क्या आप Definition of economics in hindi जानना चाहते हैं? अर्थशास्त्र की परिभाषा सरल और सटीक शब्दों में मिलने वाला है।
Business economics in hindi क्या है? इन सभी विषयों पर विस्तृत जानकारी आपको इस लेख में मिलेगा। कृपया इस लेख को अंत तक पढ़े।
अर्थशास्त्र एक सामाजिक विज्ञान है, जिसका अर्थ है कि यह मानव व्यवहार का अध्ययन करने के लिए वैज्ञानिक विधियों का उपयोग करता है।
यह इसे अन्य सामाजिक विज्ञानों से अलग बनाता है, जैसे कि इतिहास या समाजशास्त्र, जो उन क्रियाओं और घटनाओं का अध्ययन करता है जो पहले ही हो चुकी हैं।
अर्थशास्त्र की परिभाषा आसान शब्दों में पहले जान लीजिए
अर्थशास्त्र की परिभाषा को बहुत ही आसान शब्दों में ‘’ धन का अध्ययन’’ और ‘’धन का विज्ञान’’ कहा जाता है। अर्थशास्त्र शब्द की उत्पत्ति संस्कृत भाषा से हुआ है जो दो शब्दों के जोड़ से बना है।
अर्थ + शास्त्र = अर्थशास्त्र, अर्थ का मतलब धन से है जबकि शास्त्र का मतलब क्रमबद्ध ज्ञान।
अर्थशास्त्र को अर्थ-शास्त्री इस तरह से परिभाषित करते हैं – सामाजिक विज्ञान का वह शाखा है, जिसमें वस्तुओं व सेवाओं के उत्पादन के विनिमय, वितरण एवं उपभोग का अध्ययन को अर्थ-शास्त्र कहते हैं।
अर्थशास्त्र एक विज्ञान है जो विभिन्न आर्थिक चुनौतियों और आर्थिक प्रक्रियाओं का अध्ययन करता है। इसका मुख्य उद्देश्य संसाधनों की आपूर्ति, उपयोग, और वित्तीय प्रबंधन के माध्यम से समाजिक और आर्थिक कल्याण को प्राप्त करना होता है। अर्थशास्त्र आर्थिक विकास, आय, नौकरियां, मूद्रा, निवेश, व्यापार, उत्पादन, और उपभोक्ता कुल के साथ उनके विभिन्न पहलुओं का अध्ययन करता है।
यह एक मानव वस्तुओं के आर्थिक व्यवहार और उनके प्रभाव की समझ प्रदान करता है और नीतिकरण के लिए मूल तथ्यों को प्रदान करता है। अर्थशास्त्र कई उपशाखाओं में विभाजित होता है, जैसे कि माइक्रो इकोनॉमिक्स और मैक्रो इकोनॉमिक्स, जो व्यक्तिगत और समग्र आर्थिक प्रक्रियाओं का अध्ययन करते हैं।
अनेक अर्थशास्त्री ने विभिन्न प्रकार से अर्थशास्त्र को परिभाषित किया है
सैद्धांतिक रूप से अर्थशास्त्र को परिभाषित करने का प्रयास अरस्तु (384-322 ई।पू।) से शुरू हुआ है। उसके अनुसार, इकोनॉमिक्स को धन का अध्ययन कहा गया है।
राबिंस ने अर्थशास्त्र को विज्ञान माना है। जबकि कि रॉबिन्स ने इसे वास्तविक विज्ञान कहा है। मार्शल ने इकोनॉमिक्स को आदर्श विज्ञान का है।
आपको कंफ्यूज होने की आवश्यकता नहीं है। मार्शल द्वारा अर्थशास्त्र की परिभाषा क्या है ऐसे ही प्रश्न पूछे जाएंगे। अगर आप से किसी भी परीक्षा में अर्थशास्त्र की परिभाषा पूछा जाए तो इनमें से आप किसी को भी उत्तर के रूप में लिख सकते हैं। माइक्रो इकोनॉमिक्स एंड मैक्रो इकोनॉमिक्स – Details.
