अस्सलाम अलैकुम वरहमतुल्लाहे व बरकातहू! मेरे प्यारे दोस्त। Istikhara Ki Dua को आप जब इंटरनेट पर सर्च करके होंगे। आपको एक साथ अरबी, हिंदी और अंग्रेजी में दुआ नहीं मिलता है।
मैं कह सकता हूं कि आपका सर्च अब कामयाब हुआ है। क्योंकि इस लेख में उसके साथ यह भी बताया गया है कि इस्तिख़ारा के लिए नमाज़ कैसे पढ़ें और दुआ कैसे करेंं।
इस्तिख़ारे की दुआ क्या है, पहले इसको जान लीजिए
इस्तिख़ारा क्या है? इस्तिख़ारा का मतलब है कि अल्लाह से भलाई तलब करना यानी कि अल्लाह की रजामंदी जानना। अल्लाह से रजामंदी या मार्गदर्शन लेना कि कौन सी चीजें या काम हम इंसान के लिए बेहतर है।
अल्लाह से अनुरोध करते हैं कि, अदृश्य के ज्ञानकर्ता (वह महान है) मुझे मार्गदर्शन करें कि यह कार्य मेरे लिए बेहतर है या नहीं?
हजरत जाबिर रज़ियल्लाहु अनहु फरमाते हैं कि अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम हमको इस्तिख़ारा इस तरह सिखाते थे। जैसे कुरान शरीफ की आयत सिखाते थे। वह कहते थे कि जब भी तुम कोई नया काम करो तो दो रक्अत नफ़्ल नमाज़ के बाद इस्तिख़ारे की दुआ पढ़ो।
दो या उससे ज्यादा चीज़ों या कार्यों में से इंसानों के लिए सबसे ज्यादा जरूरी किया है। उनका मार्गदर्शन अल्लाह से मिलता है। अल्लाह का मार्गदर्शन हमें सपनों में या फिर हमारे ज़ेहन में देता है।
शादी और इस्तिख़ारे की दुआ
Dua e istikhara for marriage aur istikhara ki dua for marriage अल्फाज़ से आप गूगल पर सर्च करते होंगे। क्या शादी के लिए इस्तिख़ारे की दुआ जानना चाहते हैं?
सबसे पहले मैं आपको बताना चाहता हूं कि इस्तिखारा की दुआ केवल शादी विवाह के लिए नहीं होता है। इस्तिखारा को हमें अपने सभी महत्वपूर्ण कार्यों के लिए अल्लाह की मर्जी को हमें जानना चाहिए।
हमें इस्तिखारा को अपनी आदत बनाना चाहिए ताकि हम अपने जीवन में सभी फैसले अल्लाह के राजा मंदी से ले सके और हमेशा हमें कामयाबी मिल सकें।
विवाह के समय या जीवन साथी खोजने के दौरान, लोग अपने रिश्तेदारों से इस्तिखारा भी करने के लिए कहते हैं।
बेहतर यह होगा कि जिस लड़के और लड़की के लिए जीवन साथी खोजा जा रहा है। खुद उसे इस्ताखारा करना चाहिए। शादी एवं अन्य कार्यों के लिए के लिए एक तरह से इस्तिखारा किया जाता है।
इस्तिख़ारा के लिए नमाज़ कैसे पढ़ें और दुआ कैसे करें
यदि कोई समस्या आपकी जिंदगी में आता हो या आप फैसला नहीं कार पा रहे हैं। आपको इस्तिख़ारा जरुर करना चाहिए।
दो रक्अत नफ़्ल नमाज़ पढ़ने में पहले रक्अत में सूरह अल-काफिरून और दूसरे रक्अत में सूरह-अल-इखलास पढ़ें। उसके बाद इस्तिख़ारा की दुआ पढ़ें।
Istikhara Ki Dua in Arabic
اللَّهُمَّ إِنِّي أَسْتَخِيرُكَ بِعِلْمَكَ، وَأَسْتَقْدِرُكَ بِقُدْرَتِكَ، وَأَسْأَلُكَ مِنْ فَضْلِكَ الْعَظِيمِ، فَإِنَّكَ تَقْدِرُ وَلَا أَقْدِرُ، وَتَعْلَمُ، وَلَا أَعْلَمُ، وَأَنْتَ عَلَّامُ الْغُيُوبِ، اللَّهُمَّ إِنْ كُنْتَ تَعْلَمُ أَنَّ هَذَا الْأَمْرَ- خَيْرٌ لِي فِي دِينِي وَمَعَاشِي وَعَاقِبَةِ أَمْرِي- عَاجِلِهِ وَآجِلِهِ- فَاقْدُرْهُ لِي وَيَسِّرْهُ لِي ثُمَّ بَارِكْ لِي فِيهِ، وَإِنْ كُنْتَ تَعْلَمُ أَنَّ هَذَا الْأَمْرَ شَرٌّ لِي فِي دِينِي وَمَعَاشِي وَعَاقِبَةِ أَمْرِي- عَاجِلِهِ وَآجِلِهِ- فَاصْرِفْهُ عَنِّي وَاصْرِفْنِي عَنْهُ وَاقْدُرْ لِيَ الْخَيْرَ حَيْثُ كَانَ ثُمَّ أَرْضِنِي بِهِ
