क्या आप इंटरनेट पर सर्च कर रहे हैं कि स्वास्थ्य की सही परिभाषा क्या है? आपको परिभाषा के साथ स्वास्थ्य का अर्थ एवं स्वस्थ रहने के 11 सेंटिफिक टिप्स किस आर्टिकल में मिलेगा.
शारीरिक, मानसिक तथा सामाजिक रूप से सक्षम होना पूर्णत स्वस्थ होना ही स्वास्थ्य है. हेल्थ इन हिंदी के अंक में जानिए हेल्थ का डेफिनेशनव मीनिंग और भी बहुत कुछ, आखिर तक चेक कीजिए।
Swasthya Ki Paribhasha
‘’ शारीरिक, मानसिक तथा सामाजिक रूप से सक्षम होना पूर्णत स्वस्थ होना ही स्वास्थ्य है ‘’
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, हेल्थ की डेफिनेशन
‘’ Health is a state of physical, mental and social well-being in which disease and infirmity are absent ‘’.
स्वास्थ्य की अन्य परिभाषाएं
स्वास्थ्य व्यक्ति का शारीरिक, मानसिक, और सामाजिक रूप से आच्छादन करने की क्षमता है।
“स्वास्थ्य एक शारीरिक और मानसिक स्थिति है जिसमें व्यक्ति बीमारियों और दुखों से मुक्त होता है और उसके जीवन का सामाजिक संतुलन बना रहता है।
स्वास्थ्य योग्य, सक्रिय, और समृद्ध जीवन जीने की क्षमता है।
स्वास्थ्य एक भलाई और उत्तरदायित्व की स्थिति है, जिसमें व्यक्ति शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से संतुलित होता है और जीवन के हर क्षेत्र में खुश और संतुष्ट रहता है।
स्वास्थ्य एक शारीरिक और मानसिक स्थिति है जिसमें व्यक्ति का दिल, दिमाग, और देह सबकुछ सही से काम करते हैं और वह रोगों से मुक्त होता है।
स्वास्थ्य व्यक्ति के दिल, दिमाग, और शरीर की आदिकार और सामाजिक सार्थकता की स्थिति है।
स्वास्थ्य व्यक्ति की शारीरिक स्वरूप, मानसिक तत्व, और सामाजिक विकास की समग्रता है।
शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से सक्षम होना
शारीरिक रूप से सक्षम मनुष्य अपने कार्यों को बिना परेशानी के पूरा कर लेता है, तो हम उसे स्वस्थ मनुष्य मानते हैं। लेकिन स्वास्थ्य विज्ञान में मानसिक तथा सामाजिक तौर पर भी स्वस्थ होना भी जरूरी माना गया है।
मानसिक तौर पर बीमार किसे माना जाता है? कोई ऐसा आदमी जिसको कोई ऐसा बीमारी नहीं है। वह ऑफिस जा सकता है, पर ऑफिस के लोगों को या अपने जानने वालों को परेशान कर देता हों।
क्या ऐसे लोगों को आप मानसिक तौर पर बीमार आदमी कहेंगे ? साइकोलॉजी से संबंधित कई आर्टिकल इस वेबसाइट पर उपलब्ध है।
स्वास्थ्य की जानकारी क्यों जरूरी है?
स्वास्थ्य जानकारी सभी ज्ञानों में सर्वोत्तम है। जिससे हमारी आयु लंबी ही नहीं बल्कि जिंदगी को सुखद तथा खुशहाल बनाता है ।
जैसे हम अपने वाहनों के रख-रखाव के लिए कई तरीके अपनाते हैं, विशेषज्ञ से पूछते हैं कि यह मेरा वाहन ज्यादा दिनों तक कैसे चलेगा वह बिना खराब हुए। अगर हमारा वाहन पूरी तरह खराब भी हो जाए तो घबराने वाली कोई बात नहीं होती है।
लेकिन हमारा स्वास्थ्य खराब हो जाए या पूरी तरह काम करना बंद हो जाए तो, जरा सोचिए क्या होगा? हमें अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरुक होने की जरूरत है। हमें पता होना चाहिए कि मानव शरीर को कब तथा क्या चाहिए।
स्वास्थ्य संबंधी जानकारी सबसे महत्वपूर्ण ज्ञान हो सकता है, लंबी उम्र के लिए जानना जरूरी है कि – हमारे लिए क्या अच्छा है, क्या नहीं, क्या खाएं तथा क्या छोड़ें।
क्या आपको हेल्थ के बारे में यह पता है?
