क्या आप Chand Grahan Ki Dua को गूगल पर सर्च कर रहे हैं? चांद देखने की दुआ जानना चाहते हैं? इससे संबंधित ए टू जेड जानकारी आपको इस आर्टिकल में मिलेगा।
क्या चाँद ग्रहण क़ियामत की निशानी है? आप पैगंबर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम जब सूर्य ग्रहण या चंद्र ग्रहण देखते थे, आप कहते थे ”अस्सलातो जामिअ़ह”।
अस्सलातो जामिअ़ह का क्या मतलब होता है? इस शब्द का मतलब आपात कालीन नमाज़ के लिए इकट्ठा हो जाओ। आप जब कभी भी Chand me Grahan देखते तो वे कयामत को याद करते थे।
आप फरमाते हैं कि ” जब भी तुम कभी सूर्य ग्रहण या चंद्रग्रहण देखो तो अल्लाह से दुआ करो, तकबीर, नमाज़ पढ़ो और गरीब व बेसहारों के बीच खैरात बांटों ”।
प्रश्न उठता है कि चंद्र ग्रहण की दुआ कौन सी है? इस्लाम के अनुसार चंद्र ग्रहण के समय हमें क्या करना चाहिए?
चांद देखने की दुआ इन हिंदी
चंद्र ग्रहण से संबंधित विशिष्ट दुआ नहीं है। लेकिन आप chand dekhne ki dua को पढ़ सकते हैं। इस्लाम में चाँद से संबंधित दो दुआएं हैं – नया चाँद देखने पर और दूसरा जब चाँद नजर पड़े
जब नया चाँद देखे तो यह दुआ पढ़े
अल्लाहुम-म अहिल-ल हू अलैना बिल युम्नि वल ईमानि वस्सलामति वल इस्लामि वत्तौफ़ीक़ि लिमा तुहिब्बु व तर्ज़ा रब्बी व रब्बुकल्लाहु०
Eid ka chand dekhne ki dua भी यही है। साल के 12 महीने में जो भी आपको नया चाँद दिखे तो यह दुआ ज़रूर पढ़ें। दुआओं को पढ़ने से बहुत सवाब मिलता है। अगर अच्छा लगे तो अपने मुस्लिम भाइयों के लिए शेयर करें।
New Moon Sighting Dua In Arabic Text
اللَّهُمَّ أَهْلِلْهُ عَلَيْنَا بِالْيُمْنِ وَالإِيمَانِ وَالسَّلاَمَةِ وَالإِسْلاَمِ رَبِّي وَرَبُّكَ اللَّهُ
New Moon Sighting Dua In English Text
Allahumma ahlilhu `alainā bil-yumni wal-iman, was-salamati wal-Islam, rabbi wa rabbuk Allah
तर्जुमा – ऐ अल्लाह। इस चाँद को हमारे ऊपर बरकत और ईमान और सलामती और इस्लाम के साथ और इन आमाल की तौफ़ीक़ के साथ निकला हुआ रख, जो तुझे पसंद है। ऐ चाँद। मेरा और तेरा रब अल्लाह है।
जब चाँद पर नज़र पड़े तो यह दुआ पढ़े
अअूज़ु बिल्लाहि मिन शर्रि हाजा०
Dua at the time of sighting the moon:
أَعُوذُ بِاللَّهِ مِنْ شَرِّ هَذَا
तर्जुमा – मैं अल्लाह की पनाह चाहता हूं उसके शर से।
Conclusion Point
इस्लामिक महीने भी 12 होते हैं. हर महीने चांद निकलता है. आप जब कभी भी चांद देखे तो ऊपर लिखे गए दुआ को पढ़ सकते हैं. चांद देखने का दुआ पढ़ना बहुत ही सही माना जाता है. अगर दुआ को याद करके पढ़ते हैं तो आप इसके लिए सवाब का हकदार होंगे.
अरबी शब्द को हिंदी भाषा में सही से लिखना मुश्किल है. कुछ अल्फाज हिंदी में होते भी नहीं है. हिंदी में दुआ को याद करने के बाद, आप किसी जानकार से दुआ के अल्फाज को सही करवाएं.