बिहार का भूगोल ज्ञान का क्षेत्र बहुत बड़ा है। इस Article में उन्हीं विषयों को शामिल किया गया है, जो ज्यादातर भूगोल की पुस्तक में संक्षेप में या शामिल नहीं किया गया है।
पहले बिहार राज्य के सीमाओं की जानकारी संक्षेप में जानिए
कई प्रतियोगिता परीक्षा में यह पूछा गया है कि, बिहार की सीमा भारत के कितने राज्यों से लगता या सटा हुआ है? बिहार राज्य की राष्ट्रीय सीमा भारत के 3 राज्यों से लगता है। जिसका नाम उत्तर प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल है।
कुछ लोगों को यह पता होगा कि, बिहार के 2 जिले ऐसे हैं जिनकी सीमाएं भारत के दो अलग राज्यों से लगता है। जी हां कटिहार और रोहतास जिला है जिन की सीमाएं भारत के दो अलग-अलग राज्यों से लगता है।
उत्तर प्रदेश
राज्य के कुल 8 जिले हैं जो उत्तर प्रदेश की सीमा से बिल्कुल सटा हुआ है। कई बार इसको प्रतियोगिता परीक्षा में पूछा गया है कि उत्तर प्रदेश और बिहार की कौन-कौन जिला है जो सीमावर्ती है। इनके नाम निम्नलिखित हैं.
- भोजपुर
- बक्सर
- कैमूर
- रोहतास
- पश्चिम चंपारण
- गोपालगंज
- सीवान
- सारण
झारखंड
आप तो जानते ही होंगे कि झारखंड पहले Bihar का अंग हुआ करता था। झारखंड और बिहार के बीच में बिहार के 8 सीमावर्ती जिले हैं। जिनके नाम निम्नलिखित हैं –
- नवादा
- जमुई
- बांका
- भागलपुर
- कटिहार
- रोहतास
- औरंगाबाद
- गया।
पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल और बिहार राज्य के बीच में कितने सीमावर्ती जिले हैं ? इस प्रश्न का उत्तर – दोनों ही राज्यों के बीच में तीन सीमावर्ती जिले बिहार के हैं। जिनके नाम निम्नलिखित हैं –
- पूर्णिया
- कटिहार
- किशनगंज।
BPSC के पीटी परीक्षा में प्रश्न पूछा गया था कि, बिहार की राजधानी पटना की चौहद्दी क्या है?
पटना का भूगोल कुछ अनोखा है। पटना के चारों तरफ कुल 9 जिले हैं। यानी कि आप यह कह सकते हैं कि पटना जिला का सीमा बिहार के अन्य 9 जिलों को छूता है। जिसके नाम निम्नलिखित हैं –
- बेगूसराय
- समस्तीपुर
- वैशाली
- छपरा
- भोजपुर
- अलवर
- जहानाबाद
- नालंदा
- लखीसराय।
बिहार किस देश के अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटा हुआ है ? बिहार राज्य का अंतरराष्ट्रीय सीमा नेपाल नाम के देश से लगा हुआ है। बिहार और नेपाल देश की सीमा लगभग 601 किलोमीटर लंबी है।
बिहार का 7 जिला ऐसा है जो नेपाल के अंतर राष्ट्रीय सीमा से सटा हुआ है। जिसका नाम निम्नलिखित है –
- सुपौल
- अररिया
- किशनगंज
- पश्चिम चंपारण
- पूर्वी चंपारण
- सीतामढ़ी
- मधुबनी।
बिहार राज्य में कितने प्रतिशत वन क्षेत्र है?
Bihar के बंटवारे के बाद, 7.74 प्रतिशत ही वन क्षेत्र बचा है। कैमूर और पश्चिम चंपारण जिले ऐसे हैं जहां पर बिहार राज्य में सभी जिलों में सबसे ज्यादा वन क्षेत्र है। शिवहर एवं शेखपुरा ऐसा जिला है जहां पर राज्य के सभी जिलों में सबसे कम वन प्रतिशत क्षेत्र है।
बिहार की जनसंख्या कितनी है?