मानव शरीर दुनिया का सबसे जटिल शरीरों में से एक है जो दुनिया में हर प्राणी के शरीर से बेहतर भी है। लेकिन इसका रखरखाव करना भी आसान नहीं है। जानकारी के अभाव में मनुष्य की आधी से ज्यादा जिंदगी मुश्किलों के साथ कटता है ।
कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के एक रिसर्च से पता चला है कि अगर आप सप्ताह में दो-तीन घंटे भी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी किसी भी माध्यम से हासिल करते हैं, तो आप अपनी उम्र 2 से 3 दिन तक बिना बीमारी का बढ़ा सकते हैं ।
व्यवसाय, जेंडर, उम्र तथा भौगोलिक स्थान के आधार पर अलग-अलग प्रकार की बीमारियां हमें अपनी गिरफ्त में लेता है। आपको यह जानना होगा कि आप के व्यवसाय में ज्यादातर लोगों को किस प्रकार का बीमारी होता है तथा उसके क्या सावधान हैं।
मर्द एवं तथातों में कुछ अलग प्रकार की बीमारियां होती है जिसे समय रहते ही पता करना जरूरी होता है। वरना शादी से पहले एवं बाद की भी जिंदगी बहुत खराब हो सकती है।
उम्र के आधार पर भी बीमारियों को बांटा जाता है, आयु हमारी लंबी हो तथा बिना बीमारियों का हो तो इससे अच्छी बात तथा कोई हो नहीं सकता है। दुनिया के अलग-अलग भौगोलिक स्थान है जहां की बीमारियां भी अलग-अलग प्रकार की होती है।
स्वास्थ्य संबंधी जानकारी जानकारी के लिए हमलोग कई माध्यम को अपनाते हैं जैसे मैगज़ीन, न्यूज़पेपर, व टीवी आदि।
इन सब के साथ यह एक ही समस्या है कि, हमारे पास हमेशा मौजूद नहीं होता है। जब हमारे पास खाली समय हो तो, स्मार्टफोन पर सोशल मीडिया या गेम खेलने से बेहतर हो सकता है कि हम अपनी जिंदगी को प्रत्येक दिन 10 से 15 मिनट दें तो हमारी जिंदगी बिना बीमारियों के पहले से बेहतर तथा लंबी हो सकती है।
हेल्थ टिप्स
स्वस्थ रहने के लिए हमें कुछ चीजों को अवश्य ध्यान में रखना चाहिए वरना हमें जान की कीमत चुकाना होता है। स्वास्थ्य समस्या 1 साल या 1 महीने में उत्पन्न नहीं होता है। इसका मतलब यह नहीं हुआ कि जब तक स्वास्थ समस्या नहीं हुआ है तब तक हम कुछ ना करें।
अगर आप चाहते हैं कि मेरी आयु लंबी हो तथा हमारी मौत बिना बीमारी से हो। नीचे गए बताए गए तरीकों को आप अपना सकते हैं।
एक्सरसाइज को कभी इग्नोर ना करें
अगर आप प्रत्येक दिन 30 से 40 मिनट एक्सरसाइज करते हैं तो आप बहुत सी बीमारियों से दूर रहते हैं। ऐसा आप पहले से जानते हैं । लेकिन क्या आप यह जानते हैं, किस उम्र में तथा कौन सी बीमारी के लिए कौन सी एक्सरसाइज किया जाए। इससे संबंधित लिंक नीचे दिए गए हैं।
संतुलित आहार को चुनें
स्वस्थ रहने के लिए अच्छा भोजन या कहें बैलेंस डाइट की बहुत जरूरत होती है। क्योंकि आप जानते हैं ज्यादातर बीमारी गलत डाइट से होती है।
इसलिए बैलेंस डाइट को अपनाने चाहिए। भोजन आपकी जीभ के स्वाद के लिए नहीं बना है। भोजन हमारी ऊर्जा संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बना है।
आपके भोजन में उपयुक्त 3 से 5 लीटर पानी पीने चाहिए। फल तथा सब्जी खाएं, खाना को चबाकर खाएं, रात में कम खाना कम खाएं, किसी भी एक चीज का ज्यादा मात्रा में सेवन ना करें। कोशिश करें प्रकृति ने जो कुछ आपको खाने के लिए दिया है वह सबकुछ का मजा लें।
मानसिक तौर पर हमें तैयार रहना चाहिए
यह आपके जिंदगी का यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण पहलू है। लोग इस पर ध्यान कम देते हैं। दुख देने वाले से दूर रहें, सोते समय ना सोचे, तथा कमाई से अधिक खर्च ना करें।