Definition of Economics in hindi
1) जोयल डीन
‘’ प्रबन्धकीय अर्थशास्त्र का यह आशय है कि किस तरह से आर्थिक विश्लेषण का उपभोग व्यावसायिक नीति निर्धारण में किया जाता है ‘’।
2) सेम्युलसन
‘’ अर्थशास्त्र कला में प्राचीनतम तथा विज्ञान समूह में नवीनतम वस्तु है और यह सभी सामाजिक विज्ञान की रानी है ‘’।
3) स्पेन्सर व सीगिलमैन
‘’ व्यावसायिक अर्थशास्त्र आर्थिक सिद्धान्तों तथा व्यावसायिक व्यवहारों का इस उद्देश्य से किया गया समन्वय है कि प्रबन्धकों को निर्णय लेने और आगे के लिए नियोजन करने में सरलता हो ‘’।
4) वाकर
‘’ अर्थशास्त्र, ज्ञान के उस भाग का नाम है जिसमें धन का अध्ययन होता है ‘’।
5) मैकनेयर व मेरीयम
‘’ व्यावसायिक अर्थशास्त्र में व्यावसायिक परिस्थितियों का विश्लेषण करने के लिए अर्थशास्त्रीय विचार पद्धति का उपयोग किया जाता है ‘’।
6) पिगू
‘’ अर्थशास्त्र आर्थिक कल्याण का अध्यन है। आर्थिक कल्याण के उस भाग तक सीमित रहता है जिसका डायरेक्ट या ईनडायरेक्ट रुप से मुद्रा में मापदंड से संबंधित किया जा सकता हों ‘’।
7) हेन्स
‘’ प्रबन्धकीय अर्थशास्त्र व्यावसायिक निर्णयों में प्रयुक्त किया जाने वाला अर्थशास्त्र है । यह अर्थशास्त्र की वह विशिष्ट शाखा है जो विशुद्ध सिद्धान्तों एवं प्रबन्धकीय व्यवहार के मध्य सेतु का काम करती है ‘’।
8) हिक्स
‘’ अर्थशास्त्र में मानव व्यवहार के विशिष्ट पहलू का अध्ययन किया जाता है। अरवह विज्ञान है जो व्यवहारिक क्रियाकलापों का अध्ययन करने के लिए प्रेरित करता हों ‘’।
9) लियोनेल रोबिंसन
‘’ वह विज्ञान जो मानव स्वभाव का वैकल्पिक उपयोगों वाले सीमित साधनों और उनके प्रयोग के मध्य अन्तर्सम्बन्धों का अध्ययन करता है’’।
10) अल्फ्रेड मार्शल
मार्शल का पूरा नाम अल्फ्रेड मार्शल है। उन्होंने अपने पुस्तक प्रिंसिपल्स ऑफ इकनॉमिक्स में इकोनॉमिक्स का डेफिनेशन का वर्णन किया है।
‘’ मनुष्य जाति के रोजमर्रा के जीवन के अध्ययन’ बताया है’’।
एडम स्मिथ को अर्थशास्त्र का पिता माना जाता है जिसने अर्थशास्त्र को धन का विज्ञान बताया था । डॉ॰ एल्फ्रेड मार्शल ने अर्थशास्त्र को मानव के कल्याण से संबोधित किया था।
लार्ड राबिन्स ने दुर्लभता के सिद्धांत पर अर्थशास्त्र की व्याख्या किया था, उनका मानना था कि मानव की आवश्यकताएं असीमित हैं। जबकि संसाधन सीमित हैं। सैम्यूल्सन ने विकास के शास्त्र को ही अर्थशास्त्र माना था।
अर्थशास्त्र का सही अर्थ क्या है?
ऊपर लिखे अर्थशास्त्र की परिभाषा को पढ़कर थोड़े से आप उलझ गए होंगे। आखिरकार अर्थशास्त्र का सही अर्थ क्या है। सबसे पहले आपको यह बता दूं कि यह एक अत्यंत विशाल सब्जेक्ट है।
जिसको कुछ शब्दों से संपूर्ण रूप से परिभाषित नहीं किया जा सकता है। अर्थशास्त्र की एक निश्चित परिभाषा नहीं है क्योंकि इसकी सीमा एवं क्षेत्र सीमित नहीं है।
- धन
- कल्याण
- दुर्बलता एवं चयन
- संववृद्धि तथा विकास
- कल्याण एवं पर्यावरण.
