क्या आप अरुणाचल प्रदेश की संस्कृति के बारे में जानना चाह रहे हैं? साथ ही आप यह भी जानना चाह रहे हैं कि हम आज अरुणाचल प्रदेश में कुल कितने जिले हैं?
आइए दोस्तों यह आर्टिकल आपके लिए बेहद खास है जिसमें अरुणाचल प्रदेश की संस्कृति और उनके जिले के बारे में विस्तृत जानकारी मिलेगा.
अरुणाचल प्रदेश की संस्कृति विभिन्नताओं से भरा है जिसमें विभिन्न जनजातियों के लोग की विशिष्ट शैलियों से उनकी पहचान है जिसमें अलग अलग प्रकार की पगड़ी एवं परिधान होते हैं। यहाँ के सामाजिक जीवन में नृत्य, एक अभिन्न अंग माना जाता है।
यहां पर तीन प्रमुख जनजातीय पर्व है जिसका नाम लोसर, मेपिन एवं सोलुंग है। मेपिन एवं सोलुंग को अदीस जनजातीय समूह इस त्यौहार को मनाते हैं।
जबकि मोनपा के लोगों यह लोसर त्योहार मनाते हैं। इन सभी त्योहारों में जानवरों की बलि देने की प्रथा है।
अलग-अलग जनजातियों के अलग-अलग भाषा एवं संस्कृति का संगम कहा जाता है। अरुणाचल प्रदेश को जहां पर प्राकृतिक पहाड़ों, वन्य जीव एवं झरनों के सौंदर्य देखने लायक बनता है।
अलग-अलग जनजातियों के होते हुए भी आपसी भाईचारे की कोई कमी नहीं है तथा बाहर से आने वाले पर्यटकों को भी इनका व्यवहार काफी अच्छा लगता है।
Arunachal Pradesh के पर्यटन स्थलों में शामिल है तवांग, आलोंग, जीरो, बोमडिला, पासीघाट आदि प्रमुख केंद्र हैं। प्रकृति को बहुत नजदीक से देखना चाहते हैं तो इस पर्यटक स्थल को आप चुन सकते हैं।
अरुणाचल प्रदेश को उगते सूर्य का पर्वत क्यों कहा जाता है?
भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र का सबसे बड़ा राज्य माना जाता है। जिसकी जनसंख्या 13,83,727 है। अरुणाचल प्रदेश को उगते सूर्य का पर्वत कहाँ जाता है क्योंकि अरुणाचल शब्द का अर्थ ही उगते सूर्य का पर्वत से है।
अरुणाचल दो शब्दों के मेल से बना है जिसमें पहला शब्द अरुण है जिसका मतलब प्रातःकालीन सूर्य है तथा दूसरा शब्द अचल है जिसका मतलब पर्वत है।
भौगोलिक दृष्टि से भी यह उगते सूर्य का पर्वत है क्योंकि यहाँ पर सूर्य का उदय सुबह 4:28 से होना शुरू हो जाता है। सर्दियों के मौसम में भी यहां पर सूर्य का उदय भारत के अन्य जगह की तुलना में सबसे पहले होता है।
अरुणाचल प्रदेश का कैपिटल कहां है?
कैपिटल ऑफ अरुणाचल प्रदेश को जानना चाहते हैं तो पहले आपको बता दूं कि अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर है। ईटानगर से नज़दीक बड़ा शहर गुवाहाटी है जो 317 किलोमीटर की दूरी पर है । दोनों शहर रोडवेज से जुड़ा हुआ है।
ईटानगर एक प्राकृतिक खूबसूरती वाला शहर है जो समुद्र के तल से 350 मीटर ऊपर है। यह शहर हिमालय के तराई में बसे होने के कारण पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है।
इस शहर का सबसे पुराना किले का नाम ईटा किला है तथा इसी किले के नाम पर इस शहर का नाम रखा गया है। ईटा किला आज भी स्थित है, इसे बहुत सारे पर्यटक इसे देखने के लिए आते हैं। पौराणिक गंगा झील तथा बौद्ध मंदिर यहां का मुख्य पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है।
वर्ष 2024 में, अरुणाचल प्रदेश में कितने जिले हैं?
अरुणाचल प्रदेश में कुल जिलों की संख्या 26 है। जिनके नाम निम्नलिखित हैं.
अंजाव, चांगलांग, दिबांग घाटी, पूर्वी कामेंग, पूर्वी सियांग, काल दाड़ी, कुरुंग कुमे, लोहित, लोंग्डिंग, निचली दिबांग घाटी।
लोअर सुबनसिरी, नामसाई, पापुम पारे, सियांग, तवांग, तिरप, अपर सियांग, अपर सुबनसिरी, पश्चिम कामेंग, पश्चिम सियांग।
राजधानी परिसर – ईटानगर,कमले, पक्के किशांग (Pakke-Kessang), लेपा राडा, शि-योमी।
Conclusion Point
सारांश में जानिए – अरुणाचल प्रदेश को उगते सूर्य का पर्वत कहाँ जाता है क्योंकि अरुणाचल शब्द का अर्थ ही उगते सूर्य का पर्वत से है। नॉर्थईस्ट का बड़ा स्टेेट है और राज्य में 26 जिले हैं.
अगर आपसे कोई प्रश्न पूछता है कि अरुणाचल प्रदेश में कुल कितने जिले हैं? तो आपका उत्तर 26 होना चाहिए जी हां दोस्तों 2024 में भी अरुणाचल प्रदेश में 26 जिले की हैं. उम्मीद करता हूं कि आप लोगों को अरुणाचल प्रदेश से संबंधित लेख अच्छा लगा होगा।