जनसंख्या की दृष्टि से भारत के सभी राज्यों में बिहार का तीसरा स्थान है। इसके उलट क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत के राज्यों में बिहार का 12वां स्थान है। जनसंख्या घनत्व के मामले में बिहार का प्रथम स्थान है। कुछ उपयोगी जानकारी निम्नलिखित हैं – 2011 जनगणना के अनुसार,
- जनसंख्या – 103,804,637
- जनसंख्या घनत्व – 1102 प्रति वर्ग किलोमीटर
- साक्षरता – 63.82 %
- लिंगानुपात – 916.
बिहार की जलवायु किस क्षेत्र में आता है?
कई प्रतियोगिता परीक्षाओं में यह पूछे गए प्रश्न हैं। बिहार का जलवायु सब टर्ओपिकल क्षेत्र में आता है। अगर जलवायु के प्रकार की बात करें तो नम उप उष्णकटिबंधीय है।
बिहार का भौगोलिक स्थिति क्या है ? 24º 20 ’10 “और 27º3’15” उत्तर अक्षांश व 83º 19 ’50 “और 88º17’40” पूर्वी देशांतर है।
बिहार के मुख्य नदियों के नाम क्या है?
अक्सर यह प्रश्न पूछे जाते हैं। गंगा, सरयू, गंडक, बागमती, कोशी, सोन, पुणुन व फल्गू। बिहार की समुद्र तल से एवरेज ऊँचाई कितना है? बिहार के सभी जिलों का समुद्र तल से ऊंचाई एक जैसा नहीं है। अगर औसत निकाला जाए तो 173 फीट यानी 53 मीटर होता है।
गंगा नदी बिहार
गंगा भारत की सबसे पवित्र नदी है और इसके जल को जीवन का अमृत माना जाता है। गंगा का सभी धर्मों के लोगों पर गहरा आध्यात्मिक प्रभाव है और यह हिंदू धर्म, संस्कृति और परंपरा का केंद्र है।
नदी लाखों लोगों के लिए पीने के पानी का एक महत्वपूर्ण स्रोत प्रदान करती है और यह फसलों के लिए सिंचाई का एक महत्वपूर्ण प्रदाता भी है।
बिहार में गंगा नदी बक्सर जिले के चौसा से प्रवेश करती है एवं कटिहार जिले में राज्य को छोड़ती हुए पश्चिम बंगाल की ओर जाती है। इस क्रम में गंगा बिहार में लगभग 526 किलोमीटर का सफर करती है।
गंगा नदी का सबसे लंबा रास्ता पटना में है। पटना जिले में गंगा नदी की लंबाई 99 किलो मीटर है।
बिहार में गंगा नदी कितने जिलों से होकर गुजरती है? बिहार राज्य में गंगा नदी के किनारे स्थित जिलों की संख्या 12 है। ये जिले बक्सर, भोजपुर, सारण, पटना, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, मुंगेर, खगड़िया, कटिहार, भागलपुर और लखीसराय हैं।
- उत्तरी सहायक नदियाँ – सीवान में घाघरा, सोनपुर में गंडक, मुंगेर में बागमती, कुर्सेला में कोसी, मनिहारी में काली-कोसी
- दक्षिणी सहायक नदियाँ – मनेर में सोन, चौसा में कर्मनासा, फतुआ में पुनपुन
घाघरा / सरयू नदी बिहार
सरयू नदी भारत की सबसे प्राचीन और प्राकृतिक नदियों में से एक है, जो गंगा के मैदान का हिस्सा है और हिमालय से निकलती है। यह खूबसूरत जलमार्ग बिहार से होकर गुजरता है और बलिया, छपरा में गंगा में मिलने से पहले कई जिलों से होकर गुजरता है।
नदी उत्तरी भारत में रहने वाले लाखों लोगों को पेयजल, सिंचाई और जल विद्युत प्रदान करती है। वनस्पतियों और जीवों की विस्तृत विविधता के कारण यह एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल भी है
गंडक नदी बिहार
गंडक नदी एक जीवनदायिनी शक्ति है जो राजसी तिब्बती पठार से निकलती है और सोनपुर के पास गंगा में मिलने से पहले भारत से होकर बहती है। इसे ‘महान पूर्वी राजमार्ग’ कहा गया है क्योंकि यह भारत के दो सबसे महत्वपूर्ण महानगरों, दिल्ली और कोलकाता को जोड़ता है, साथ ही लाखों एकड़ कृषि भूमि के लिए सिंचाई प्रदान करता है।
गंडक नदी तिब्बत में उत्पन्न होता है. नेपाल में त्रिवेणी के पास भारत में प्रवेश करती है. पश्चिम चंपारण में बिहार में प्रवेश करती है. सोनपुर में गंगा में मिलती है. इसी नदी से त्रिवेणी नहर को पानी मिलता है.
