत में कुल 6 विधान परिषद वाले राज्य हैं. अगर संख्या को जोड़ा जाए तो पूरे भारत में विधान परिषदों की संख्या 351 होती है।
MLC – भारत में विधान परिषदों की संख्या 387 होती थी, जब जम्मू-कश्मीर (36) एक पूर्ण राज्य हुआ करता था. अब वह केंद्र शासित प्रदेश है.
Conclusion Point
अंत में, भारत की विधान परिषदें देश की सरकारी संरचना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। 6 राज्यों और 351 कुल विधान परिषदों के साथ, वे देश के नीति निर्माण और दिन-प्रतिदिन के कार्यों में एक प्रमुख भूमिका निभाते हैं। यह स्पष्ट है कि भारत की प्रतिनिधि सरकार की प्रणाली को सफल होने के लिए इन परिषदों को शामिल करना चाहिए।
परिषदें यह भी प्रदर्शित करती हैं कि भारत नागरिकों के साथ एक जीवंत लोकतंत्र है, जो स्थानीय से लेकर राष्ट्रीय तक, सभी स्तरों पर शासन में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं।
FAQs
कितने राज्यों में हैं विधान परिषद?
वर्तमान में भारत के छह राज्यों में विधान परिषद है। ये हैं आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, और कर्नाटक।
किस राज्य में हैं सबसे अधिक विधान परिषद सदस्य?
भारत का एकमात्र राज्य उत्तर प्रदेश है, जिसमें सबसे अधिक 100 विधान परिषद के सदस्य हैं।
विधान परिषद क्या होता है?
विधान परिषद एक राज्य का उच्च सदन होता है, जो विधायिका के एक सदन के रूप में कार्य करता है।
विधान परिषद के सदस्य कैसे चुने जाते हैं?
विधान परिषद के सदस्य मतदान द्वारा चुने जाते हैं, लेकिन प्रायोगिक रूप से विधानसभा के सदस्यों द्वारा चुनाव किया जाता है।
कितने वर्गों में बाँटे जा सकते हैं विधान परिषद के सदस्य?
विधान परिषद के सदस्यों को कई वर्गों में बाँटा जा सकता है, जैसे कि निर्वाचित सदस्य और मनोनीत सदस्य।
कौन-कौन से राज्यों में दो सदन हैं?
विधान परिषद के साथ निर्वाचन विधायिका के दो सदन हैं जैसे विधान सभा और विधान परिषद।
क्या जम्मू-कश्मीर में भी विधान परिषद है?
नहीं, जम्मू-कश्मीर में अब विधान परिषद का संघटन नहीं होता है, क्योंकि वह केंद्र शासित प्रदेश हो गया है।
विधान परिषद का गठन किस आधार पर होता है?
विधान परिषद का गठन विधानसभा के सदस्यों द्वारा होता है, जब उन्हें दो-तिहाई बहुमत से एक प्रस्ताव पारित होता है।