इस विषय का प्रारूप समय-समय पर बदलता रहा है। 18वीं शताब्दी में अर्थशास्त्र धन विज्ञान तक ही सीमित था। यह विषय धनी एवं निर्धन लोगों के बीच में समाज को विभाजित कर रहा था।
कुछ अर्थशास्त्री ने अर्थशास्त्र को समाज कल्याण से जोर कर भी परिभाषित किया। जिसमें वस्तुओं एवं सेवाओं का उपभोग के साथ पर व्यक्ति आय जैसे पहलुओं को शामिल किया गया।
संसाधनों के चयन व दुर्बलता को भी इस विषय से जोड़ा गया। इस शब्द के जुड़ने से इस विषय को सबसे ज्यादा प्रसिद्धि दिलाया। क्योंकि इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट लोगों के प्रॉब्लम्स को दूर करने वाला सब्जेक्ट बन चुका था।
बीसवीं सदी की शुरुआत में ग्रोथ एंड डेवलपमेंट शब्द को इस विषय से जोड़ा गया। जिसमें वस्तु और सेवा के उपभोग करने वाला उपभोक्ताओं को विकसित करने पर बल दिया गया।
बीसवीं शताब्दी के अंत तक इस विषय में कल्याण एवं पर्यावरण शब्द भी जोड़ना शुरु हो गया। खनिज एवं खनिज तेल के उत्पादन से उत्पन्न समस्याओं को काम करने पर बल दिया गया।
Business Economics In Hindi
Business Economics को हिंदी में व्यावसायिक अर्थशास्त्र कहते हैं। लेकिन आम बोलचाल में प्रबंधकीय अर्थशास्त्र भी कहते हैं। अर्थशास्त्र इस बात का अध्ययन है कि कैसे लोग वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन के लिए संसाधनों का उपयोग करते हैं और ये उत्पादन और उपभोग गतिविधियाँ व्यक्तियों, व्यवसायों और सरकारों की भलाई को कैसे प्रभावित करती हैं।
अर्थशास्त्री व्यक्तिगत व्यवहार का विश्लेषण करने के लिए माइक्रो इकनॉमिक्स का उपयोग करते हैं, जिसमें यह भी शामिल है कि लोग कैसे निर्णय लेते हैं कि क्या खरीदना है, कितना काम करना है, और कैसे पैसा बचाना या निवेश करना है।
व्यावसायिक अर्थशास्त्र का परिभाषा जान लीजिए
व्यावसायिक अर्थशास्त्र, अर्थशास्त्र का वह शाखा है जो व्यापार के प्रबंधन, विस्तार और रणनीति से जुड़ा होता है।
व्यावसायिक अर्थशास्त्र, व्यावहारिक अर्थशास्त्र में एक क्षेत्र है जो व्यापारिक उद्यमों का विश्लेषण करने के लिए आर्थिक सिद्धांत और मात्रात्मक तरीकों का उपयोग करता है। जो कारकों में संगठनात्मक ढांचे की विविधता और श्रम, पूंजी और उत्पाद बाजार वाले फर्मों के संबंध में योगदान देता है।
व्यावसायिक अर्थशास्त्र की उत्पत्ति कहां से हुई है?