बूढ़ी गंडक नदी
गंडक एक प्राकृतिक अमृत है जो बिहार के पश्चिम चंपारण के चौतरवा चौर में सोमेश्वर पहाड़ियों से आता है। गंडक नदी के समानांतर बहती है। यह खगड़िया में गंगा से मिलती है। गंडक न केवल एक एंटीऑक्सीडेंट है बल्कि इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं।
कोसी नदी
अपना रुख बदलने के लिए बदनाम कोसी बिहार के शोक के रूप में जाना जाता है। यह नेपाल के सात चैनलों से बना है जिन्हें सप्त कोसी के नाम से जाना जाता है। सुपौल से बिहार में प्रवेश करती है। कटिहार के कुर्सेला में यह गंगा में मिल जाती है।
बागमती नदी
नेपाल में शिवपुरी रेंज में उत्पन्न होता है. सीतामढ़ी में बिहार में प्रवेश करती है. बदलाघाट में कोसी से मिलती है.
कमला नदी
सिंधुलियागढ़ी के पास नेपाल में महाभारत रेंज में उत्पन्न होता है. मधुबनी में बिहार में प्रवेश करती है. कमला बैराज का निर्माण इसी नदी में हुआ है. बदलाघाट में बागमती नदी में मिलती है.
महानंदा नदी
सिक्किम में उत्पन्न होता है. किशनगंज में बिहार में प्रवेश करती है. बांग्लादेश के नवाबगंज में गंगा में मिलती है.
सोन नदी
एमपी में अमरकंटक रेंज में उत्पन्न होता है. मानेर के पास गंगा में मिलती है. महत्वपूर्ण सहायक नदियाँ रिहन्द और उत्तरी कोयल हैं.
पुनपुन नदी
हजारीबाग पठार में उद्गम होता है. फतुहा के पास गंगा में मिलती है. पटना शहर के पूर्व में भारी बाढ़ से नुकसान होता है
फाल्गु नदी
इसे निरंजन के नाम से भी जाना जाता है. यह एक पवित्र नदी मानी जाती है और गया से पहले बहती है.
Bihar Ka Bhoogol: मिट्टी
बिहार में आयोजित होने वाले प्रतियोगिता परीक्षाओं में बिहार के मिट्टी से संबंधित प्रश्न होना लगभग तय है। लेकिन ज्यादातर विद्यार्थी इस सेक्शन में गलती करते हैं।
बिहार राज्य में कितने प्रकार की मिट्टी पाई जाती है ? सबसे पहले आपको यह बता दूं कि बिहार की मिट्टी खेती के लिए बहुत ही उपयुक्त है। बिहार के हिमालय के तरफ से निकलने वाली ज्यादातर नदियां अवसाद तलछट लाती हैं। यह भी देखा जाता है कि बिहार के किस जिले में नदियां कम है। वहां की मिट्टी कम उपजाऊ है।
भौगोलिक आधार पर बिहार की मिट्टियों को तीन भागों में वर्गीकृत किया जा सकता है –
- दक्षिणी पठारी क्षेत्र की मिट्टी
- गंगा का उत्तरी मैदान क्षेत्र
- गंगा का दक्षिणी मैदान क्षेत्र
दक्षिणी पठारी क्षेत्र की मिट्टी बिहार के किस जिले में है?
