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इस आर्टिकल के माध्यम से मनोविज्ञान का अर्थ, परिभाषा, विशेषताएं, प्रकार और कार्य क्षेत्र से संबंधित व्यापक जानकारी दी जाएगी। अगर आप इस आर्टिकल को आखिर तक पढ़ लेते हैं तो आप मनोविज्ञान की एक अच्छी जानकारी पा सकते हैं।
परिचय
Psychology एक ऐसा विज्ञान है जो systematically observable behaviour का अध्ययन करता है तथा organism के भीतर के mentally और दैहिक प्रक्रियाओं जैसे – चिन्तन, भाव आदि तथा environmental event के साथ उनका संबंध जोड़कर अध्ययन करता है।
मनोविज्ञान की परिभाषाइस perspective में psychology को behaviour और mental processes के अध्ययन का साइंस कहा गया है। Mental processes के अन्तर्गत sensation, attention, perception, learning, thinking इत्यादि आते हैं।
Psychology experience का साइंस है। इसका मकसद consciousness process के तत्त्वों का analysis, उनके interrelationship का स्वरूप तथा उन्हें determine करने वाले rules का पता लगाना है।
मनोविज्ञान शब्द की उत्पत्ति और अर्थ
Psychology (मनोविज्ञान) को सदियों पहले Philosophy के एक भाग के तौर पर माना जाता रहा था। Psychology को स्वतंत्र सब्जेक्ट बनाने के लिए इसे define किया गया।
PSYCHOLOGY Latin language के दो वर्ड PSYCHE + LOGOS से मिलकर बना है। PSYCHE का मतलब है आत्मा का और LOGOS का मतलब हैं अध्ययन करना।
इस के शाब्दिक अर्थ के बुनियाद पर सबसे पहले Plato और Aristotle के द्वारा psychology को Science of soul यानी आत्मा का विज्ञान माना गया।
मनोविज्ञान का पिता किसे कहा जाता है?
Wilhelm Wundt को आधुनिक मनोविज्ञान का पिता कहा जाता है। मानव मन और व्यवहार का अध्ययन करने के लिए वैज्ञानिक तरीकों का उपयोग करने वाली एक प्रयोगशाला की स्थापना करके, वुंड्ट ने मनोविज्ञान को दर्शन और biology के मिश्रण से लेकर अध्ययन का एक अनूठा क्षेत्र बना दिया।
Psychology को अलग साइंस बनाने के अलावा, वुंड्ट के पास कई छात्र भी थे जो स्वयं प्रभावशाली मनोवैज्ञानिक बन गए।
- Edward B. Titchener, संरचनावाद के रूप में ज्ञात विचारधारा के स्कूल की स्थापना के लिए जिम्मेदार थे।
- James McKeen Cattell, USA में psychology के पहले proffesor बने।
- Stanley Hall ने यू.एस. में पहली प्रयोगात्मक मनोविज्ञान प्रयोगशाला की स्थापना की।
मनोविज्ञान की परिभाषा क्या है?
वाटसन – Psychology, behaviour का निश्चित या शुद्ध विज्ञान है।
मैक्डूगल – Psychology आचरण और behaviour का यथार्थ विज्ञान है।
वुडवर्थ – Psychology वातावरण के contact में होने वाले human behaviour का विज्ञान है।
क्रो एण्ड क्रो – Psychology, human behaviour और मानव सम्बन्धों का अध्ययन है।
बोरिंग – Psychology मानव प्रकृति का अध्ययन है।
स्किनर – Psychology, व्यवहार और अनुभव का विज्ञान है।
गार्डनर मर्फी – Psychology वह science है, जो जीवित व्यक्तियों का उनके वातावरण के प्रति अनुक्रियाओं का अध्ययन करता है।
ब्राउन – Education के जरिया मानव व्यवहार में बदलाव किया जाता है और human behaviour का अध्ययन ही मनोविज्ञान कहलाता है।
मनोविज्ञान की विशेषताएं
वैज्ञानिक पद्धति (Scientific method)
Psychology का अध्ययन खास तौर पर scientific method के जरिया ही किया जाता है। जहां तक मुमकिन होता है इस सब्जेक्ट के अध्ययनों में खास तौर पर प्रयोगात्मक विधि ही अपनाया जाता है।
सब्जेक्ट मैटर के नेचर को देखते हुए आवश्यक परिस्थितियों को कंट्रोल किया जाता है और collections of facts के लिए instruments का जितना हो सके इस्तेमाल किया जाता है।