व्यापारिक प्रतिष्ठान के नियम व कायदे पहले से काफी जटिल हो चुका है। व्यापार के प्रबंधन से लेकर विस्तार में जटिलताओं को समझाने के लिए व्यावसायिक अर्थशास्त्र की उत्पत्ति हुई है।
आर्थिक अवधारणाओं, सिद्धांतों और उपकरणों का इस्तेमाल से व्यापार की जटिलताओं को कम किया जा सकता है। जिसमें व्यापार के अवसरों का मूल्यांकन व व्यापार की समस्याओं का विश्लेषण को शामिल किया जाता है।
माइक्रो इकोनॉमिक्स की परिभाषा
माइक्रो इकनॉमिक्स अर्थशास्त्र की एक शाखा को संदर्भित करता है जो एक अर्थव्यवस्था के भीतर व्यक्तिगत व्यवहार और निर्णय लेने का अध्ययन करता है। और यह समझने पर भी केंद्रित है कि कैसे व्यक्ति, परिवार और व्यवसाय वस्तुओं, सेवाओं और धन जैसे संसाधनों के आवंटन के संबंध में आर्थिक निर्णय लेते हैं।
माइक्रो इकनॉमिक्स में विभिन्न कारकों का विश्लेषण करना शामिल है जो आपूर्ति और मांग, मूल्य निर्धारण रणनीतियों, उत्पादन लागत और बाजार प्रतिस्पर्धा जैसे इन आर्थिक निर्णयों को प्रभावित करते हैं।
माइक्रो इकोनॉमिक्स का संबंध इस बात के अध्ययन से है कि सूक्ष्म स्तर पर बाजार कैसे कार्य करते हैं। मुख्य उद्देश्य यह समझना है कि व्यक्ति अपनी इच्छाओं और जरूरतों को पूरा करने के लिए अपने संसाधनों का आवंटन कैसे करते हैं।
इसमें उपभोक्ता व्यवहार पैटर्न का विश्लेषण या लागत में कमी के लिए व्यावसायिक रणनीतियों की जांच करना शामिल हो सकता है। माइक्रो इकनॉमिक्स एकाधिकार या अल्पाधिकार जैसे बाजार संरचनाओं की भी जांच करता है जो मूल्य निर्धारण रणनीतियों पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकते हैं।
कुल मिलाकर, माइक्रो इकनॉमिक्स इस बारे में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करता है कि लोग व्यक्तिगत स्तर पर बाज़ारों के साथ किस प्रकार व्यवहार करते हैं।
मैक्रो इकोनॉमिक्स की परिभाषा
मैक्रो इकोनॉमिक्स अर्थशास्त्र की एक शाखा है जो व्यक्तिगत बाजारों या क्षेत्रों के बजाय एक अर्थव्यवस्था के व्यवहार और प्रदर्शन के अध्ययन से संबंधित है। यह राष्ट्रीय आय, रोजगार, मुद्रास्फीति और मुद्रा आपूर्ति जैसे आर्थिक समुच्चय का विश्लेषण करता है।
समष्टि अर्थशास्त्र इस बात की अंतर्दृष्टि प्रदान करता है कि सरकार की नीतियां और बाहरी कारक किसी अर्थव्यवस्था के समग्र कामकाज को कैसे प्रभावित करते हैं।
मैक्रो इकोनॉमिक्स में एक प्रमुख अवधारणा सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) है, जो एक विशिष्ट अवधि के दौरान देश की सीमाओं के भीतर उत्पादित सभी वस्तुओं और सेवाओं के कुल मूल्य को मापता है।
एक अन्य महत्वपूर्ण कॉन्सेप्ट मुद्रास्फीति है, जो उस दर को संदर्भित करती है जिस पर कीमतें समय के साथ बढ़ती हैं। इन अवधारणाओं को समझने से व्यक्तियों को यह समझने में मदद मिल सकती है कि अर्थव्यवस्था कैसे संचालित होती है।
कुल मिलाकर, मैक्रो अर्थशास्त्र वैश्विक रुझानों में बहुमूल्य अंतर्दृष्टि प्रदान करता है और नीति निर्माताओं को उन आर्थिक नीतियों के बारे में सूचित निर्णय लेने में मदद करता है जो पूरे देशों या क्षेत्रों को प्रभावित करती हैं।
Conclusion Point
सरल शब्दों में, अर्थशास्त्र इस बात का अध्ययन है कि लोग संसाधनों का उपयोग कैसे करते हैं। इसमें सब कुछ शामिल है कि कैसे व्यक्ति क्या खरीदना और बेचता है, व्यवसाय कैसे तय करते हैं , किस उत्पाद का उत्पादन करता है, कैसे पूरे देश अपनी अर्थव्यवस्थाओं का प्रबंधन करते हैं।
अर्थशास्त्र एक सामाजिक विज्ञान है जो वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन, उपभोग और विनिमय के संबंध में मानव व्यवहार को समझने और उसका वर्णन करने का प्रयास करता है।
एक बार आखिर मैं आपको इकोनॉमिक्स की परिभाषा बताना चाहता हूं. अर्थशास्त्र कला में प्राचीनतम तथा विज्ञान समूह में नवीनतम वस्तु है और यह सभी सामाजिक विज्ञान की रानी है.