इस प्रकार का मिट्टी खेती के लिए कभी भी उत्तम नहीं माना जाता है। क्योंकि लाल पीली मिट्टियों के अलावा लालरेतीली मिट्टी भी इसमें होता है। इस तरह की मिट्टी का बहुलता बिहार के गया, औरंगाबाद, जमुई, मुंगेर और बांका जिले में ज्यादा देखा जाता है।
गंगा का उत्तरी मैदान क्षेत्र, बिहार के किस जिले में हैं
इस क्षेत्र में जलोढ़ या अपोढ़ मिट्टी की बहुलता देखी जाती है। तराई की मिट्टी मैं खास बात यह है कि मिट्टी के बाद एक बालू की परत होती है। जिसका रंग पीला होता है और अम्लीय स्वभाव का होता है।
दूसरी प्रकार की मिट्टी का नाम जलोढ़ मिट्टी है। जो हल्के भूरे रंग की होती है। तीसरी प्रकार बलसुंदरी मिट्टी के रूप में है। जो गहरे भूरे रंग की होती है। गंगा का उत्तरी मैदानी क्षेत्र में चंपारण से लेकर किशनगंज तक के जिले आते हैं।
गंगा का दक्षिणी मैदान क्षेत्र किस जिले में है
इस क्षेत्र में बालू, पहाड़ी मिट्टी, जलोढ़ रेट और कंकड़ वाली मिट्टी का बहुलता देखी जाती है। जिसमें बलथर, अभ्रक, लाल बलुई, और टाल मिट्टी प्रमुख हैं।
Conclusion Points
Bihar भारत के पूर्वी भाग में स्थित है. राज्य का विविध भूगोल है जिसमें उपजाऊ मैदान और ऊपरी भूमि, नदियाँ और जंगल हैं।
भूगोल अध्ययन का एक क्षेत्र है जो पृथ्वी के भौतिक और मानवीय पहलुओं, उसके पर्यावरण और उसके निवासियों पर केंद्रित है। भूगोल में जलवायु से लेकर कार्टोग्राफी तक के विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है।
हालाँकि, भूगोल कभी भी पूर्ण नहीं होता है क्योंकि हमेशा नई खोजें और विकास किए जाने होते हैं। वास्तव में, कोई यह तर्क दे सकता है कि बिहार का भूगोल हमेशा विस्तार कर रहा है।
FAQs
Kulhaiya News सबसे प्रामाणिक जानकारी के लिए जानी जाती है। kulhaiya.com के एफएक्यू सेक्शन में बिहार का भूगोल, शिक्षा, समाचार, संस्कृति और अन्य विषयों से संबंधित प्रश्नों के उत्तर प्राप्त कर सकते हैं।
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प्रश्न – बिहार के संस्थापक कौन थे?
उत्तर – बिहार के संस्थापक कौन थे इसका कोई अधिकारी उत्तर प्राप्त नहीं हुए हैं.
प्रश्न – बिहार की भौगोलिक स्थिति क्या है?
उत्तर – बिहार भारत के पूर्वी क्षेत्र में 24°20’10″N और 27°31’15″N अक्षांशों, (Latitude) और 83°19’50″E और 88°17’40″E देशांतरों, (Longitude) के बीच स्थित है। यह समशीतोष्ण क्षेत्र के एक उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्र में पूरी तरह से भूमि से घिरा राज्य है।
प्रश्न – बिहार का पूरा नाम क्या था?
उत्तर – बिहार का पुराना नाम विहार और मगध है.
प्रश्न – बिहार में सबसे ज्यादा कौन सी फसल उगाई जाती है?
उत्तर – बिहार भारत में लीची, मखाना, अमरूद, भिंडी का सबसे बड़ा उत्पादक है.
प्रश्न – बिहार का मुख्य फसल क्या है?
