अस्सलाम वालेकुम, क्या आप Google पर सर्च कर रहे हैं कि ईद और बकरीद की नमाज पढ़ने का सही तरीका क्या है? अगर आपका यही सर्च है तो आप सबसे अच्छे आर्टिकल तक पहुंच चुके हैं. सही और पूरा नमाज सीखने के लिए इस आर्टिकल को आखिर तक पढ़िये.
ईद की नमाज की तैयारी कैसे करें?
- ईद हो या बकरीद के दिन सुबह जल्दी उठे.
- नाख़ून की साफ़ सफाई के साथ-साथ कटाई जरूर करें.
- शर्मगाह के बाल की सफाई अच्छे से करें.
- सर का बाल भी कटवाना चाहिए.
- दांतो की अच्छे से सफाई करें हो सके तो मिस्वाक करें.
- नहाने के सभी फराजों को पूरा करें.
- सही से वजू करें.
- नए या पुराने साफ कपड़े पहनें.
- सुरमा एवं इत्र लगाएं.
- ईदगाह में ईद की नमाज पढ़ने जाने से पहले कुछ मीठा खाना चाहिए.
- अगर आप पर वाजिब है तो जकात और फितरा नमाज से पहले निकाल दें.
- ईदगाह या मस्जिद एक रास्ते से जाएं और दूसरे रास्ते से हो सके तो वापस आए हैं.
- ईदगाह या मस्जिद जाते समय रास्ते में यह तकबीर पढ़ें – अल्लाहु अकबर अल्लाहु अकबर, लाइलाहा इल्ललाहु, अल्लाहु अकबर अल्लाहु अकबर, वलिल्लाहिलहम्द.
ईद और बकरीद की नमाज कैसे पढ़ें?
- सबसे पहले नियत करें
- सना पढ़ लें.
- उसके बाद, तीन तकबीर होगी, जिसमे से दो बार हाथ उठाकर “अल्लाहु अकबर” बोलना है और हाथ को छोड़ देना है.
- तीसरी तकबीर में भी “अल्लाहु अकबर कहना है लेकिन इस बार हाथ को छोड़ना नहीं है बाँध लेना है.
- उसके बाद जो भी इमाम साहब पढ़ेगें उसे सुनना है, रुक्रू व सज्दे में जाना है.
- इसी प्रकार से दूसरी रकअत में, दो बार हाथ उठाकर “अल्लाहु अकबर” बोलना है और हाथ को छोड़ देना है.
- तीसरी तकबीर में भी “अल्लाहु अकबर कहना है लेकिन इस बार हाथ को छोड़ना नहीं है बाँध लेना है.
- उसके बाद जो भी इमाम साहब पढ़ेगें उसे सुनना है, रुक्रू व सज्दे में जाना है.
- उसके बाद, अत्तहिय्यात, दरूदे इब्राहिम और दुआएं मसुरा पढ़ें.
- इमाम साहब के सलाम फेरने के बाद, खुत्बा पढ़ेंगे. खुत्बा सुनना वाजिब है.
- उसके बाद दुआ होगी.
ईद उल फितर और ईद उल अजह की नमाज का तरीका |
नियत की मैंने दो रकअत नमाज़ वाजिब ईदुल फित्र या ईद उल अजह की में ज़ाइद 6 तकबीरों के, वास्ते अल्लाह तआला के पीछे इस इमाम के, मुंह मेरा काबे शरीफ़ की तरफ़ – अल्लाहु अकबर अल्लाहु अकबर. |
सना दुआ |
सुबहानकल्लाहुम्मा वबि ‘हम्दिका व तबारा कस्मुका व त’आला जद्दुका व ला इलाहा ग़ैरुक |
अत्तहिय्यात |
अल्लाहुम्मा सल्लि ‘अला मुहम्मदियो व’ अला’ आलि मुहम्मद,
कमा सल्लयता ‘अला’ इब्राहीम व ‘अला’ आली ‘इब्राहीम,’ इन्नका हमीदुम मजीद। अल्लाहुम्मा बारिक ‘अला मुहम्मदियो व’ अला ‘आलि मुहम्मद, कमा बारकता’ अला ‘इब्राहीम व’ अला’ आली ‘इब्राहीम,’ इन्नाका हमीदुम मजीद। |
दुआ मसुरा |
अल्लाहुम्मा इन्नी ज़लमतू नफ़्सी
ज़ुलमन कस़ीरंव वला यग्फिरु जन्नूबा इल्ला अन्नत फ़ग्फिरली मग़्फिरा तम मिन् ‘इन्दिक् वर ‘हमनी इन्नका अन्तल ग़फ़ूरूर्र रहीम” |
Conclusion Points
नमाज़ नियत से कबूल होती है. अगर आपका नियत साफ है तो, अल्लाह ताला आप का नमाज जरूर कबूल करेगा. लेकिन शर्त है कि नमाज को सही तरीके से अदा की जाए.
ईद और बकरीद की नमाज में कोई ज्यादा खास अंतर नहीं है. ऊपर बताए गए तरीके को अपनाकर के आप अपनी ईद और बकरीद की नमाज को ईदगाह या मस्जिद में अदा कर सकते हैं.
ईद या बकरी ईद के नमाज से मुथलिक अगर आपके पास कोई भी प्रश्न हो तो आप Comment Box में लिखिए. आप को जवाब देने में मुझे बहुत खुशी होगी.