Istikhara Ki Dua in Hindi
अल्लाहुम म इन्नी अस्तख़ी रू-क बि अिल्म-क व अस्तकि़्दरू-क बि कु़द्रति-क व अस्अलु-क मिन फ़ज़ि्ल-कल अजी़मि फ़ इन-न-क तकि्दरू व ला अकि़्दरू व तअ़लमु व ला अअ्लमु व अन-त अल्लामुल ग़ुयूबि अल्लाहुम-म इन कुन-त तअ्लमु अन-न हाज़ल अम-र खै़रूल्ली फी़ दीनी व मआशी व आक़िबति अम्री फ़क़ि्दरहु ली व यस्सिरहु ली सुम-म बारिक ली फ़ीहि व।
इन कुन-त तअ्लमु अन-न हाज़ल अम-र शर्रूल-ली फ़ी दीनी व मआशी व आक़िबति अमरी फ़स् -रिफ़हु अन्नी वसि्रफ़्नी अन्हु वकि्दर लि-यल खै-र हैसु का-नर सुम अर्जिनी बिही।
Istikhara Dua in English
Allaahumma ‘innee ‘astakheeruka bi’ilmika, wa ‘astaqdiruka biqudratika, wa ‘as’aluka min fajhilikal-‘Adheemi, fa’innaka taqdiru wa laa ‘aqdiru, wa ta’lamu, wa laa ‘a’lamu, wa ‘Anta ‘Allaamul-Ghuyoob, Allaahumma ‘in kunta ta’lamu ‘anna haazal-‘amra Khayrun lee fee deenee wa ma’aashee wa ‘aaqibati ‘amree Faqdurhu lee wa yassirhu lee summa baarik lee feehi,
wa ‘in kunta ta’lamu ‘anna haazal-‘amra sharrun lee fee deenee wa ma’aashee wa ‘aaqibati ‘amree, Fasrifhu ‘annee wasrifnee ‘anhu waqdur liyal-khayra haythu kaana thumma ‘ardhinee bihi।
किसी भी दुआ को अरबी में पढ़ना बेहतर और अफ़ज़ल माना गया है। क्योंकि अन्य भाषाओं में इसका बेहतर उच्चारण नहीं हो सकता है।
Istikhara Dua Turjuma in Hindi
इस्तिख़ारा की दुआ का तर्जुमा हिन्दी में – ऐ अल्लाह, मैं तेरे इल्म के ज़रिए तुझ से भलाई मांगता हूं और तेरी कु़दरत के जरिए तुझसे कु़दरत तलब करता हूं और तेरे बड़े फज़ल का तुमसे सवाल करता हूं, क्योंकि बेशक तुझे कु़दरत है और मुझे कु़दरत नहीं है और तू जानता है, और मैं नहीं जानता और तू गैबों का खूब मानने वाला है।
ऐ अल्लाह, अगर तेरे इल्म में मेरे लिए यह काम तेरी दुनिया और आख़िरत में बेहतर है, तू उसको मेरे लिए मुकद्दर फ़रमा, फिर मेरे लिए उसमें बरकत फ़रमा और अगर तेरे इल्म में मेरे लिए यह काम मेरी दुनिया व आख़िरत में बुरा है, तो उसको मुझ से और मुझको उससे दूर फ़रमा और मेरे लिए भलाई मुकद्दर फ़रमा, जहां कहीं भी हो फिर उस पर मुझे राज़ी फ़रमा।
Conclusion Point
इस्तिखारे नमाज़ उन लोगों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है जो कोई फैसला लेने के लिए अल्लाह का रजा जानना चाहते हैं. अगर आप सही तरीके से इस नमाज को अदा करते हैं तो आपको अल्लाह ताला सपना या किसी अन्य तरीके से आपको मदद करेगा.
आप मुस्लिम भाइयों से उम्मीद करता हूं कि Istikhara ki dua in hindi यानी इस्तिख़ारे की दुआ से संबंधित आर्टिकल अच्छा लगा होगा।
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बेहतरीन, हिन्दी में फ़ॉन्ट के साथ नुक्ते और भी जगह लगेंगे