उत्तर – प्रमुख खाद्य फसलें धान, गेहूं, मक्का और दालें हैं। मुख्य नकदी फसलें गन्ना, आलू, तंबाकू, तिलहन, प्याज, मिर्च और जूट और हैं।
प्रश्न – बिहार में किसका भाग पाया जाता है?
उत्तर – बिहार राज्य भारत के पूर्वी भाग में स्थित है. बिहार के पश्चिम में उत्तर प्रदेश, उत्तर में नेपाल, पूर्व में पश्चिम बंगाल का उत्तरी भाग और दक्षिण में झारखंड की सीमाएँ हैं।
प्रश्न – जलवायु की दृष्टि से बिहार किस प्रकार के क्षेत्र में आता है?
उत्तर – बिहार एक उपोष्णकटिबंधीय समशीतोष्ण क्षेत्र में स्थित है और इसका जलवायु प्रकार आर्द्र उपोष्णकटिबंधीय है।
प्रश्न – बिहार का कुल भौगोलिक क्षेत्रफल कितना है?
उत्तर – राज्य का भौगोलिक क्षेत्रफल 94,163 वर्ग किमी है जो भारत देश के कुल भौगोलिक क्षेत्र का 2.86% है। बिहार, देश के पूर्वी भाग में एक राज्य है जो भौगोलिक क्षेत्र के मामले में 13 वां सबसे बड़ा और जनसंख्या के हिसाब से तीसरा सबसे बड़ा राज्य है।
प्रश्न – बिहार का राजा कौन था?
उत्तर – प्राचीन बिहार के कुछ उल्लेखनीय शासक चंद्रगुप्त मौर्य, बिंदुसार, अशोक, श्री गुप्त, समुद्रगुप्त थे।
प्रश्न – बिहार में भूमि उपयोग के प्रतिरूप की विवेचना कीजिए?
उत्तर – बिहार के आर्थिक सर्वेक्षण 2019-20 के अनुसार, बिहार में कुल भौगोलिक क्षेत्र का लगभग 56% हिस्सा फसलों की बुवाई के लिए उपयोग किया जाता है।
जबकि शेष 44% का उपयोग अन्य उद्देश्यों के लिए किया जाता है या अकृष्य, परती, वन, बंजर या पेड़ की फसल और चारागाह भूमि हैं
प्रश्न – बिहार में टाल का विस्तार कहां है?
उत्तर – बिहार में टाल फतुहा से लखीसराय तक फैला हुआ है, अनुमान के मुताबिक 106200 हेक्टेयर जमीन डूबी रहती है।
प्रश्न – खनिज संसाधनों की दृष्टि से बिहार की वर्तमान स्थिति क्या है?
उत्तर – राज्य के विभाजन के बाद, पाइराइट अयस्क के उत्पादन के मामले में बिहार सबसे आगे हैं. देश का 95% पाइराइट अयस्क बिहार में ही मिलता है.
इसके अलावा चूना पत्थर कैमूर (भभुआ), मुंगेर और रोहतास जिलों में मिलता है. नवादा जिले में अभ्रक, भागलपुर, जमुई, मुंगेर और नालंदा जिलों में क्वार्ट्ज/सिलिका रेत, लखीसराय, मुंगेर और नालंदा जिलों में क्वार्टजाइट और मुंगेर जिले में तालक/सोपस्टोन/स्टीटाइट मिलता है.
प्रश्न – बिहार के भूगोल के लिए कौन सा बुक खरीदना चाहिए?
उत्तर – बिहार का भूगोल के लिए आप निम्नलिखित किताबों को पढ़ सकते हैं.
- ऑक्सफोर्ड छात्र एटलस
- खुल्लर द्वारा व्यापक भूगोल
- प्रमाणपत्र भौतिक भूगोल – जी सी लिओंग
- भूगोल एनसीईआरटी ( 6वीं से 12वीं तक)
- अपने राज्य को जानें बिहार, अरिहंत
- बिहार में पर्यटन और मनोरंजन का भूगोल, एस. फजल डी. फिरदौसी, 2017
- बिहार के ऐतिहासिक भूगोल और स्थलाकृति की छवि, मिथिला शरण पांडे.