Psychological studies को ज्यादा से ज्यादा scientific रूप देने के लिए अब पर्याप्त developed instruments तथा systematic laboratories की स्थापना की जा चुकी है।
जहां तक मुमकिन होता है psychological laboratories में ज्यादा से ज्यादा तटस्थता को बनाए रखने की कोशिश की जाती हैं। आत्मक विधि के अलावा Psychology में कुछ दूसरे methods को भी अपनाया जाता है। इस तरह psychology एक साइंस है।
तथ्यात्मकता (Factuality)
Factuality psychology का एक उल्लेखनीय और महत्वपूर्ण विशेषता है। Psychological studies
में सिर्फ facts को ही accept किया जाता है और अध्ययन से हासिल होने वाले conclusion भी factual ही होते हैं। Psychology में human behaviour से संबंधित प्रॉब्लम क्या है? के रूप में study किया जाता है। Psychology को क्या होना चाहिए इससे कोई मतलब नहीं है।
Psychology में मूल्यों, आदर्शों की बात नहीं होती। इसी बुनियाद पर कहा जाता हैं कि psychology normative का नहीं factuate का विज्ञान है।
सिद्धांतों की प्रमाणिकता (Authenticity of principles)
Psychological studies का प्रमाणित होना जरूरी है। किसी भी psychological principles की authenticity को सिद्ध किया जा सकता है। Testing और retesting के जरिया psychological principles की authenticity की जांच की जा सकती है। इस बुनियाद पर भी Psychology साइंस के श्रेणी में आता है ।
सार्वभौमिकता (Universality)
Science की एक विशेषता ये है कि इसके principles universal होते हैं। Psychology के nature का analyse करने पर ज्ञात होता है कि psychology के principles और rules भी universal होते हैं।
Psychology के principles व्यक्तिगत भिन्नता और देश-काल भिन्नता के वजह से परिवर्तित नहीं होते हैं। Psychology की इस विशेषता के बुनियाद पर ये कहा जा सकता है कि psychology एक साइंस है।
कार्य कारण संबंधों की व्याख्या
Psychology अपने क्षेत्र में होने वाली सभी घटनाओं के बारे में मौजूदा कारण संबंधों का पता लगाता है। Psychology यह पता लगाता है कि किसी specific behaviour का वजह क्या है।
कार्य कारण संबंधों का पता लगा करके इन्हीं के बुनियाद पर सामान्य principles को प्रतिपादित किया जाता है।
मनोविज्ञान द्वारा भविष्यवाणी (Prediction by psychology)
हर साइंस जहां एक तरफ कार्य कारण संबंधों का पता लगाता है। वही अपने क्षेत्र में Prediction भी करता है।
Psychology में यह गुण पाया जाता है कि psychology अपने psychological studies के बुनियाद पर human behaviour के बारे में proper prediction कर सकता है।
Human behaviour के बारे में सही सही prediction के लिए परीक्षण किए जाते हैं।
इसी principles के बुनियाद पर assessment jobs के लिए , employee selection के लिए योग्यता परीक्षण किया जाता है। व्यवसायिक मार्गदर्शन में Psychological principles को ही बुनियाद बनाया जाता है।
मनोविज्ञान के प्रकार :-
- Abnormal psychology
- Behavioral psychology
- Biopsychology
- Clinical psychology
- Cognitive psychology
- Comparative psychology
- Counselling psychology
- Cross-cultural psychology
- Developmental psychology
- Educational psychology
- Experimental psychology
- Forensic psychology
- Health psychology
- Industrial organizational psychology
- Personality psychology
- School psychology
- Social psychology
- Sports psychology
भारत मे मनोविज्ञान की प्रथम प्रयोगशाला स्थापना कब हुई?
भारतीय मनोविज्ञान का आधुनिक युग कलकत्ता विश्वविद्यालय के दर्शनशास्त्र विभाग में शुरू हुआ जहाँ प्रायोगिक मनोविज्ञान का पहला पाठ्यक्रम शुरू किया गया और 1915 में पहली मनोविज्ञान प्रयोगशाला की स्थापना की गई।
मनोविज्ञान का कार्यक्षेत्र क्या है?