किसी से झूठा वादा ना करें, जिसको आप पूरा ना कर सके, बिना मतलब का कुछ ना सोचें हैं, तथा अच्छे लोगों से मिले हैं। अपने आप को खुश रखने का यह सब कुछ आसान तरीका है।
दिमाग का सीधा रिश्ता दिल से होता है। अगर आप टेंशन में रहते हैं तो आपका ब्लड प्रेशर बढ़ता है। जिस से बहुत सारी बीमारियां होती हैं जैसे हार्ट अटैक आदि।
अपने लाइफ स्टाइल को ठीक करें जल्दी सोए तथा जल्दी जगे। चिंता, क्रोध, शोक, शक तथा दूसरों से उम्मीद करना छोड़ें।
लंबी आयु के लिए अच्छी नींद लें
वैज्ञानिक मानते हैं कि नींद सबसे बड़ी दवा है। आप गौर कीजिए जब आप काम करके बहुत ज्यादा थक जाते हैं तथा अगर आप गहरी नींद से सोते हैं तो सुबह अपने आप को आप फ्रेश पाते हैं। इसीलिए कहा जाता है अच्छी नींद का होना बहुत जरुरी है।
कम नींद होना या ज्यादा नींद का होना इसका सीधा प्रभाव स्वास्थ्य पड़ता है। वैज्ञानिक अध्ययन से पाया गया है कि 8 घंटा से ज्यादा तथा 6 घंटे से कम नहीं सोना चाहिए।
सोते समय सोचना नहीं चाहिए जिससे आपका नींद खराब होता है। आप यह जान लें कि सोते समय का सोच कभी भी सही नहीं हो सकता क्योंकि आपके थके हुए होते हैं, आपके मस्तिष्क में ऊर्जा की भारी कमी होती है।
इलाज करवाने में देरी ना करें
अगर कोई मुझ से पूछता है कि दुनिया का सबसे बड़ा बीमारी क्या है तो मेरा सीधा सा दो टूक उत्तर होगा – बीमारी का इलाज ना करना ही सबसे बड़ी बीमारी है.
लोग अपनी बीमारियों को टालने की कोशिश करता है या फिर अपनी बीमारियों को झूठलाता हैं । मुझे यह बीमारी नहीं है। इसका चयन स्वयं न करें। डॉक्टरी सलाह अवश्य लें समय रहते, अगर आप डॉक्टर से मिलते हैं तो आप का इलाज कम खर्च में जल्दी हो जाता है।
फल, अंडा, पानी तथा दूध को अपनाएं
विश्व स्वास्थ संगठन अपने गाइडलाइंस में कई बार बता चुका है कि आप हर रोज पांच अलग कलर का फल खाएं।
संडे हो या मंडे हर दिन एक अंडे कम से कम खाएं। पानी पीने में कभी भी कंजूसी ना करें। रात में सोने से पहले दूध का सेवन अवश्य करें, वह आपके स्वास्थ्य के लिए वरदान साबित हो सकता है।
खुश रहने के बहाने खोजें
सिर्फ अपने आपको कामनाएं वयस्त रखना या पैसे कमाने का मशीन बन जाना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।
आप काम भी करें साथ ही साथ खुश रहने के लिए अलग-अलग तरीकों को अपनाएं जैसे खेल कूद में भाग लेना, फिल्म देखना, अपने मनपसंद दोस्त से मिलना, घूमने जाना, मजाकिया आदत रखना, तथा मनपसंद खाना खाना आदि।
अपनाएं साफ-सफाई के नए तरीके
स्वस्थ रहने के लिए साफ-सफाई का होना बहुत जरूरी है। क्योंकि भारतीय परिस्थिति में ज्यादातर बीमारियां गंदगी से उत्पन्न होती हैं।
अपने प्राइवेट पार्ट से लेकर खाने पीने की चीजों एवं इस्तेमाल करने हेतु सभी उपकरणों को साफ रखें। अपने घरों के साथ आसपास की भी सफाई होना आवश्यक है। क्योंकि अगर आप अपने घर के बाहर साफ नहीं रखा तो, आपके घर में साफ हवा का प्रवेश नहीं होगा।
Conclusion Points
मुझे पूर्ण रूप से उम्मीद है कि आपको स्वास्थ्य की परिभाषा एवं उनके अर्थ, स्वस्थ रहने के टिप्स अच्छे से समझ में आया होगा. ज्ञान कभी भी पूरा नहीं होता है, इसी प्रकार यह लेख भी पूर्ण नहीं है.
अगर आपके पास कोई प्रश्न हो तो आप कमेंट बॉक्स में जरूर पूछिए. आपका स्वागत है.