Ramadan का महीना इस्लामी कैलेंडर (हिजरी) में सबसे मूल्यवान महीनों में से एक है, जो 30 या 29 दिनों का होता है। हिजरी कैलेंडर के अनुसार रमजान साल का नौवां महीना है। जिसे अल्लाह की इबादत का महीना भी कहा जाता है।
रमजान का महत्व को जानिए
रमज़ान के महीनों में अल्लाह को मानने वाले इबादत में तप कर अपने तन-बदन व रूह को पवित्र करते हैं। संयम और समर्पण के साथ अल्लाह का इबादत करने के अलावा दुनियादारी की हरकतों से अपने आप को दूर रखें हैं।
रोज़ा इस्लाम के पांचों स्तंभों में से चौथा स्तंभ है। अल्लाह के नापसंद कार्यों से अपने आप को दूर रखना और अल्लाह को खुश रखने वाला कार्य करना, उसे ताक्वा कहते हैं। ताक्वा की प्राप्ति के लिए मुसलमान पूरे रमज़ान हर दिन रोजे़ रखते हैं।
रमज़ान का महत्व इस बात से समझा जा सकता है कि पवित्र कुरान पहली बार रमज़ान के महीने में ही इंसानों के लिए नाजिल हुआ था। यहां कुछ रोचक तथ्य हैं जो इस्लाम में रमज़ान के महत्व को दर्शाता हैं।
इसी पवित्र महीने में Laylat al-Qadr है। एक हजार महीने के इबादत से बेहतर है। जिसमें जन्नत का दरवाज़े खोले जाते हैं। दोजख के दरवाज़े बंद हो जाता हैं और शैतानों को कैद कर लिया जाता है।
ज़कात इसी महीने निकाला जाता है जो परिसंपत्तियों का 2.5% होता है। सदका उस इंसान पर वाजिब है, जिस पर ज़कात फर्ज है जो ईद की नमाज से पहले दिया जाता है।
रमजान के पवित्र महिनों में क़ुरान पढ़ने और अध्ययन करने के साथ-साथ दूसरों के साथ साझाने से ज्यादा सवाब मिलता है।
एतेकाफ़ विशेष रूप से इस पवित्र माह के अंतिम 10 से 15 दिनों में किया जाता है। जिसमें वह दस से 15 दिन मस्जिद में गुजारा जाता है।
रमजान में उमराह करना हज के बराबर माना जाता है
तरावीह अन्य नमाज़ों की तरह यह भी फर्ज है। जिसमें इमाम साहेब मस्जिद में पूरा कुरान को नमाज के दौरान पढ़ते हैं। कोरोना महामारी के वजह से इस साल आप उमराह नहीं कर पाएंगे।
रमजान का इतिहास बहुत खास है
रमजान का इतिहास पैगंबर हजूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के समय शुरू होता है।
जानकारों के मुताबिक 610 ईस्वी से मुसलमानों ने रोजा रखना शुरू किया था। दोस्तों, अगर आपके पास रमजान की इतिहास की कोई जानकारी हो तो कृपया हमारे साथ साझा करें।
Conclusion Point
अंत में, रमजान दुनिया भर के मुसलमानों के लिए एक महत्वपूर्ण और सार्थक महीना है। इस समय के दौरान, वे आत्म-अनुशासन का अभ्यास करते हैं, अपनी उदारता और दानशीलता को बढ़ाते हैं, और स्वयं का सर्वश्रेष्ठ संस्करण बनने का प्रयास करते हैं।
इसके अलावा, यह आध्यात्मिक नवीनीकरण का समय है जो पूरे वर्ष उन पर स्थायी प्रभाव छोड़ सकता है। अंततः, रमजान हमें जीवन में हमारे उद्देश्य की याद दिलाने में मदद करता है और हमें अपने जीवन को कृतज्ञता, विनम्रता और करुणा के साथ जीने का प्रयास करना चाहिए।
आपने इस लेख में रमजान का महत्व एवं रमजान का इतिहास को पढ़ा जो बेहद ही संक्षेप में लिखा गया है। रमजान एवं इस्लाम से संबंधित अनेक आर्टिकल इस वेबसाइट पर उपलब्ध है। कृपया एक बार नीचे तक जरूर चेक कर लें।