शैक्षिक क्षेत्र (Academic areas)
Teaching और research psychology का एक प्रमुख कार्य क्षेत्र है। इस दृष्टिकोण से इस क्षेत्र के अंतर्गत नीचे दिए गए शाखाओं में Psychologist अपना interest रखते हैं-
- Life-span Developmental Psychology
- Human experimental psychology
- Animal Experimental Psychology
- Psychological Psychology
- Quantitative Psychology
- Personality Psychology
- Social Psychology
- Educational Psychology
- Cognitive Psychology
- Abnormal Psychology
जीवन काल विकास मनोविज्ञान (Lifespan Development Psychology)
बाल मनोविज्ञान शुरू में केवल बाल विकास के अध्ययन से संबंधित था, लेकिन हाल के वर्षों में विकासात्मक मनोविज्ञान में किशोरावस्था, वयस्कता और वृद्धावस्था के अध्ययन पर भी जोर दिया गया है। इसलिए इसे जीवन काल विकासात्मक मनोविज्ञान कहा जाता है।
विकासात्मक मनोविज्ञान में, psychology इंसान के लगभग हर क्षेत्र का अध्ययन करता है जैसे बुद्धि, मांसपेशियों का विकास, भावनात्मक विकास, सामाजिक विकास, खेल, भाषा विकास विकास की दृष्टि से।
इसमें व्यवहार के विकास पर कुछ विशेष कारकों जैसे आनुवंशिकता, परिपक्वता, पारिवारिक वातावरण, सामाजिक-आर्थिक अंतर के प्रभावों का भी study किया जाता है। कुल psychologist में से 5% Psychologist हैं जो विकासात्मक psychology के क्षेत्र में काम करते हैं।
मानव प्रायोगिक विज्ञान (Human Experimental Psychology)
Human experimental psychology का एक क्षेत्र है जहाँ human के उन सभी behaviour का अध्ययन किया जाता है जिन पर प्रयोग मुमकिन हैं। सैद्धान्तिक रूप से इसका उपयोग human behaviour के किसी भी पहलू पर किया जा सकता है, लेकिन Psychologist उस पहलू पर प्रयोग करने का प्रयास करते हैं जिसे पृथक किया जा सकता है और जिसकी अध्ययन की प्रक्रिया सरल है।
इस प्रकार दृष्टि, श्रवण, चिंतन, अधिगम आदि व्यवहारों का काफी प्रायोगिक अध्ययन किया गया है। Human experimental psychology ने उन psychologist में भी बहुत रुचि दिखाई है जिन्हें experimental psychology के संस्थापक कहा जाता है। इनमें विलियम वुंड्ट, टिचेनर और वाटसन आदि के नाम अधिक प्रसिद्ध हैं।
पशु प्रायोगिक मनोविज्ञान (Animal Experimental Psychology)
Psychology का यह क्षेत्र मानव प्रयोगात्मक मनोविज्ञान के समान है। अंतर सिर्फ इतना है कि यहां प्रयोग चूहों, बिल्लियों, कुत्तों, बंदरों आदि जैसे जानवरों पर किया जाता है। Animal experimental psychology में अधिकांश शोध सीखने और behaviour के जैविक पहलुओं के अध्ययन के लिए समर्पित किया गया है।
Animal experimental psychology के क्षेत्र में स्किनर, गुथरी, पावलोव, टोलमैन आदि का नाम प्रमुखता से लिया जाता है।
हकीकत में, आज हम आधुनिक शिक्षण सिद्धांत और human behaviour के जैविक पहलू के बारे में जो कुछ भी जानते हैं, वह animal experimental psychology पर आधारित है।
इस Psychology में animals के behavior को समझने का प्रयास किया गया है। कुछ लोगों का मत है कि अगर psychology मुख्य रूप से human behaviour के अध्ययन से संबंधित है, तो जानवरों के व्यवहार का अध्ययन करना अधिक तार्किक नहीं लगता। लेकिन Psychologist की कुछ मजबूरियां होती हैं जिसके वजह से वे जानवरों के behaviour में रुचि दिखाते हैं।
जैसे animal behaviour का अध्ययन कम खर्चीला है। फिर कुछ ऐसे प्रयोग हैं जो नैतिक दृष्टि से मनुष्यों पर करना संभव नहीं है और इसका मुख्य कारण जानवरों का छोटा जीवन काल है। लगभग 14% psychologist मानव और पशु प्रायोगिक psychology के क्षेत्र में कार्यरत हैं।
शारीरिक मनोविज्ञान (Physical Psychology)
Physical psychology में Psychologist का कार्यक्षेत्र animal behaviour के भौतिक निर्धारकों और उनके प्रभावों का अध्ययन करना है। यह दैहिक मनोविज्ञान की एक शाखा है जो जैविक विज्ञान से निकटता से संबंधित है।
इसे साइकोबायोलॉजी भी कहते हैं। आजकल, Psychologists की मस्तिष्क की कार्यप्रणाली और व्यवहार के बीच संबंधों के अध्ययन में अधिक रुचि हो गई है।
इसने ‘तंत्रिका विज्ञान’ नामक एक नई अंतः विषय विशेषता को जन्म दिया। इसी तरह का दैहिक मनोविज्ञान भी व्यवहार पर हार्मोन के प्रभाव के अध्ययन में रुचि रखता है।
आजकल, विभिन्न प्रकार की दवाओं और व्यवहार पर उनके प्रभावों का भी दैहिक मनोविज्ञान में अध्ययन किया जा रहा है।
इससे एक नई विशेषता का जन्म हुआ है जिसे साइकोफार्माकोलॉजी कहा जाता है और जिसमें विभिन्न दवाओं के व्यवहार प्रभाव से लेकर न्यूरोलॉजिकल और मेटाबॉलिक प्रक्रियाओं में आणविक अनुसंधान तक शामिल हैं।
Conclusion Points
उम्मीद करती हूँ कि Psychology के बारे में ये सारी मालूमात आपको पसंद आई होगी और इस आर्टिकल के जरिया आपके मालूमात में इजाफा हुआ होगा।
संक्षेप में साइकोलॉजी की परिभाषा को जान लीजिए – Psychology एक ऐसा विज्ञान है जिमें systematically observable behaviour व mentally और दैहिक प्रक्रियाओं का अध्ययन किया जाता है. इस वेबसाइट पर परिभाषा और पिता से संबंधित अनेक लेख मौजूद है।